कभी कभी सोचता हु , क्या जाट होना एक अलग एहसास है ,
क्या इन् रगों में बहता खून कुछ खास है ,
लेता हु हतियार हाथो में किसकी जान बचाने को ,
झुक जाता किसी का साचा प्यार पाने को .
... ...
डरता हु बस रब से उसका आशीष पाने को ...
मर जाता हु अपने देश की आन बचने को ....
.यहे देख पता लगा "जाट " होना कुछ खास है इसलिए
एक जाट क दिल में यहे अलग एहसास है
हाँ जाट होना कुछ खास है ,कुछ खास है ....