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View Full Version : kis desh kaa rajkumaar ?



ravinderjeet
April 29th, 2011, 09:57 AM
कई दिन तें यो राजकुमार छाया हुआ हे टी.वि पे | म्हारा ऊह ते के लेणा -देणा स | आपणे देश में और भतेरी मुश्किल / मुद्दे सें | भारत के संसाधना का दुरूपयोग किसी विदेशी की बड़ाई एर ऊह के हागे-मुत्ते पे कार्यकर्म बना के ये के दिखाणा चाह्वें सें | इस्सी ढाल परस्तुति होवण लागरी स जाणु तो वो भारत का राजकुमार हो | इह ढाल के समय और संसाधनों के दुरूपयोग कर्ण आले कार्यकरमां पे रोक लागणी चाहिए | ये गुलाम मानसिकता के प्रतीक सें | आप सब के कुविचार/सुविचार आमंत्रित सें |

dndeswal
April 29th, 2011, 11:33 AM
रवीन्द्र, 1981 में चार्ल्स अर डायना के ब्याह पै भी न्यूं ऐं काटकड़ तारया था इन गोरे लोगां नैं, पर उस टाइम म्हारे देश में टी.वी के घणे चैनल ना थे ।

ईब तै कुकर्म हो रहया सै, पूरा गांहटा हांक राख्या सै । म्हारे लोग खाम-खां बावळे हो कै इस प्रोग्राम पै बैठें सैं । मैं तै इसनै कोनी देखता - एकाध खबर पढ लेणा ऐं भतेरा !

न्यूं लागै सै म्हारे देश तैं गुलामी गई ना सै ईब ताहीं - फोकट में आजादी का ढोल पीटैं सैं ।
.

spdeshwal
April 29th, 2011, 01:16 PM
दयानद भाई,
यह केवल भारत में नहीं , इस तमाशे में साड़ी दुनिया के लोग शामिल हो रहे हैं !
यहाँ, ऑस्ट्रेलिया के सारे चैनल लाइव दिखा रहे हैं, और कई घंटे से थूक बिलोंण लग रे सें !
सभी टीवी चैनल के प्रमुख प्रेजेंटर लन्दन में डेरा डाले हुए हैं !
पूरे अप्रैल महीने में, सभी अखबार इस सम्बन्ध में झूठ सच छपने की होड़ में लगे हुए हैं !
वैसे में भी टीवी के आगे जमया बैठा हूँ ! हा हा ...
बस उत्सुकतावश .........

kuldeephmh
April 29th, 2011, 01:32 PM
मैंने तो यो सब trp बढान का धंधा लागे है.
आजकल सब न्यूज़ आले भाई फ़ालतू की बातां ने लेर्र लागरे है दूध का दही बनावन....
न्यूज़ तो कम दिखावे है अर्र मनोरंजन ज्यादा करावे है जब किसे चैनल पर कीमे आता न हो न तो न्यूज़ आला लगा क बैठ जाओ चौखा टैम पास हो ज्य़ा गा ...हा हा हा हा
हर ये बावले से कदे न्यूज़ दिखा भी दे तो बस उसने न्यू तोड़ मरोड़ के दिखावेगा जीमे की ज्यादातर दर्शक देखने चाहवे है या इत्ती डरावनी करके या रोचक सी बना कै घुमचकरी बनावेगा के दर्शक ने बेरा ही नहीं लागे के असली न्यूज़ आखिर थी के?
इन सब का इलाज़ एक ही है की जब वे आप आली रागनी शुरू कर देवे तो भाई आपनो चैनल ही बदल ल्यों|
लोगां ने बावला बना बना के लागरया है देश को भट्टों बिठावन के काम में......

upendersingh
April 30th, 2011, 01:12 AM
इन अंग्रेजां की बेब्बे कै...जमा नंग कट्ठे हो रहे सै दुनिया मैं...जो यो दूल्हा था मेरी सासू का, ईह नै तो अपनी पुराणी चेल्लियां न्योत राक्खी थीं अर यो जो बोहड़िया थी ईह नै अपने पुराणे यार न्योत राक्खे थे इस ब्याह मैं...इसे नंगां के ब्याह मैं शामिल होण ताहीं दुनिया-भर तै लोग कट्ठे हो रे थे उड़ै...पब्लिकसिटी इसी कर दी जणू तै दोनुआं के माह अमर प्रेम जिसा सौद्दा हो राख्या सै...कटिया तार राख्या सै एक हफ्ते तै...

नंगां के ब्याह मैं पुराणी चेल्लियां अर पुराणे यार (http://www.monstersandcritics.com/people/news/article_1632290.php/Prince-William-and-Kate-Middleton-invite-ex-lovers-to-wedding)

ritu
April 30th, 2011, 01:26 AM
me to tangg aa li...itne overrated bana raakhe hai.yaha america me kal parso me 300 log marr gyye tornado me fer bhi shaadi ki coverage p zyada emphasis hai...shame on such a media
कई दिन तें यो राजकुमार छाया हुआ हे टी.वि पे | म्हारा ऊह ते के लेणा -देणा स | आपणे देश में और भतेरी मुश्किल / मुद्दे सें | भारत के संसाधना का दुरूपयोग किसी विदेशी की बड़ाई एर ऊह के हागे-मुत्ते पे कार्यकर्म बना के ये के दिखाणा चाह्वें सें | इस्सी ढाल परस्तुति होवण लागरी स जाणु तो वो भारत का राजकुमार हो | इह ढाल के समय और संसाधनों के दुरूपयोग कर्ण आले कार्यकरमां पे रोक लागणी चाहिए | ये गुलाम मानसिकता के प्रतीक सें | आप सब के कुविचार/सुविचार आमंत्रित सें |

spdeshwal
April 30th, 2011, 06:40 AM
इस तमाशे की इस स्तर पर पेश करने में मिला जुला अभियान था !
ब्रितानिया राजघराना अपनी कम होती लोकप्रियता को पुन:स्थापित करने के लिए !
ब्रितानी सरकार , पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए !
जाहिर है मीडिया अपनी टी आर पी बढ़ने के लिए या यों कही, हम भी हैं मीडिया में, जैसा अभियान!

खैर एक तरह से शामिल तो में भी हो गया! उत्सुकता थी की इसाई रीती से शादी कैसे होती है, देखें !
पहली बार देखा है ! कुछ जाना पहचाना सा लगा ! या यों कहिये , कुछ ऐसा भी था जो दिल को छू गया !
वह था कन्यादान ! जी हाँ, वैदिक/ हिन्दू रीती में कन्यादान जैसा !
जैसे ही केट कार से निचे उतरी , उसके पिता ने उसका बांया हाथ अपने हाथ इनिं ले लिया और अगले १५-२० मिनट तक , बेटी का हाथ अपने हाथ में रखा!
उसके बाद बेटी का हाथ पादरी के हाथ में और पादरी ने विलियम के हाथ में ! मुख्य पादरी ने जो जो कहा, और दोनों से बुलवाया, भावार्थ बिलकुल हमारे वेद मन्त्रों के भावार्थ जैसा !
पिछले दिनों 'कन्यादान' पर चर्चा हुई थी, इसीलिए लिखने से नहीं रोक सका !

ravinderjeet
April 30th, 2011, 06:50 AM
इन अंग्रेजां की बेब्बे कै...जमा नंग कट्ठे हो रहे सै दुनिया मैं...जो यो दूल्हा था मेरी सासू का, ईह नै तो अपनी पुराणी चेल्लियां न्योत राक्खी थीं अर यो जो बोहड़िया थी ईह नै अपने पुराणे यार न्योत राक्खे थे इस ब्याह मैं...इसे नंगां के ब्याह मैं शामिल होण ताहीं दुनिया-भर तै लोग कट्ठे हो रे थे उड़ै...पब्लिकसिटी इसी कर दी जणू तै दोनुआं के माह अमर प्रेम जिसा सौद्दा हो राख्या सै...कटिया तार राख्या सै एक हफ्ते तै...

नंगां के ब्याह मैं पुराणी चेल्लियां अर पुराणे यार (http://www.monstersandcritics.com/people/news/article_1632290.php/Prince-William-and-Kate-Middleton-invite-ex-lovers-to-wedding)

उप्पू भाई , माडे से दिना पाछे जब इनका यो ताप उतर जा गा फेर ये पुराने यार-ए तो काम आवेंगे | एर यो भारतीय मीडिया हर बात होई-अन्होई पे जट्टां ने गाल बके जा , इब्ब इनके चरित्र पे किम्मे भी कोणी कहंदा | असल में आपने काले अंग्रेजां का भी चरित्र इसा-सा-ए स | इब्ब सट्टे बाजां ने तो इनके तलाक एर अन्होये बाल्कान पे धंधा चलाणा सुरु कर दिया | ये सब पिस्से कमान के कोए भी जायज/नाजायज मोके छोड़ना कोणी चाहंदे |

VirJ
April 30th, 2011, 07:09 AM
कई दिन तें यो राजकुमार छाया हुआ हे टी.वि पे | म्हारा ऊह ते के लेणा -देणा स | आपणे देश में और भतेरी मुश्किल / मुद्दे सें | भारत के संसाधना का दुरूपयोग किसी विदेशी की बड़ाई एर ऊह के हागे-मुत्ते पे कार्यकर्म बना के ये के दिखाणा चाह्वें सें | इस्सी ढाल परस्तुति होवण लागरी स जाणु तो वो भारत का राजकुमार हो | इह ढाल के समय और संसाधनों के दुरूपयोग कर्ण आले कार्यकरमां पे रोक लागणी चाहिए | ये गुलाम मानसिकता के प्रतीक सें | आप सब के कुविचार/सुविचार आमंत्रित सें |

वैसे तो इसका सबने बेर ही स पर आड़े जीकर दुबारा चल पड़ा तो--
इंडिया comonwealth का हिस्सा हे. और इसका हिस्सा इंडिया अपनी मर्जी त बना हे. इस comonwealth का मतलब यो हे के" ये देश एक ही विरासत शेयर करते हे जैसे की अंग्रेजी भासा और अंग्रेजी सभ्यता का अनुकरण, एक जैसी राजनेतिक पर्नाली, एक रानी जो की इंग्लैंड की महारानी भी हे, और ब्रिटिश हुकूमत से किसी न किसी तरेह का संबंद. मारे जो लीडर थे हर घन्करे जो इब भी हे वे अंग्रेज़ हर अंग्रेजी के गुलाम या modern भासा में कह लो follower थे महात्मा गाँधी ने छोड़ के चाहे वो जिन्नाह हो या नेहरु इसलिए ही इतना craze हे आजतायी न तो हिन्दुस्तानी राजा रानी थे उनने कोई नहीं पूछता.


अँगरेज़ तो ये चाहया ही करते के हिन्दुस्तानी में आतम सम्मान ख़तम कर दो हर इनके या सोच बिठा दो के ये कवे :Everything English is Good.
आज ताई देख लो नुए कवे स. मिलिटरी का interview भी पास नहीं होता अगर अंग्रेजी न आवे तो.

तो भाई रविंदर ये ढोल तो बाजेंगे जिद ताई लोगाँ में सवाभिमान नहीं आवेगा हर ये नुए नचेंगे हर बैटन लावेंगे उड़े जा जा के

ravinderjeet
April 30th, 2011, 07:09 AM
me to tangg aa li...itne overrated bana raakhe hai.yaha america me kal parso me 300 log marr gyye tornado me fer bhi shaadi ki coverage p zyada emphasis hai...shame on such a media

इब्बे के स ऋतू जी ,इब्बे तो कई दिन ताहि अखबारां में एर टी.वि. पे इन्ना भुंडा हाल होवेगा ,अक देखानिया आपनी स्तिथि पे रोवेगा | कोयेसा चेन्नल ला लो शाही शादी एर किरकेट के सिवाय किम्मे भी कोणी ,कती रांध के गेर दिए | एक हफ्ता टी.वि बंद | ये मीडिया आले अन.जी.ओ. गेल्याँ मिल के कदे,कार फ्री डे ,कदे स्मोक फ्री डे ,एलेक्ट्र्सिटी फ्री डे ,आटो/टेक्सी फ्री डे मनावे सें पर कदे भी टी.वि.फ्री डे ना मनांदे

ravinderjeet
April 30th, 2011, 07:19 AM
वैसे तो इसका सबने बेर ही स पर आड़े जीकर दुबारा चल पड़ा तो--
इंडिया comonwealth का हिस्सा हे. और इसका हिस्सा इंडिया अपनी मर्जी त बना हे. इस comonwealth का मतलब यो हे के" ये देश एक ही विरासत शेयर करते हे जैसे की अंग्रेजी भासा और अंग्रेजी सभ्यता का अनुकरण, एक जैसी राजनेतिक पर्नाली, एक रानी जो की इंग्लैंड की महारानी भी हे, और ब्रिटिश हुकूमत से किसी न किसी तरेह का संबंद. मारे जो लीडर थे हर घन्करे जो इब भी हे वे अंग्रेज़ हर अंग्रेजी के गुलाम या modern भासा में कह लो follower थे महात्मा गाँधी ने छोड़ के चाहे वो जिन्नाह हो या नेहरु इसलिए ही इतना craze हे आजतायी न तो हिन्दुस्तानी राजा रानी थे उनने कोई नहीं पूछता.


अँगरेज़ तो ये चाहया ही करते के हिन्दुस्तानी में आतम सम्मान ख़तम कर दो हर इनके या सोच बिठा दो के ये कवे :Everything English is Good.
आज ताई देख लो नुए कवे स. मिलिटरी का interview भी पास नहीं होता अगर अंग्रेजी न आवे तो.

तो भाई रविंदर ये ढोल तो बाजेंगे जिद ताई लोगाँ में सवाभिमान नहीं आवेगा हर ये नुए नचेंगे हर बैटन लावेंगे उड़े जा जा के

गांधी भी तो उनका-ए पिछलग्गू था | जा ऊह के अफ्रिका में लात मार के ने ट्रेन माँ तें बाहर ना बग़ा देंदे तो वो अंग्रेजी हकुमत खातरए ना वकालत करदा | जो आज भी सरकार चलावानिया नेता/बाबू सें इन्ने-ए के बाप-दाद्याँ ने हिन्दुस्तान्यों पे गोली चलाई थी | जुकर एक पोस्ट में राजपाल दुलार जी ने छापी थी एर रामदेवबाबा कहंदा हंडे स अक केवल सत्ता हस्तान्त्र्ण होया था ,आजादी का तो ऊह दस्तावेज में किते भी जीकर कोणी | तो मानसिक गुलामी तो जारी हे , काला अंग्रेज हम पर भारी हे |

VirJ
April 30th, 2011, 07:31 AM
भाई वो दस्तावेज पूरा पड़ रखा स मेने. आज़ादी तो उस टेम कुकर मिल सके थी अपना कोई संविधान ही नहीं था.
वो सता का hastantaren था सिर्फ. आजादी होती हे दिमाक में chandershekar आजाद गुलाम देश में होके भी आजाद था हर नेहरु आजाद देश में भी गुलाम था नु क्या करदा में तो सोचता भी इंग्लिश में हूँ .

अँगरेज़ आजादी थोड़ी देर में देना चाहते थे १९४८ तक पर इस गधे की -- नेहरु हर जिन्नाह के तौल हो री थी. बिना पोलिसे बनाये, बिना Pakki boundry लोगां टी बताये, declare कर दी एक कमरे में बेठ के. अगर सब कुछ प्लान टी करा जांदा तो punjab हर बंगाल में इतने लोग नहीं मरते .

ये जो लोग मरे थे हर जिन बेचारियाँ का बलात्कार होया यो सब रोका जा सके था काफी हद तक अगर यो नेहरु चाहता तो.

Policiyan ne nu bhi nahi bera tha unne pakistan report karna he ya Hindustan.

ravinderjeet
April 30th, 2011, 07:59 AM
भाई वो दस्तावेज पूरा पड़ रखा स मेने. आज़ादी तो उस टेम कुकर मिल सके थी अपना कोई संविधान ही नहीं था.
वो सता का hastantaren था सिर्फ. आजादी होती हे दिमाक में chandershekar आजाद गुलाम देश में होके भी आजाद था हर नेहरु आजाद देश में भी गुलाम था नु क्या करदा में तो सोचता भी इंग्लिश में हूँ .

अँगरेज़ आजादी थोड़ी देर में देना चाहते थे १९४८ तक पर इस गधे की -- नेहरु हर जिन्नाह के तौल हो री थी. बिना पोलिसे बनाये, बिना Pakki boundry लोगां टी बताये, declare कर दी एक कमरे में बेठ के. अगर सब कुछ प्लान टी करा जांदा तो punjab हर बंगाल में इतने लोग नहीं मरते .

ये जो लोग मरे थे हर जिन बेचारियाँ का बलात्कार होया यो सब रोका जा सके था काफी हद तक अगर यो नेहरु चाहता तो.

Policiyan ne nu bhi nahi bera tha unne pakistan report karna he ya Hindustan.

डिफेन्स तो लगभग इब्बी पूरा-ए अंग्रेज स | आपने पगड़ी उछालना बेजती मानी जा स एर ये जब अन.डी.ए माँ तें पास होवें तो आपनी टोपी उछाल्या करें | क्योंकि अंग्रेज उछाल्या करदे | कोर्ट में जज अंग्रेजां का चलाया होड़ चोगा एर सर पे नकली बालाँ की टोपी पह्रेंगे | एर जब सनातक की डिग्री दि जावे जब भी काला चोगा एर टोपी पह्रावें सें | जबकि भारतीय समाज में ये सब बात भुंडी मानी जावें सें फेर भी इन् का पेंडा ना छोड़दे | नेवी के झंडे में एक कूण में क्रोस स | यो पांच छ साल पहलम किसे देश भक्त ने कढवा दिया था | एर इब्ब फेर बेरा ना कुणसी हाई कमांड ने फेर लुवा दिया | तो भाई कोए इह गुलाम मानसिकता ने ठा कें बगाणा भी चाह्वें, तो काले अंग्रेज इन्नी भुंडी ढाल जम्मे बेठे सें अक लोकतंत्र में तो इन् ने हटा नि सकदे | सब किम्मे इन्ने बर्ग्याँ के हाथ में स |

kuldeephmh
April 30th, 2011, 08:22 AM
Ravinder Bhai maamla ku6 aisa sa hai...

Japnese Provrb:-"If one can do,U too can do, if none can do,U must do..
"INDIAN concept:-"If one can do,Let him do..If none can do,how can I do?

Bs yo change ho jya to sab jhagda hi muk jya....