Rupa Ram Dudi

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Rupa Ram Dudi
Rupa Ram Dudi
स्व. रूपाराम डूडी


Rupa Ram Dudi (रूपा राम डूडी) hailed from village Mandookara, tahsil - Didwana, District - Nagaur, Rajasthan. He represented twice Didwana constituency in the Assembly of Rajasthan.

His Work and Achievements

कांग्रेस पार्टी के विधायको मे और नागौर जिले के विधायको में डीडवाना के विधायक रूपाराम डूडी का अपना अलग स्थान रहा था!

ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओ पर इनकी खासी पकड़ थी!

वे जमीं से जुड़े हुए नेता थे! अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ सीधा संवाद और जुडाव रखते थे!

अपने राजनितिक जीवन की शुरुवात 1978 में सरपंच पद से की इसके बाद लगातार २ बार सरपंच बने उसके बाद 1993 में जिला परिषद् के सदस्य भी बने जनता में इनकी पकड़ को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने इन्हें 1998 में कांग्रेस का टिकट दिया जिसमे इन्होने जीत हासिल की और विधयक बने वही 2005 में चुनाव हर गये मगर इन्होने हार नहीं मानी और 2008 के विधानसभा चुनावो में इन्होने भाजपा के पूर्व परिवहन मंत्री युनुस खान को हराकर अपनी जीत दर्ज करा दी!

नागौर जिले में कांग्रेस कि कड़ी से कड़ी जोड़ने वाले नारे को इन्होने पूरी तरह साकार कर दिखाया !

पञ्च व् सरपंच से लेकर नगरपालिका अध्यक्ष व् परधान कांग्रेस के बनाये और कड़ी से कड़ी जोड़ दी...

रुपाराम डूडी ने अपने पिछले कार्यकाल से ही अपने विधानसभा क्षेत्र ही नही बल्कि नागौर जिले में पेयजल समस्या को लेकर काफी गंभीर थे! और इसके लिए अथक प्रयासरत रहे! नागौर जिले में इंदिरा गाँधी नाहर के पर्थम चरण के पानी को नागौर तक पंहुचने में इनका काफी योगदान रहा था.. डीडवाना की जनता को इंदिरा गाँधी नाहर का पानी मिले इसके लिए प्रयासरत थे तथा दिन रात पेयजल की समस्या को लेकर जदोजहद में लगे रहते थे!

डीडवाना के लिए शौक साबित होने वाले जीवण गौदारा हत्याकांड में अगर किसी ने संघर्ष किया था तो वे हनुमान बेनिवाल और रूपाराम डूडी ही थे! और हत्यारों को जैल में बिठाकर ही दम लिया! उन्हें जब भी वक्त मिलता शहीद परिवार के घर अवश्य जाते..

उनका कहना था की अगर में नहर का पानी डीडवाना तक पंहुचा सका तो अपने आप को धन्य समझूंगा... क्षेत्र की जनता भी इसको विधायक का भागीरथी प्रयास मान रही थी....

विधायक डूडी ग्रामीण क्षेत्र में छात्र छात्राओ की शिक्षा को लेकर काफी गंभीर और संजीदा दीखते थे! उन्होंने अपने प्रयासों से क्षेत्र की कई स्कूलों को कर्मोनत करवाया व् गाँव ढाणी तक बच्चो को शिक्षा मिले इसके लिए भी प्रयासरत रहे..

बालिका शिक्षा को लेकर उनका मानना था की जब महिलाये पढेगी तो हमारा समाज आगे बढेगा और देश की तर्की में भागीदार बनेगी इसी सोच को लेकर उनके प्रयासों से पिछले कार्यकाल में राजस्थान के गिने चुने चार आवासीय विद्यालयों में से एक डीडवाना के पावटा में संचालित है जन्हा परदेश भर से 540 छात्राए अध्यन कर रही है!

अपने निर्वाचन क्षेत्र में जब भी डीडवाना आते थे तो गाँवो का दोरा करने निकल जाते ...

गाँव की चोपाल पर बैठकर ग्रामीणों से सीधा संवाद करते.. हर आम और खास से राम राम कर उनका और गाँव का हाल चाल जानना इनकी सबसे बडी खूबी थी!

हाल ही के विधानसभा चुनावों में काँग्रेस पार्टी द्वारा जब इन्हें अनदेखा किया तो इन्हें अपने स्वाभिमान से समझौता करना ठीक नहीं लगा.. लोकसभा चुनावों में काँग्रेस पार्टी को धत्ता बताकर मारवाङ के उभरते किसान नेता हनुमान बेनिवाल के समर्थन में डट गये.. गांव गांव ढाणी ढाणी जाकर उनके पक्ष में वोट माँगे.

मेरी खुशनसीबी रही कि इस अभियान में उनके साथ वक्त बिताने का मौका मिला. उनसे अंतिम मुलाक़ात जायल महारैली में हुई थी.. इस उम्र में भी उनमें गजब की फुर्ती थी.. उनके वक्तव्य श्रोताओं को बांधे रखते थे! पर समय का फैर देखिये कि अपनी रौबिली आवाज़ से बङों बङों को चुप करा देने वाला शख्स आज स्वयं चिरनिद्रा में सो गया. मगर दिलों में बसने वाले लोग तो अमर रहते है, युगों युगों तक किसान ह्रदयों में डूडी जी का नाम जीवंत रहेगा..


"नहीं मिटेगी शख्सीयत तेरी,
जीवन चक्र मिट जाने से,
खुदा भी रो दिया होगा,
आज तुझे पास बुलाने से,
चले गये मगर फिर भी हो,
पावन ह्रदयों में बसते तुम,
बरबस आँखें बरस पडेगी,
आपकी याद आ जाने से,

देवलोक गमन महान आत्मा को ह्रदय की गहराईयों से नमन..

रूपाराम जी डूडी पर कविता

कार्तिक शुक्ल एकम रो, वार मनीजे सोमवार।

भला जलमिया रूप जी, रामधन-भौळी रे दरबार।।

ग्यारह नवंबर तारीखां रो, साल कहीजे उन्नचास।

पहलां रूकमा बाई पछे, रूपेश करियो ऊजास।।

गांव मंडूकरो गरबीलो, चौरासी पट्टी रो देश।

न्याव रो खूंटो जाणता, पंच जाणीेजे ठेट।।

बिपती चाली साथ म, करियो गजब अन्याय।

डेढ साल रा बाळकिया, मायड़ बापू गया समाय।।

धीजपरे रा चौधरी कहीजे, रिणवां कहीजे गौत।

भाणू-भाणी सामिया, रामनाथ रा काळजकौर।।

साल तेरह रो मोट्यार हुयो, आयो मंडूकरे गांव।

बहनड़ली संग खेत ऐरियो, धिन धिन रूपाराम।।

सोलह साल रो कंवरड़ो, धौजकां रे मन भाय।

राजापरे रा रामसुख जी, चंदा दिवी परणाय।।

नणद भौजाई रो प्रेमड़ो, जीवन दियो चलाय।

रूपो कदे न हारियो, सुरज सम चढतो जाय।।

गरीब न गणेश मानतो, करषां न मायड़ बाप।

झुक्यो कदे नी राम सूं, जुलम सह्यो अनाफ।।

सिंह सरीको मानव, जन जन रो ह्रदय शेष।

नान्या दोय घर आविया, चेतन और रतनेश।।

साल अठतरां मायने, गांव करियो बिसवास।

वोटां री झालां भर, सरपंच दियो बणाय।।

गांव न घर मान्यो, जन जन न परवार।

रूपो कदे न हारियो, अगला पंद्रह साल।।

साल तेरानवें मायने, गया परिषद मांय।

करषां रा हक हकूकां, जिलो दियो गुंजाय।।

कांग्रेस कमेटी रा सदस्य बण्या, संघर्ष किनो अपार।

धिन धिन डूडी रूपाराम जी, निवणूं बारम्बार।।

गरीबां रो पालनहार रह्यो, मजलूमां रो दातार।

राज करियो बो काळजिये, डीडवाणा सिरकार।।

बरष अठानवें साल म, भारी होया चुनाव।

जनता री आशीषां, विधानसभा दियो पहुंचाय।।

करियो विकास राज म, शिक्षा बिजली और पाणी।

विकास री गाथा लिखदी, शहर शहर और ढाणी।।

पूरे नागाणा जिला मांय, अव्वल दर्जे रा नेता हा।

जमीन न मां केवता, माटी रा रूपजी बेटा हा।।

बरष 2003 मांय, सदन रा वापस चुनाव होया।

पर थौड़ा सा फर्क सूं, नेताजी सदन सूं दूर होया।।

हार ने सदा सबक मानियो, मन करी कदे न रीस।

जनता राज री धणी है, मानी सदा ही आ सीख।।

पांच बरस रूक्या नहीं, घर घर करियो बे बास।

जनता रा ह्रदय जीतिया, इण पांच बरस रे मांय।।

बरस 2008 मांय, रण सज्यो फेर चुनावां रो।

डंके चौट जितीयो, सच्चो सपूत डीडवाणे रो।।

देख्यो काळ जीवन म, पाणी सूं तरसता लोग।

मन म ठानी गजब की, मुद्दो उठायो बेटोक।।

करम सपूत रा करिया, कदे न लगायो दाग।

जननायक रूपेश जी, डूडी हिरदे समराट।।

साल तेरह रा चुनावां मांय, चेतन पर राख्यो हाथ।

घर घर सूं आशीष मांग्यो, जन जन रो मांग्यो साथ।।

पर शायद संघर्ष रो, दामन हो चेतन रे साथ।

पांच साल राज सूं, किस्मत राख्यो बचाय।।

जियो साधरण जीवन न, रह्यो माटी रो लाल।

धौती न फटकार राखतो, धिन धिन रूपाराम।।

झुर झुर आंसू आविया, हिवड़ो रोयो अपार।

10 मई बरस चौदह मांय, गयो हंसलो सुरगां मांय।।

आशीष आपरो साथे है, ह्रदय बस्या हो आप।

भूलां कदे नी आपने, एक दिन री मुलाकात।।

अर्पित करे श्रद्धासुमन, तेज भगत बलवीर। आवे यादां आप री, लागे काळजिये तीर।।

लेखक:- बलवीर घिंटाला मकराना

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