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View Full Version : Necessity to keep save our Religion !!!!!!



rajpaldular
March 23rd, 2011, 12:30 PM
हमने बहुत बड़े-बड़े मठ-मंदिर आदि धर्म स्थल तो खड़े कर दिए हैं परन्तु उनकी रक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की. १९४७ के विभाजन से पहले पाकिस्तान व बांग्लादेश में भी हमारे बहुत बड़े-बड़े धर्म स्थल थे पर आज वहां कोई भी हिन्दू ( हिन्दू समाज में जाट भी एक महत्व पूर्ण और बड़ी जाति है) पूजा-पाठ नहीं कर सकता.

आज भी भारत में प्रतिवर्ष ४ लाख हिन्दुओं को मुसलमान व ४ लाख हिन्दुओं को इसाई बना लिया जाता है और १ लाख महिलाओं को प्रेम अथवा बलात उठा लिया जाता है. जनसँख्या के हिसाब से लग रहा है 'उनकी' कही बात सच हो जाएगी कि "लड़ कर लिया है पाकिस्तान, हंस के लेंगे हिन्दुस्थान." भोला हिन्दू सोमनाथ मंदिर की तरह महाकाल के प्रकट होने पर विश्वास कर रहा है. भगवान शंकर भी भी सोचते होंगे कि यदि सब कुछ मुझे ही प्रकट होकर करना था तो तुम्हे नीचे क्यों भेजा है.

योजनाबद्ध तरीके से जो अटूट मेहनत करेगा, सफलता उन्हें मिलेगी. इसलिए विश्व में ६० देश मुसलमानों व १२५ देश ईसाईयों के हैं. कोई श्रेष्ठ विचारधारा नहीं केवल लक्ष्य के लिए अटूट परिश्रम जहाँ भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं 'गीता' सुनाई हो वहां लोग कर्म छोड़कर चमत्कार की प्रतीक्षा कर रहे हैं. बबूल बोने पर आम कभी भी नहीं जो सकते.

ravinderpannu
March 23rd, 2011, 01:38 PM
A topic worth debating ,,actually not debating ...asking for action...as to what we are doing in terms of preserving our religion...will another 100 yrs witness Hindus in minority in their own country.

Or shall we start doing the same thing,,lets start increasing population as others are doing,,,or shall we start preaching hinduism( which seems near to impossible)...

There are just two Hindu countries in the world India and Nepal,,part of Bhutan may be Hindu..!!
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Apart from the thought above...???
which is the biggest religion.....BHUKH...ek bhukhe insaan ko bolo ki apna dharm change kar lo tumhe roti milti rahegi,,,95% change kar lenge,,
Bhukh aasthye badal deti hai..
baki shayad ye aastha rakhte hain ki dharm nahi change karenge mar jayenge..

And In India the biggest religion is prevailing i.e Hunger is vast and increasing and ppl are changing religions. If we are able to eradicate hunger probably we will see the same religion prevailing till eternity.

Fateh
March 23rd, 2011, 05:01 PM
I agree with both you, we must save our religion, we hindus are mainly responsible for the present state,
a) First of all we must love each other, respect & atlist socially treat equally,
b) Take care of bhukh .
c) Donnot allow these Dhungi BABAS or dharam ke thekedars to establish religious sects which generally get seperated at some stage from hinduism and also divert/dilute the efforts/attention to our religion.
d) Make our religious practices very simple & for every body.
e) Remove ill practices, remove all boises towards any community/ area, remove all false stories, explainations & justifications.
f) Remove castes from our system if we want to save the word The HINDU
fOR TODAY ONLY THIS MUCH, REGARDS

rajpaldular
May 30th, 2011, 01:49 PM
इस्लाम न तो धर्म है औऱ न ही संप्रदाय

इस्लाम न तो धर्म है औऱ न ही संप्रदाय ,इसके पूरे संदर्भ मैं ये एक संपूर्ण 100 प्रतिशत जीवन जीने का एक तरीका है.इस्लाम मैं धार्मिक,कानूनी,राजनीतिक,आर्थिक सामाजिक व सामरिक पहलू है.

किसी भी देश मैं इस्लामी करण का प्रारंभ होता है जब पर्याप्त मात्रा मैं मुस्लिम जनसंख्या होती है और वे इसके लिए उग्रता दिखाने की स्थिति मैं होते हैं और जब राजनीतिक रूप से जागरूक और सहनशील समाज मुस्रलिमों की कुछ धार्मिक बातों को मान लेते हैं तब उनकी कुछ और मांगें धीरे से आगे आजाती है…….ये किस तरह काम करता है…. उस देश मैं हो जब तक मुस्लिम जनसंख्या 2 प्रतिशत या कम हो तो मुस्लिम समाज एक शांतिप्रिय समाज है जो किसी भी प्रकार से अन्य नागरिकों के लिए खतरा नहीं दिखाई देता है जैसा कि ….

United States -- Muslim 0.6%,Australia -- Muslim 1.5%,,canada -- Muslim 1.9%,China -- Muslim 1.8%,Italy -- Muslim 1.5%,Norway -- Muslim 1.8%
जब ये जनसंख्या 2-5 प्रतिशत तक पहुंच जाती है तब धर्मांतरण प्रारंभ होता है,जो अक्सर अन्य धर्म के अल्पसंख्यकों और जैलों मैं अलग थलग पङे लोगों से होता है ….जैसा कि निम्नांकित है…..
Denmark -- Muslim 2%,Germany -- Muslim 3.7%,United Kingdom -- Muslim 2.7%,Spain -- Muslim 4%,Thailand -- Muslim 4.6%,प्रतिशत से ज्यादा होने पर ये अपनी जनसंख्या के अनुपात से ज्याद मांगे रखना शुरु कर देते है……जैसे वे हलाल के मांस की मांग करेंगे एक तरह से जोब सिक्यूरिटी हो गई मुस्लिमों की खाने की इंडस्ट्री मैं…..सुपरमार्केट्स पर हलाल के मांस के अलग स्टाल लगाने का दबाव बनाया जाता है अन्यथा उनके बहिष्कार की धमकियां दी जाती हैजैसा कि निम्न देशों मैं हो रहा है……
France -- Muslim 8%,Philippines -- Muslim 5%,Sweden -- Muslim 5%,Switzerland -- Muslim 4.3%,The Netherlands -- Muslim 5.5%,Trinidad & Tobago -- Muslim 5.8%

और अब समय आता है जब वे सरकार से ऐसे कानून बनाने की बात करते हैं कि उनके ऊपर सिर्फ शरियत लागू की जाये…..क्यों कि मुसलमानों का अंतिम लक्ष्य पूरे विश्व मैं शरियत लागू करना है…..

जब मुस्लिम जनसंख्या 10 प्रतिशत या ज्यादा हो जाती है तो अपनी बनाई हुई बिगङी हुई परिस्थितियों के लिये आंदोलन करना शुरू करते हैं….और यदि कोई गैर मुसलमान इस्लाम के प्रति असम्मान जताते है तो ये धमकियां देना शुरु कर देते हैं और दंगा भङकाने की कोशिश करते हैं. जैसा कि एम्सटर्डम मैं हुआ जहां मुहम्मद साहब का कार्टून बनाने के बाद धमकियां दी गई……..

Guyana -- Muslim 10%,India -- Muslim 13.4%,Israel -- Muslim 16%,Kenya -- Muslim 10%,Russia -- Muslim 15%

और जब जनसंख्या 20 प्रतिशत या उससे अधिक हो तो छोटी छोटी बात पर दंगा करना….जिहादी ग्रुप बनाना,हत्यायें करना ….मंदिर और चर्च जला देना आम बात हो जाती है जैसा कि ……
Ethiopia -- Muslim 32.8%
At 40%, nations experience widespread massacres, chronic terror attacks, and ongoing militia warfare, such as in:
Bosnia -- Muslim 40%,Chad -- Muslim 53.1%,Lebanon -- Muslim 59.7%

60 प्रतिशत से ऊपर वाली जनसंख्या वाले देशों मैं गैर मुस्लिमों को औऱ अन्य मुस्लिम समुदाय जैसे पाकिस्तान मैं अहमदिया पर स्वायंभू तरीके से मुकदमें चलाकर उन्हें परेशान किया जाता है औऱ एक तरह से उनकी सामुहिक हत्यायें आदि करके उनको खत्म किया जाता है…..औऱ इसके लिए हथियार बनाया जाता है शरिया कानून को औऱ जजिया कर जो कि काफिरों पर लगाया गया टैक्स है कि वे शांति से जी सकें…….जैसा निम्न देशों मैं हो रहा है……
Albania -- Muslim 70%,Malaysia -- Muslim 60.4%,Qatar -- Muslim 77.5%,Sudan -- Muslim 70%

औऱ 80 प्रतिशत के बाद हिंसक जिहाद औऱ हत्यायें रोजमर्रा का काम हो जाता है…..याने राज्य द्वारा प्रायोजित सामुहिक हत्यायें क्यों कि काफिरों को खत्म करना इन देशों की मूल नीति होती हैऔर 100 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या लक्ष्य जैसा कि निम्न देशों मै हो रहा है….
Egypt -- Muslim 90%,Gaza -- Muslim 98.7%,Indonesia -- Muslim 86.1%,Iran -- Muslim 98%,Iraq -- Muslim 97%,Jordan -- Muslim 92%,Morocco -- Muslim 98.7%,Pakistan -- Muslim 97%,Palestine -- Muslim 99%,Syria -- Muslim 90%,Tajikistan -- Muslim 90%,Turkey -- Muslim 99.8%,United Arab Emirates -- Muslim 96%

और जहां संपूर्ण लक्ष्य प्राप्तकर लिया जाता है वहां दार –ए -सलाम के रूप मैं शांति का प्रवेश होता है…..और वहां पूरी तरह से शांति औऱ शांति ही होनी चाहिये क्यों कि हर व्यक्ति मुसलमान है…..विध्यालयों की जगह सिऱ्फ मदरसे होते हैं औऱ कोरान ही सिर्फ साहित्य होता है……..चारों और इस्लाम का बोलबाला होता है…..सिर्फ कुरान सुनाई देती है जैसा इन देशों मैं हुआ है…….

पर दुर्भाग्य से शांति कभी नहीं आती जैसा कि इन देशों मैं हुआ है…जिनमें बिना किसी अपवाद के सबसे कट्टर मुसलमान रहते हैं और जो अपनी खून की प्यास को थोङे कम कटेटर मुसलमानों के खून से बुझाते हैं…..जिसके अनेक कारण गिनाये जा सकते हैं

Afghanistan -- Muslim 100%
Saudi Arabia -- Muslim 100%
Somalia -- Muslim 100%
Yemen -- Muslim 100%'

Before I was nine I had learned the basic canon of Arab life. It was me against my brother; me and my brother against our father; my family against my cousins and the clan; the clan against the tribe; the tribe against the world, and all of us against the infidel. -- Leon Uris, 'The Haj'

ये समझना बहुत ही महत्वपूर्ण है कि जिन देशों मैं मुस्लिम जनसंख्या 100 प्रतिशत से ठीक ठाक कम होती है जैसे फ्रांस जहां अल्पसंख्यक मुस्लिम जनसंख्या अपनी ही बनाई हुई बस्तियों मैं रहती है जहां वे शरियत कानून के अनुसार रहते हैं….जहां पुलिस प्रवेश भी नहीं करती………जहां न पुलिस न न्यायालय न विध्यालय और न हीं गैर मुस्लिमों के लिए कोई धार्मिक सुविधा होती है….ऐसे मैं मुस्लिम समाज के अन्य वर्गों के साथ मिल भी नहीं सकते ……बच्चे मदरसों मैं जाते हैं और केवल कुरान सीखते हैं जिसमें वो जान पाते हैं कि काफिर की सजा केवल मौत है……………

आज
आज 1.5 अरब मुसलमान विश्व की जनसंख्या का 22 प्रतिशत है….पर उनकी जन्म दर ईसाई,हिंदु,बौंद्ध,यहूदी और अन्य सभी धर्मों के मानने वालो से अधिक है…इस सदी के अंत तक मुसलमान विश्व की जनसंख्या के 50 प्रतिशत से ज्यादा होंगे……….

सोचो………और सोचो…………….फिर क्या होगा…..

Adapted from Dr. Peter Hammond's book: Slavery, Terrorism and Islam: The Historical Roots and Contemporary Threat.

riyaa
May 30th, 2011, 05:16 PM
कोई भी हिन्दू ( हिन्दू समाज में जाट भी एक महत्व पूर्ण और बड़ी जाति है) पूजा-पाठ नहीं कर सकता.
मे आपकी इस बात से सहमत नही हूँ


आज 1.5 अरब मुसलमान विश्व की जनसंख्या का 22 प्रतिशत है….पर उनकी जन्म दर ईसाई,हिंदु,बौंद्ध,यहूदी और अन्य सभी धर्मों के मानने वालो से अधिक है…इस सदी के अंत तक मुसलमान विश्व की जनसंख्या के 50 प्रतिशत से ज्यादा होंगे……….

सोचो………और सोचो…………….फिर क्या होगा…..
२ रास्ते हो सकते है या तो मुसलमानों को मार दे या फिर उनकी तरह हिन्दू भी अपनी जनसँख्या बढ़ाये..पर मुझको एक बात नही समझ आती यह धरम बचाने की क्या होड़ है एक तरफ सब कहते है सबका भगवान एक है, और फिर अपना हिन्दू धरम बचने के रास्ते निकाल ते है, मुझे पता है की समाज हिन्दू, मुस्लमान, और दूसरी कामो मे divided है आप लोगो क्या लगता है के अगर मुसलमान ज्यादा हो गए तो क्या हिन्दुओ को खत्म कर देंगे, क्या कोई ऐसी कॉम है जो ख़त्म हो गयी हो? ऐसी किसी कारणों की वजह से मेरे ख्याल से वो, इंसानियत है, माफ़ कीजयेगा अगर मेरे शब्द ने किसी को दुःख पहुचाया हो तो...