ysjabp
June 19th, 2008, 05:25 PM
दिल्ली से निकले कई इंटरनैशनल क्रिकेटरों के कोच तारक सिन्हा लोअर मिडल क्लास फैमिली से हैं। उनके पिता बिड़ला मिल्स में नौकरी करते थे और वह वहीं स्टाफ क्वॉर्टर में रहा करते थे। खुद का मकान तारक अपनी नौकरी से नहीं बना सके, लिहाजा उनके ट्रेनी आशीष नेहरा ने दिल्ली के नजदीक वैशाली में अपने गुरु को एक फ्लैट दिया है।
तारक को अपने इस ट्रेनी को लेकर शुरुआत से ही काफी भावुक रहे हैं। उन्होंने बताया कि आशीष शुरुआत से ही काफी प्रतिभाशाली थे। वह कहते हैं, 'आशीष की प्रतिभा को मैंने शुरुआत में ही पहचान लिया था। वह काफी उम्दा बोलर था। लेकिन उसे दिल्ली के सिलेक्टरों ने अंडर-19 में नहीं चुना, तो वह काफी परेशान हो गया। उस समय मैंने उसे काफी समझाया कि धैर्य बनाए रखो।'
इसके बाद उन्होंने आशीष की प्रतिभा को सामने लाने के लिए उन्हें लोकल क्रिकेट में भरपूर मौके दिए। उन्होंने कहा, 'लोकल क्रिकेट में आशीष ने काफी शानदार प्रदर्शन किया। उस समय सिलेक्टर सुनते भी थे और प्रतिभाशाली खिलाडि़यों के लिए लड़ते भी थे। लिहाजा, मैंने तत्कालीन सिलेक्टर हरि गिडवानी से नेहरा को रणजी टीम में चुनने के लिए कहा, तो वह भी आशीष के खेल से काफी प्रभावित थे। लेकिन अंडर-19 नहीं खेलने की वजह से दिक्कत हो रही थी। लेकिन हरि चयन समिति में अपनी बात रखने में सफल रहे और आशीष ने भी हमें नीचा नहीं दिखाया।'
Saujanya se : Navbharat Times
तारक को अपने इस ट्रेनी को लेकर शुरुआत से ही काफी भावुक रहे हैं। उन्होंने बताया कि आशीष शुरुआत से ही काफी प्रतिभाशाली थे। वह कहते हैं, 'आशीष की प्रतिभा को मैंने शुरुआत में ही पहचान लिया था। वह काफी उम्दा बोलर था। लेकिन उसे दिल्ली के सिलेक्टरों ने अंडर-19 में नहीं चुना, तो वह काफी परेशान हो गया। उस समय मैंने उसे काफी समझाया कि धैर्य बनाए रखो।'
इसके बाद उन्होंने आशीष की प्रतिभा को सामने लाने के लिए उन्हें लोकल क्रिकेट में भरपूर मौके दिए। उन्होंने कहा, 'लोकल क्रिकेट में आशीष ने काफी शानदार प्रदर्शन किया। उस समय सिलेक्टर सुनते भी थे और प्रतिभाशाली खिलाडि़यों के लिए लड़ते भी थे। लिहाजा, मैंने तत्कालीन सिलेक्टर हरि गिडवानी से नेहरा को रणजी टीम में चुनने के लिए कहा, तो वह भी आशीष के खेल से काफी प्रभावित थे। लेकिन अंडर-19 नहीं खेलने की वजह से दिक्कत हो रही थी। लेकिन हरि चयन समिति में अपनी बात रखने में सफल रहे और आशीष ने भी हमें नीचा नहीं दिखाया।'
Saujanya se : Navbharat Times