Hanuman Chaudhari

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Hanuman Chaudhari

Hanuman Chaudhari (Khoja) was Martyr of Kargil war from Rajasthan. He died on 10 November 2000 in Kargil war fighting with the enemies. He was born on 4 April 1974 in village Khangta in Bhopalgarh tahsil of Jodhpur district in Rajasthan.

शहीद हनुमान चौधरी का जीवन परिचय

जन्म: शहीद हनुमानराम चौधरी का जन्म पीपाङ सिटी के खांगटा ग्राम,तहसील भोपालगढ़, जिला जोधपुर, राजस्थान के एक किसान परिवार में 4 अप्रैल 1974 को हुआ।

पिता : श्री भूराराम जी चौधरी
माता : श्रीमती छगनी देवी
धर्मपत्नी : श्रीमती तीजी देवी
पुत्र : रामस्वरुप चौधरी
पुत्री : मनिषा चौधरी

शिक्षा: आपकी विद्यालय स्तर की शिक्षा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खांगटा में सम्पन्न हुई।

कृषि कार्य: पढाई के साथ साथ आप कृषि एवं अन्य घरेलू कार्यों में भी माता - पिता का हाथ बंटाते थे।

देशभक्ति की भावना: अध्ययन के साथ साथ बालपन से ही आप में देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी हुई थी। बचपन से ही आपकी रुचि सेना में जाने की थी।

आर्मी में चयन

आप अपनी मेहनत और लग्न की बदौलत घरवालों की उम्मीदों पर खरे उतरे और 16 वर्ष की अल्पायु में 28 अप्रैल 1990 को आपका चयन भारतीय आर्मी में हो गया।

देश सेवार्थ बलिदान

10 नवम्बर 2000 को शहीद हनुमान चौधरी दुश्मनों से निरन्तर लोहा लेते हुए भारत माता की गोद में सदा के लिए सो गये।

युवाओं के प्रेरणास्त्रोत

चौधरी हनुमानराम देशरक्षा के लिए शहीद होकर भी युवाओं में सदा के लिए अमर हो गये। खांगटा और आसपास के गांवों का प्रत्येक युवा आपको अपना प्रेरणास्त्रोत मानता हैं। ये प्रत्यक्ष प्रमाण है की आपकी प्रेरणास्वरुप आज खांगटा ग्राम के जितने युवा आर्मी और देशसेवा में कार्यरत हैं वो आसपास के क्षेत्रों से कहीं अधिक हैं।

शहीद की शहादत को एक बार फिर से सलाम!

शहीद हनुमानराम चौधरी आज भी हमारे बीच अमर हैं!

जय हिंद!!!

लेखक की कलम से

"अमर शहीद चिता पर तेरी, लगता रहेगा मेला, तूने अपने खून से लिखा इतिहास अलबैला" शत् शत् नमन्

संदर्भ


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