PDA

View Full Version : mahaare desi jattu khel



ravinderjeet
August 1st, 2011, 04:13 PM
मन्ने खेल आले तागे में आपने देशी खेल जिन्न ने खेल-खेल के हाम बड्डे होए किते जीकर कोन्या पाया | खेल भी किसे कौम /देश की पिछान हों सें | इस तागे में जो खेल हामने खेले सें वे पुरे नियम की गेल अर क्यूकर खेल्या जाया करे उसकी पूरी विधि की गेल छापूंगा | और कोए भी छापना चाहवे उनका सुवागत स ,पर जो भी छाप्पो तो पूरी जानकारी की गेल छाप्पो न्यू नहीं अक हाम भी एक इसा सा खेल खेल्या करदे इब्ब कोणी बेरा | जा में गाम में गया तो उड़े तें में फोटू भी ल्या कें ने छापूंगा खेल खेल्दे बालकां के | ना ते कोए भी लिंक दे के ने छाप सके स |तो पहला देशी जट्टू खेल प्रस्तुत स :-



लाभ्भ्क लितरा
खेल का नाम -- लाब्भ्ना का मतलब से प्राप्त करणा या टोहना ,लितरा =टूटे फूटे जूते चप्पल ने कह दिया करें |
खेल का सामान --- एक चार या पांच मीटर की जेवड़ी , एक खूंटा ,के :झाँखी का गज के:कोए रूंख जिह के जेवड़ी बाँधी जा सके , अर जो भी पायां में पहर रया हो वे लितरे|
खेल का परकार :- यु खेल एक तरफ़ा खेलहो स जिह में एक के काण दिया करें | अर बाकी उसके विरुद्ध खेल्या करें |
काण ------ कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | हर शब्द पे एक जणा बहार हो जांदा अर जो आखिर में बच जांदा उह ने फेर काण दी जाया करे |(काण =जिह ने बाकी सारे खिलाने हों ,जुकर लूकम-लुकाँ(आइस-बाईस )में एक जणा टोहया करे )
बखत --- यु खेल गर्मियां में किस्से रुंख तले या गाल में जित छांह हो उड़े खेल्या करदे |
नेम (नियम )-- जिह बालक के काण आज्या वो जेवड़ी का एक ओड खूंटे /रूंख /गज के बाँध देवेगा अर दुसरा छोर आप पकड़ के ने खड्या हो जा गा | घनखरे जेवड़ी ने माडा सा लपेटा दे राख्या करें ज्युकर पायां में ना उलझे अर विरोधी ने न्यू कोणी बेरा पाटे अक जेवड़ी कितनी लांबी ताहि जा गी | सारे जाणे चारुं ओड खड़े हो ज्यां गे अर लितरे ठावन की कोशिश करेंगे | जा एक भी चप्पल जूती किस्से के ठा जा तो उस चप्पल जुती ने भी बगा-बग़ा के चप्पलआँ के मार्या करें दूर तें जुकर और चप्पल जूती बाहर लिक्डावें, के खींड जावें ,अर जिह के जिन्नी ठा जा वो आपने धोरे राखेगा | जा चप्पल जूती मारदी हान बिचाले जा पड़े तो वा उड़े-ए पड़ी रह्वेगी इतने पहलम की ढाल उहने ठा ना लें |जेवड़ी आला बालक जो भी उह के लोवे लागेगा लितर ठावन खातर उस्से की गेल भाजेगा | बिना जेवड़ी छोडें जा वो किस्से के हाथ ला दे गा तो फेर काण उह के आज्या गी जिह के हाथ लाया स | ना ते जा आखरी चप्पल उठ जा ऐ जिब ताहि उहने किस्से के हाथ कोणी लाया ते फेर उहने आखरी चप्पल उठदे-ए धांही ताहीं भाजना स | अर जिह के जितने लितर हाथ में सें वो उह के बग़ा-बग़ा के मारेगा | धांही के हाथ लागे पाछे उह के नि मार सकदे अर हाथ में ले कें ने भी नि मार सकदे केवल बग़ा के ने मारने हों सें अर ना कोए उह की धांही ताहीं की भाजन की राह में अड़ के खडा हो सकदा अर ना सामी तें मार सकदा गेल तें-ए मारने हों सें |अर फेर उसने फेर जेवड़ी पकड़ के ने खड्या होना पडेगा दूसरी पारी खातर इतने वो बालक उस काण ने दुसरे ताहि हाथ ला के ने नि दे लेन्दा |

akshaymalik84
August 4th, 2011, 01:08 PM
Humbe balak chappala k kam marya karte arr kaan aale ki taang faltoo sekya karte.....hahaha....arr jiski pahli kaan aaja uski te samajh le sooj gi taang.

ravinderjeet
August 5th, 2011, 12:07 PM
काटम काट कुहाड़ीया
खेल का नाम -- इह खेल का नाम काटम काट कुहाड़ीया ज्यां तें पड्या होगा एक टीम निशान बनावे अर दूसरी उह ने काट के जावे |
खेल का सामान --- बत्ती (स्लेटी ) निशान लावन खातर |
खेल का परकार :- इह खेल में दो जत्थे (टीम )होया करें | कम तें कम दो बन्दे एक ओड ने होणे चाहिए |
काण ------ कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | हर शब्द पे एक जणा बहार हो जांदा अर जो आखिर में बच जांदा उह ने फेर काण दी जाया करे |(काण =जिह ने बाकी सारे खिलाने हों ,जुकर लूकम-लुकाँ(आइस-बाईस )में एक जणा टोहया करे )
बखत --- यु खेल गर्मियां में किस्से घेर में या गाल में जित छांह हो उड़े खेल्या करदे |
नेम (नियम )-- हर टीम ,एक दुसरे तें लुक के ने आपने आपने इलाके में निशान लावेंगे | निशान खड़े डंडयाँ के रूप में हों सें ज्युकर ||||||||||||(१००)इन् ने "काटे" कह्या करें | जित भी १०० डंडे होज्यांगे उड़े-अ १०० लिखना हो स | फेर गिंनती करण में आसानी हो ज्या स | दोनु टीम आपणा-अपणा लिख लेन्गे जिब्बे कोए सी भी टीम पहलम रुक्का मार दे गी "काटम काट कुहाड़ीया "|रुका मार्दे-ए लिखना रुक जा गा | अर जिह ने पहलम रुका मार्या स वो टीम पहलम दुसरे आले के काटे टोहन जावेंगे उनके इलाके में | मान लिया दुसरे आले के १०,००० काटे टोह लिए अर फेर पह्ल्डी टीम ने हार मान ली तो दूसरी टीम उनके बचे होए जो पहल्डी टीम टोह ना सकी इस्से दो हजार काटे बता दे स | तो दूसरी टीम धोरे दो हजार नमबर बच्गे | इब्ब दूसरी टीम पहलाड़ी के इलाके में टोहन जावे स | दूसरी ने उनके १२००० काटे टोह लिए | अर फेर और कोणी टोह सके तो हार मान ली |जो टीम जितने काटे टोहवेगी उन् पे क्रोस मार दे गी ताकि दूसरी पारी में वे ना गिने जावें | इब्ब पहलाड़ी टीम के काटे जो दूसरी टीम टोह ना सकी वे वे मिले ८०० |१०० नम्बर का एक लिंडा मान्या जा स | दूसरी टीम के २००० नमबर में तें पहलाड़ी टीम के ८०० नंबर घटा के ने १२०० नबर बच गे | जो की १२ लिंडयाँ की बराबर हो गे | इब्ब पहल्डी टीम के दूसरी टीम ने बारा लिंडे दे दिए | फेर न्यू-ए दूसरी पारी सुरु हो जा गी | अर फेर जब उस दिन का खेल ख़तम होवेगा जब जिह कानी लिंडे बच ज्यां गे वा टीम हारी मानी जा गी उतने लिंडयाँ तें |

ravinderjeet
August 5th, 2011, 10:02 PM
सांवलिया डंडा /"काईं-डंका"
खेल का नाम -- इह खेल का नाम सांवलिया डंडा क्यूँ पड्या बेरा कोणी ,पर इह में एक डंडा बर्त्या जा स केरा ज्यां तें |
खेल का सामान --- एक दो फूट का डंडा अर एक रूंख ,बड़ क: फेर पीपल का |
खेल का परकार :- इह खेल में एक के काण आवेगी ज्युकर और एक तरफ़ा खेलाँ में आया करे अर दूसरी ओड ने बाकी कितने भी बालक हो सकें सें |
काण ------ कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | हर शब्द पे एक जणा बहार हो जांदा अर जो आखिर में बच जांदा उह ने फेर काण दी जाया करे |(काण =जिह ने बाकी सारे खिलाने हों ,जुकर लूकम-लुकाँ(आइस-बाईस )में एक जणा टोहया करे )
बखत --- यु खेल गर्मियां में किस्से बड़ के या पीपल के रूंख पे खेल्या करदे |
नेम (नियम )-- जिह के काण आज्या वो रूंख के तले खड्या हो जा गा ,अर बाकी रूंख के तंने धोरे खड़े हो ज्यांगे |एक जंना जो सब तें दूर उह सान्वलिये डंडे ने फेंक सके स ,उह ताहि यु काम दिया जा गा | डंडा टांग के तले के बगाना पडेगा | डंडा बगायें पाछे -ए बालक रूंख पे चढ़ सके सें उह तें पहलम नि |जिह के काण आ री स वो भाज के उह डंडे नु ठा कें ने लावेगा अर पहलम तें-ए पक्की करी होड़ थां पे उह ने धर दे गा | जितना कसके भाज कें वो लावेगा उतना तावला वो रूंख पे चढ़ दे बालकां नु पकड़ सके स |एक बे बालक उप्पर चढ़ गे | तो फेर काण आला बालक नु के ते उप्पर चढ़ना पडेगा | रूंख पे चढ़े होड़ बालक पुन्गियाँ मां के कूद के डंडे ने टांग तले के चूम लेन्गे तो उससे बालक के फेर काण आज्या गी | के वो उन् ने रोके अर किस्से भी बालक के चाहे वो रूंख के उप्पर अर चाहे तले कित्ते भी ठा जा, हाथ लाँना स ,डंडा चूम्मन तें पहलम | जिह के हाथ ला दिया फेर काण उह के आज्या गी |

malikdeepak1
August 5th, 2011, 10:12 PM
सांवलिया डंडा
|

हम "काईं-डंका" कहया करते इहने
:)

kuldeeppunia25
August 7th, 2011, 11:19 PM
सांवलिया डंडा /"काईं-डंका"

भाई साब हम इसने ''डंडा ढुक'' कह्या करदे

लाभ्भ्क लितरा
अर इसने ''हुकि'' कह्या करदे

ravinderjeet
August 7th, 2011, 11:33 PM
कोल्डा छुपाकी
खेल का नाम -- इह खेल का नाम कोल्ड़े( लुगडी लपेट के बनाया होया) के कारण पड्या स |
खेल का सामान --- एक लुगडी का कोल्डा |
खेल का परकार :- इह खेल में एक के काण आवेगी ज्युकर और एक तरफ़ा खेलाँ में आया करे अर दूसरी ओड ने बाकी कितने भी बालक हो सकें सें जो गोल्दारा बना के ने बैठ जाँ गे |
काण ------ कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | हर शब्द पे एक जणा बहार हो जांदा अर जो आखिर में बच जांदा उह ने फेर काण दी जाया करे |(काण =जिह ने बाकी सारे खिलाने हों ,जुकर लूकम-लुकाँ(आइस-बाईस )में एक जणा टोहया करे )
बखत --- यु खेल गर्मियां में के: जाड्डयाँ में सांझ सी के खेल्या करदे माड़ा झाल-भोला होयें पाछे |
नेम (नियम )-- जिह के काण आज्या वो न्यू कहंदा बाल्कां के गोल्दारे का चक्कर काट्दा ("कोल्डा छुपाकी जिम्मे रात स ,जिह धोरे पाग्या उह की श्यात स ") | चक्कर काट्दें-काट्दें वो (जिह के काण आरी स वो ) किस्से भी बालक के गेल ने कोल्डा लपेट के ने सहज सी ने धर जा गा | किस्से भी बालक का गेल ने देखना मना स | जा किस्से बालक ने दुसरे ताहि इशारा भी कर दिया अक तेरे गेल ने कोल्डा स तो बतानिये के भी काण आई मानी जा गी | इब्ब जिह बालक की गेल ने कोल्डा गेरा स, के तो वो अंदाज ला कें ,अर कोल्डा ठा के ने ,उह काण आले के कोल्डा मारे ,जा काण आले के एक चक्कर तें पहलम उह ने कोल्डा मार दिया तो काण पह्ल्ड़े के-ए रह जा गी |अर जा जिह के पाछे कोल्डा गेरा स ,उह ने बेरा कोणी पाट्टया ,अक उह की गेल ने कोल्डा पड्या स ,तो चक्कर पूरा होंदे-ए काण आला कोल्डा ठा के ने उह के कोल्ड़े मारे गा एक चक्कर काटन ताहि, अर फेर कोल्डा नए बालक ने दे के ने, उह की थां बैठ जा गा | ना ते काण आला उह की ठा आ के ने बैठ जा गा भाज के ने |बेठे पाछे उह के कोल्डा नि मार्य़ा जा सकदा | तो काण उह बालक के आजा गी जो कोल्डा पहलाड़े के बेठान्न तें पहलम मार कोणी सका |यु खेल न्यू-ए चालीं जा गा, इतने वार ना हो जा ,अर घरके रुक्के ना मारण लाग्ज्या ,के फेर बाल्कां की झीखन के कारण लड़ाई ना हो जा |

VirJ
August 8th, 2011, 05:14 AM
एक खेल होया करता कोढ़ा चयारी. थोडा थोडा लूडो की तरियां. बहोत साल हो गये खेले. चार मटके की ठेकरी फोड़ के खेला करदे. चारों एक डब पडजा तो ४ दूसरी डब आठ. किसे ने पूरा याद हो तो लिखियो भाई. एक दुसरे की गोटी (जो हाम भाठे की बनाया करदे) फोडनी होया करदी

VirJ
August 8th, 2011, 06:12 AM
कोल्डा छुपाकी


हाँ रविंदर भाई बहोत खेला करदे यो भी

हम नु कया करदे "कोल्डा छुपाकी जिम्मे रात आई रे , जेडा आगे पीछे देखे उकी शयामत आई रे "

बेरी सारे खेल याद कर रहा हे. भाई बहोत बढ़िया लगा भाई सारी बालकपन की याद दुआ दी.

ravinderjeet
August 8th, 2011, 03:31 PM
फीटू
खेल का नाम --इह खेल का नाम फीटू की के कारण स कोणी बेरा |
खेल का सामान ---एक गिंडू (गेंद ) अर सात ठीकरे ,तरला बड्डा अर बाकी डिसेन्डिंग ऑर्डर में छोटे धरे जांगे उपरा तली |
खेल का परकार :-इह खेल में दो जत्थे (टीम )बनें गे | दोनु जत्थयाँ में तें एक-एक कप्तान चुन्या जा गा टीम का अर दोनु ओड़ ने आधे आधे खिलाड़ी होंगे |
काण ------कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | दोनु कप्तान में -ए काण का फेसला होगा | जिह जत्थे के काण आवेगी वो क्षऐतर (फील्डिंग) रक्षअण करेगा |अर दुसरा जत्था गिंडू तें फीटू फोड़ेगा |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा किस्से भी बखत बस माड़ा सा खुला मैदान होना चाहिए |
नेम (नियम )--जिह जत्थे के काण आरी स वो चारुं ओड खड़े हो जांगे फीटू के अर उन् तें माड़ी सी पाछे दूसरी टीम आले खड़े हो जांगे फी टू के चारुं ओड |दूसरी टीम का एक सदस्य गिंडू मारेगा फितू के एक नीशान पे खड्या हो के ने | यु नीशान पहलम-ए पक्का कर दिया जा स १०-१२ फूट दूर |एक सदस्य ने पांच बे मोका मिलेगा फीटू फोडन का ,जा उह पे ना फुत्त्या तो उह की-ए टीम का दुसरा सदस्य आवेगा फीटू नु फोडन |जब भी जिह सदस्य धोरे फीटू फूट जा गा तो काण आली टीम गिंडू ठा के फोडन आली टीम के किस्से भी सदस्य के गिंडू मारेगी ,जा लाग गया तो उनके काण आज्या गी | अर जा किस्से के भी गिंडू लागण तें पहलम पहलाड़ी टीम फीटू ने फेर उस्से ऑर्डर तें धर दे गी तो काण आली टीम के -ए काण रह जा गी अर एक लिंडा चढ़ जा गा |न्यू -ए दूसरी पारी खेली जा गी |

ravinderjeet
August 9th, 2011, 10:32 PM
अंटे
खेल का नाम --इह खेल का नाम अंटयाँ के कारण पड्या स किते-किते इन् ने बंटे अर क: फेर कंचे भी कह दिया करें |
खेल का सामान ---इह में एक तें घणे खेलानिये बालक होने चाहियें ,अर हर एक धोरे कम तें तें कम एक अंटा होना चाहिए अर धरती में एक पिल्ला (छोटा सा खडा ) भी खोदना पडेगा |
खेल का परकार :-यु खेल वय्क्तिपरक(इनडवीजुअल ) हो स ,सब आपणे -आपणे खातर खेल्या करें अंटे जित्तन खातर |
काण ------इह में किस्से के भी काण कोणी आया करे |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा किस्से भी बखत |
नेम (नियम )-- पिल्लै तें एक फूट दूर एक सत्तर (लाइन )मारी जा गा | समझो अक पांच जाने खेलानिये सें ,तो पलम चाल किः की होगी यु फेंसला करण खातर सारे जाणे आपणा-आपणा एक अंटा चालेंगे | समझो एक जाणे का पिल्लै में चाल्या गया ते उह की पहली बारी आवेगी अर जिह का जितना दूर पड्या उह की उतनी पाछे बारी आवेगी | चाल चालानिये के हाथ में पांच अंटे सें तो मान ल्यो एक अंटा या दो अंटे पिल्लै में जा पड़े | वे तो उसके पक्के माने जंगे जित्ते होड़ | अर फेर कोए भी अंटे के एक मोटले अंटे तें मारण की कहवेंगे | जित घणे सघन अंटे पड़े होंगे अर जो अंटे कती लव होंगे उन् ने बतावेंगे | जा उह का अंटा बताये होड़ अंटे के जा लाग्या अर दोनु अंटे मोटला अंटा अर जिह के मार्या स वो किस्से ओर अंटे के कोणी लागे तो वो सारे अंटे जित जा गा | अर जा वो मोटला अंटा बताये होड़ अंटे के कोणी लाग्या अर और किस्से अंटे के भी कोणी लाग्या तो केवल पिल्लै में पड़े होड़ दो या एक अंटा जो भी स वो-ए उह ने मिलेगा | अर जा उह का मोटला अंटा किस्से और अंटे के जा लाग्या अर जिह बताये होड़ अंटे के मार्या वो भी दोनुआ में तें कोए भी अंटा किस्से और अंटे के जा लागे तो उह ने कोए भी अंटा कोणी मिले अर दंड के रूप में जितने भी अंटे पिल्लै में पड़े सें उतने अंटे भरने पड़ेंगे |अर जा पिल्लै में एक भी अंटा कोणी गया तो उहने मोटला अंटा मारण का चांस कोणी मिले ,आगले खिलाड़ी ने पास हो जा गा | जब अंटे की चाली( अंटे बागान की किरिया पिल्लै कानी ) दी जा स ,उह में जो अंटे उह सतर तें आगे जा के पड़ेंगे, उन् ने-ए प्रतियोगिता में गिना जा गा या वे-ए जीते जा सकें गे | सतर तें पाछले अंटे आगली चाल खातर पहलम-ए सुराक्षइत हो जाँ सें |चाली भी पहलम-ए पिल्लै तें लगभग आठ या दस फूट दूर लकीर खींच के ने मानी जा स | नु-ए फेर दुसरे का अर फेर तीसरे जाणे का नंबर आवेगा | हाम ढींध्रयाँ (केम रूंख का फल जो अंटे जोड़ हो स अर गोल भी हो स ) तें भी यु खेल खेल्या करदे | एक और खेल हो स अंटयाँ का जिह में पिल्ला कोणी होंदा बस एक गोल्धारा हो स |उह गोल धारे में पड़े होड़ अंटयाँ ने भी न्यू-ए खेल्या करें बस उह में पिल्लै आले अंटे जित्तन का मौका कोणी होंदा | गोल्घारे तें बहार आले अंटे परतियोगिता तें बहार माने जावेंगे |यु खेल जब घणे बालक हो जाँ अर एक की बजाय कई कई अंटे एक-एक जणा दवेगा जब खेल्या करें | अर इह की चाल भी घणी दूर तें चाली जाया करे ,लगभग १५ या २० फूट दूर तें |

malikdeepak1
August 10th, 2011, 08:40 AM
भाईसाब, "बित्ती-डंडा" अर "खुलिया"(होकी बर्गा खेल होया करदा) भी खेल्या करदे!
छोरी भी खेल्या करदी एक खेल "बीजो बांदरी" |
करियो माड़ा सा खुलासा इनका भी |

kuldeeppunia25
August 10th, 2011, 02:00 PM
भाईसाब, "बित्ती-डंडा" अर "खुलिया"(होकी बर्गा खेल होया करदा) भी खेल्या करदे!
छोरी भी खेल्या करदी एक खेल "बीजो बांदरी" |
करियो माड़ा सा खुलासा इनका भी |

अर एक और होया करदा घुता गादडी , इसमें गोल च्घेरे बना के अपने अपने डोगे लेके अर एक गिंड बना क खेल्या करदे , एक बंदे म फोता आया करदा जिसकी घिंस बंधा करदी /

Rajkamal
August 10th, 2011, 03:10 PM
जोड़ में ईट टोना .

इस खेल में जोड़ में 1 ईट बगा दिया करदे अर सारे उसने टोया करदे जो काड ले वो ए जीत गया .

ravinderjeet
August 10th, 2011, 05:49 PM
भाईसाब, "बित्ती-डंडा" अर "खुलिया"(होकी बर्गा खेल होया करदा) भी खेल्या करदे!
छोरी भी खेल्या करदी एक खेल "बीजो बांदरी" |
करियो माड़ा सा खुलासा इनका भी |


भाई लीखन ते लागर्या सूं ये सारे भी ध्यान में सें |कम तें कम २० खेलाँ के बारे में तो में लिख दूंगा | पर बखत की कमी स ज्यां तें एक दिन में एक खेल के बारे में-ए लिख सकूँ सूं |

nainsunil007
August 10th, 2011, 06:28 PM
जोड़ में ईट टोना .

इस खेल में जोड़ में 1 ईट बगा दिया करदे अर सारे उसने टोया करदे जो काड ले वो ए जीत गया .

int ger ke bujhya karte. ya bahyu kiki ?
ar geren aala kahya karta , ya bahu teri na tere baap ki ya se meri

ravinderjeet
August 10th, 2011, 07:04 PM
पोइयाँ
खेल का नाम --इह खेल का नाम गोबर की पोई बंना के खेल्या करदे ज्यां तें पड्या स |
खेल का सामान --- गोबर अर अंटा क: फेर कांकर |
खेल का परकार :-यु खेल वय्क्तिपरक(इनडवीजुअल ) हो स ,सब आपणे -आपणे खातर खेल्या करें पोई (गोबर ) जित्तन खातर | यु खेल छोरी खेल्या करदी जो गोबर बटोल्या करदी | कई छोरियां बर्गे छोरे भी उन् की गेल खेल लिया करदे |
काण ------इह में किस्से के भी काण कोणी आया करे |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा किस्से भी बखत |
नेम (नियम )-- पहलम सारी छोरी एक-एक आन्द्ला गोबर साझे में कट्ठा करेंगी |कोए भी एक छोरी गोबर ने ओसन के अर लांबी सी एक कंध बना देगी अर लुकमा हथेली की ओट उह कंध में किते भी अनटा दाब दे गी | कंध बाणान आली छोरी ,जितनी छोरी खेल में शामिल सें उतनी-ए पोई बनावेगी | सारी छोरी एक-एक पोई ठा लेंगी, अर कंध बाणान आली सारयां में पाछे बची होड़ ठावेगी |जिह के भी वो अंटा लिक्डावेगा वो सारा गोबर उह छोरी का | फेर आगली पारी में भी न्यू-ए होवेगा अर गोल्धारे में बेठी आगली छोरी कंध बनावेगी |

ravinderjeet
August 11th, 2011, 06:14 PM
उंच नीच का पपड़ा
खेल का नाम --इह खेल का नाम कच्चे अर पक्के में खेल्या करें ,पक्का उंचा अर कच्चा नीचा ज्यां तें पड्या स |
खेल का सामान --- किम्मे भी नहीं |
खेल का परकार :-यु खेल एक तरफ़ा हो स एक के काण आवेगी अर बाकी खेलेंगे |
काण ------इह में आइस -पाइस की ढाल ,आदया-पादद्या---------कह के ने काण दिया करें |
बखत --- यु खेल गर्मियां की दोफारी में घणा खेल्या जाया करे किते गाल में छाँ सी में अर इह खेल के खेलनिए भी ८-१० साल की उम्र ताहि के-ए बालक होया करें |
नेम (नियम )--जिह के काण आ ज्या वो भींत कानी मुंह कर के अर आंख्यां पे हाथ ला के खड्या हो जा गा |अर बाकी बालक गाल में खड़े हो ज्यां गे |काण आले के आखरी शब्द पे फेसला हो स अक खिलाड़ियां नु कित खड्या होणा स | ज्युकर वो कह्वेगा पक्का पापड ------------------उंच नीच का पापडा चूँ चां चप |इब्ब आखिर में पक्का पापड कही स तों सब ने पक्के पे खड्या होणा पडेगा | जो भी बन्दा कच्चे में थ्या गा काण उह के |काण आले ने उह के भाज के हाथ लाणा पडेगा कच्चे में-ए ,जा वो भाज के ने पक्के में चढ़ गा तों वो कोणी मान्या जा | फेर न्यू कह्वेगा "कच्चा पापड ,पक्का पापड ,कच्चा पापड ,पक्का पापड ------------------उंच नीच का पापडा चूँ चां चप | ज्युकर वो कह्वेगा कच्चा पापड ------------------उंच नीच का पापडा चूँ चां चप |तों सारे जाणे कच्चे में खड़े हो ज्यांगे |जो भी बन्दा पक्के में थ्या गा काण उह के |काण आले ने उह के भाज के हाथ लाणा पडेगा पक्के में-ए ,जा वो भाज के ने कच्चे में उतर ग्या हाथ लावण तें पहलम तों वो थाया कोणी मान्या जा |पक्का -- कोए भी ईंट ,पाथर ,चोंत्री ,फर्श वगेरा | कच्चा --- माट्टी आला कोए भी भाग गाल का |

ravinderjeet
August 13th, 2011, 05:54 PM
गिंडू हेर
खेल का नाम --इह खेल का नाम गिंडू (गेंद ) ने घेर के ने लाया करें ज्यां तें पड्या स और किते किस्से और नाँ तें भी खेल्दे होंगे
खेल का सामान --- एक खुलिया(देशी हाकी ) सब धोरे अर एक गिंडू |
खेल का परकार :-यु खेल एक तरफ़ा हो स एक के काण आवेगी अर बाकी खेलेंगे |
काण ------इह में आइस -पाइस की ढाल ,आदया-पादद्या---------कह के ने काण दिया करें |
बखत --- यु खेल गर्मियां की सुबह अर के चोमास्याँ में घणा खेल्या जाया करे |
नेम (नियम )-- इह खेल में कितने भी बालक खेल सके सें | सब एक दुसरे तें चार-पांच मीटर की दुरी पे आपणा-आपणा पिल्ला (एक छोटा सा खडा धरती में )खोद ले गे | अर आपणी खुलिया नु उह में टिका लेंगे | जिह के काण आरी स वो गिंडू ने सब के बीचाले बगावेगा उप्पर ने उछाल के ने | अर जिह के धोरे पडेगा या लव: लागेगा वो-ए उह के टोरा मारेगा | इब्ब जा टोरा मारदी हाण उह का पिल्ला खाली हो जा स ,तो काण आला भाज के ने उह में आपणा पाँ धर दे गा | तो काण जिह का घर (पिल्ला ) खुस गा उह के आजा गी | अर ना ते वो उस गिंडू ने लेवण जा गा अर जित गिंडू पड्या स उड़े-तें-ए उह ने गिंडू बगाना पडेगा | जा टोरा घणा लाम्बा लाग गा तो सारे आपणे=आपणे पिल्ल्याँ नु छोड़ के ने आगे आ ज्यां गे अर उड़े तें-ए और दूर टोरा मारंगे | जितना दूर ले जाँगे उतनी-ए काण आले के काण तार्ण्नी मुस्किल हो जा गी | कई काण आले तेज भाजनिये छोरे उस दुरी का फेदा भी ठा लिया करें | क्यूंकि जा वो पिल्ल्याँ कानी भाज ले गा तो जिह का भी पिल्ला खाली थ्यागा वो उह में पाँ धर दे गा | अर काण उतर जा गी |कई कम भाजनिये अर छोटे बालक पदान कोणी जाया करें ,वे आपणे पिल्ल्याँ की रुखाली-उड़े-ए खड़े हो के करे जाँगे ,उहके भाजती हाण पिछडन का डर रहवे स |जा घंणी दूर जा के ने जा काण आला न्यू कह दे अक वो पादगा ( भुंडी ढाल हार माण लेणा ) ते फेर उह ने फेर पिल्ल्याँ धोरे तें-ए खेलान लाग्जांगे | अर जा हार ना माने ते कई बे २-२ किलोमीटर ताहि पदा दिया करदे |

Moar
August 16th, 2011, 02:16 AM
:rockकसुत्ता लट्ठ गैड़ दिया रै यु ताग्गा बणा के नै... जम्मा छा गे भाई जी ! :rock

ravinderjeet
August 18th, 2011, 04:26 PM
शक्कर भीजी
खेल का नाम --इह खेल का नाम एक कविता सी गाया करदे उह के कारण पड्या स और किते किस्से और नाँ तें भी खेल्दे होंगे |
खेल का सामान --- किम्मे भी नि |
खेल का परकार :-यु खेल एक तरफ़ा हो स अर दो-दो ज्नायाँ की टीम बन्या करे, एक टीम के काण आवेगी अर बाकी सारी टीम खेलेंगे |
काण ------इह में आइस -पाइस की ढाल ,आदया-पादद्या---------कह के ने काण दिया करें |
बखत --- यु खेल गर्मियां की रात में घणा खेल्या जाया करे |
नेम (नियम )-- इह खेल में कितने भी बालक खेल सके सें | सब एक दुसरे की गेल्याँ जोड़ी बणा लेंगे |जिह जोड़ी के काण आवेगी उह मां तें एक जण कोड़ा हो के ने किहे रूंख के साहरे अर क: किहे भींत के सहारे खड्या हो जा गा | जोड़ी मां तें दुसरा पकड़न खातर भाजेगा दूसरी टीम(जोड़ी ) की गेल्याँ |किस्से भी जोड़ी मां तें एक जणा बी पकड़ा गया तो उह जोड़ी के काण आ जा गी | जब वो किहे की गेल्याँ भाजे गा तो बाकी घोड़ी (काण आला छोरा जो घोड़ी बन्न के खड्या स )के उप्पर मझक लेवेंगे |जोड़ी आला छोरा आपनी घोड़ी के लव धोरे-के-ए हंडे जा गा ,आपणी घोड़ी ने लद्दन्न तें बचाण खातर | या तले छ्पी होड़ कविता घोड़ी के उप्पर बेठ्निया गावेगा अर ख़तम होंदी-ए उतर जावेगा ,ज्युकर दुसरा भी उह पे बैठ सके | कई उत बालक सहज सहज गाया करदे घणी वार बेठन के मारे ,पर जा दुसरे बाट में खड़े हों तो वे भी ताव्ले गा के ने उह ने तार देंगे , आप बेठन्न के मारे |जा घोड़ी हार (थक ) जा तो जो छोरा पकड़दा हंडे से जोड़ी आला वो घोड़ी बन जा गा |अर घोड़ी बन्या होड़ फेर पकड़न भाजेगा |
कविता :-
शक्कर भीजी
शक्कर भीजी
भिज्या गुड अर तेल
तेरा जोड़िया भाजता हंडे
भुंडी बणगी तेरी गेल
इतने काण ना उतरे थारी
तू घोड़ी बण म्हारी |

ravinderjeet
August 20th, 2011, 08:07 PM
बीती- डंडा
खेल का नाम --इह खेल का नाम इह के खेल के समान के कारण पड्या स |
खेल का सामान --- एक बित्ती आर एक लगभग डेढ़ फूट का का डंडा |
खेल का परकार :-यु खेल दो जथ्थ्याँ (टीम ) का खेल हो स | यु खेल ,कई इतिहासकार आजकाल की किरकेट का आदिम रूप मान्ने सें | नई खोजाँ तें बेरा पाट्टया स अक इंग्लेंड में किरकेट पूर्वी यूरोप और पश्चमी एशिया के लोग ले कर गए थे |
काण ------इह में बित्ती ने दोनु जत्थ्याँ का एक-एक छोरा कान पर तें गेर के ने देखेंगे खाते के उप्पर ,इह किरिया नु कान सलाई कह्या करें ,जिह की बत्ती पहलम खाते में पड़ जा गी वो पहलम घाल घालेगा |आर दुसरा जत्था काण पुगावेगा |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )--इह खेल में खिलाड़ियां नु हाथ कह्या करें ,यानी जितने खिलाड़ी उतने हाथ (विकेट )|पहलम घाल आले जत्थे में तें उन् का कप्तान फेसला कर के ने एक जाणे ने बित्ती की घाल गेरन खान्दावेगा |बित्ती खाते के उप्पर आडी धरी जावेगी (खाता=एक धरती में खोदया होड़ एक बिलांध लाम्बा अर डंडे की मोटाई जितना चौड़ा पिल्ला )| अर खेलनिया बालक उह खाते में डंडा दे के ने सामी खड़े विरोधी पक्ष आले बालकां कानी डंडे के ताण बगावेगा |सामी विरोधी पक्स आले बालक इह ढाल खड़े हो जंगे अक ८-१० फूट तें ले के ने अर ४०-५० फूट की दुरी ताहि बित्ती किते भी पड़ेगी तो वे उहने गुप्प (केच) सकें | खिलाड़ी आपने खाली हाथां अर चाहे तो दोनु हाथां में खेस या चादर ले के ने भी गुप्प सकें सें |जा बित्ती गुप्पी गई तो हाथ ख़तम यानी विकेट गिर गया | जा सामी खड़े खिलाड़ी के दोनु हाथ फेलाए पाछे उस तें बाहर के बित्ती चाली गई ते भी हाथ ख़तम |(यानी वाइड)पर पह्लाड़ी चाल खिलाड़ी पहलम देखि कह के ने चाल सके स ||जा धरती में बित्ती जा पड़ी ते उड़े-ए तें वे खाते में बागा के मारें गे | डंडा खाते पे आड़ा धरा जा गा | जा बित्ती डंडे के जा लागी ते वो हाथ ख़तम अर जा खाते में घल गी ते सारे हाथ ख़तम यानी पूरी टीम आऊट | अर जे ना ते डंडे के लागी अर ना खाते में घली तो खेलानिया बालक जित बी वा बित्ती पड़ी स उड़े-ए जा के ने उह बित्ती के एक कान्ने पे डंडा मार के ने उछाले गा अर फेर उह-ए डंडे तें हवा में-ए उह बित्ती के खींच के ने डंडा मारेगा अर इतने नु-ए उछाल उछाल के ने उह बित्ती ने दूर ताहि ले जा गा अर जब भी वो उछली होई बत्ती के डंडा मारण तें चूक गा उड़े-ए तें फेर खाते ताहि डंडे तें नापते आवेंगे अर जितने डंडे होए(डंडे = हाथ ) उतनी बे वो खिलाड़ी बित्ती ने डंडे पे उछाल के उतनी बित्ती (बित्ती=रण )बनावेगा | जे बे बित्ती पड़ जा गी उतने उह के हाथ ख़तम होंदे जांगे| कुल कितनी बित्ती बनाई वे हर खिलाड़ी की जुड़दी जंगी अर फेर सारी टीम की जुड़ जांगी| इतने सारे खिलाड़ी पह्लादी टीम के आऊट नि हो जांदे |फेर नु-ए दूसरी टीम खेलेगी | आखिरी बित्ती (रण ) गिनी जाँगी ,जिह जत्थे की घनी होंगी वो जित्त्या मान्या जा गा |

ravinderjeet
August 23rd, 2011, 05:43 PM
लुकम -लुकाँ/ आइस -पाइस
खेल का नाम --इह खेल का नाम लुकने तें आर टोहने तें पड्या स |आइस -पाइस संस्कृत के शब्द पस्य (देखना ) तें बनया स |
खेल का सामान --- किम्मे भी कोणी |
खेल का परकार :- यु एक तरफ़ा खेल स | एक जाने के काण आवेगी आर बाकी लुकेंगे |
काण ------ आद्या-पाद्या किः ने पाद्या कह के ने काण दी जावेगी |
बखत --- यु खेल गर्मियां में आर जाडयाँ में खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )-- जिह के काण आ जा गी वो, किहे भींत के साहरे मुंह ला के ने खड्या हो जा गा अर २० या ३० ताहि गिनती गिणेगा | ईतने सारे बाकी जाणे लुक जाँ गे | जो सब तें पहलम दिखेगा अर काण आले ने उह का नाँ ले के ने जुकर "रवि आइस-पाइस" कह दी ते रवि के काण आ जा गी | पर काण जब आई मानी जा गी जब आखरी खिलाड़ी ताहि वो आइस पाइस कर दे गा | जा बीचाले किहे ने भी धाप्पा (बिना काण आले के देखे उह के हाथ लाँना)ला दिया तो काण पहलाड़े के-ए रह जावेगी | अर ना ते जो पहलम आइस-पाइस कर्या था उह के काण आ जावेगी |

ravinderjeet
August 31st, 2011, 05:39 PM
बड़-कूँआ
खेल का नाम --इह खेल का नाम ज्यां ते पद्या स अक इह में एक कूण में बड़ का पेड़ अर कूँआ मान लिया जा स |
खेल का सामान --- दो कांकर एक ढाल की अर दो कांकर दूसरी ढाल की |
खेल का परकार :- यु खेल दो जन्न खेल्या करें | धरती में एक गोल्धारा बना के अर उह में बीचाले जमा का निशाँ बना दिया करें | जुकर चार खाने बण ज्यां अर फेर एक खाने में बड़-कूँआ का निशान बना दिया करें |
काण ------ इह में काण कोणी आया करे किहे के बी |
बखत --- यु खेल गर्मियां में आर चोमाश्यां में खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )-- पहलम कोए सा भी आपणी कांकर चाले गा ,बीचाले आले खाली निशान पे | सामी जिह की कांकर धरी स वो उप्पर के कूदा के उह की कांकर खा ले गा ,न्यू कर के ,के ते एक जाणे की दोनु कांकर खाई जाँ , अर के फेर दोनु कांकर रुंध ( ब्लोक) जाँ अर उह ने खाली थां ना मिले चालन ने , तो भी उह की हार मानी जा गी | आखिर में कितनी भी-ए बाजी होंजा हर बाजी के हारानिया पे एक लिंडा चढ़ेगा |अर आखिर में जिह कानी घने लिंडे रह जंगे वो हार्या माना जा गा |जिह ओड ने बड़ कूँआ स उह ओड के कांकर कोणी चाली जावे |

ravinderjeet
September 2nd, 2011, 05:29 PM
ख़त्ता
खेल का नाम --इह खेल का नाम ज्यां ते पड्या स अक इह में एक लगभग दो मीटर का गोल्धारा सा बना लिया करें उह ने ख़त्ता कह्या करें |
खेल का सामान ---एक खुलिया अर एक गिंडू |
खेल का परकार :- यु खेल दो जन्न खेल्या करें | धरती में एक गोल्धारा बना के अर उह में बीचाले एक जाणा खुलिया ले के ने खड्या हो जा गा |अर दुसरा गिंडू ने उप्प्रां ने बगावे गा जिह के काण आवेगी वो
काण ------ इह में काण घंखरी बे लांडे ढीकड़े तें दिया करें |
बखत --- यु खेल गर्मियां में आर चोमाश्यां में खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )-- जिह के काण आरी स वो गिंडू ने उप्प्राहन बगावेगा ,ज्युकर खाते के उप्पर जा सके अर जा पड़े तो खाते के मांह पड़े ,इब्ब जो खाते के माहं खड्या स वो खुलिया तें उह गिंडू के उप्पर तें-ए टोरा मारेगा | जा लाग ग्या ते ठीक काण आला फेर भाज के ने था के ने लायावेगा अर फेर बगावेगा अर जा ना लाग्या अर गोल्धारे के महाँ आण पड्या ते खत्ते आले के काण आज्या गी | अर जा खत्ते आला की खुलिया अर वो भी जा खत्ते तें बाहर हो गे अर काण आले ने भाज के ने खत्ते में बड ग्या तो भी काण उतर जा गी |

ravinderjeet
September 4th, 2011, 11:32 AM
नौ कंकरियाँ
खेल का नाम --इह खेल का नाम ज्यां ते पड्या स अक इह में दो त्रिकोण के आकार की आकृति सर तें जुडी होड़ हो सें आर एक जाने के ९ कंकर बांडे आवें सें खेलन खातर |
खेल का सामान --- धरती पेखींची होड़ लकीर अर दो रंगा की क: न्यारी-न्यारी आकार की कांकर |
खेल का परकार :- यु खेल दो जन्न खेल्या करें | धरती में दो सर तें जुड़े होड़ त्रिकोण बना के अर उन् में दो बांगी लकीर खींच के( दोनु त्रिकोंनां में) जो ९ जोइन्ट बनंगे उन् पे आपणे -आपणे कांकर धर लेंगे | बिचाले एक इंटरसेक्ट पोआइन्त जित दोनी त्रिकोंनां के सर जुड़ रे सें वो खाली रह जावेगा |ज्युकर रवि रूंढ़े की कांकर होंगी क ,ख,ग ,घ ,प फ ,य ,र ,ल ;(अ) खाली पोआइन्त होगा सरुआत में अर राकेश खूंढ़े की कांकर होंगी ट,ठ, ड,ढ ,ण ,त,व् ,स ,ह |
काण ------ इह में काण कोंनी आया करे किहे के भी |
बखत --- यु खेल गर्मियां में आर चोमाश्यां में खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )--पहलम कोयेसा भी चाल चालेगा अर बिचाले आले खाली थां पे आपणी कांकर धर दे गा , सामी आला उह कांकर के सामी सीधी रेखा में जो कांकर धरी से वो चाले गा | यानी पहलम आली कांकर के उप्पर के कुदानी स | इह किरिया ने कांकर खाना कह्या करें | जब दुसरा चाल चाले गा तो जिह कांकर के उप्पर के कुदावे गा उह का आगला घर भी खाली रहना चाहिए जित दुसरे की कांकर जा के (खाएं पाछे ) धरी जा गी | नुए पह्ल्डा फेर इह की कांकर के उप्पर के कूदा के खावेगा | जा एक तें घणे थां खाली मिले जाँ सें कुदान खातर ते कोए सा भी एक बे चाल चालें पाछे कितनी-ए भी कांकर खा सके स | जिह की कांकर आखिर में बच जा गी वो जित्त्या मान्या जा गा |

urmiladuhan
September 5th, 2011, 04:01 PM
लुकम -लुकाँ/ आइस -पाइस
खेल का नाम --इह खेल का नाम लुकने तें आर टोहने तें पड्या स |आइस -पाइस संस्कृत के शब्द पस्य (देखना ) तें बनया स |
खेल का सामान --- किम्मे भी कोणी |
खेल का परकार :- यु एक तरफ़ा खेल स | एक जाने के काण आवेगी आर बाकी लुकेंगे |
काण ------ आद्या-पाद्या किः ने पाद्या कह के ने काण दी जावेगी |
बखत --- यु खेल गर्मियां में आर जाडयाँ में खेला जाया करदा दिन के बखत |
नेम (नियम )-- जिह के काण आ जा गी वो, किहे भींत के साहरे मुंह ला के ने खड्या हो जा गा अर २० या ३० ताहि गिनती गिणेगा | ईतने सारे बाकी जाणे लुक जाँ गे | जो सब तें पहलम दिखेगा अर काण आले ने उह का नाँ ले के ने जुकर "रवि आइस-पाइस" कह दी ते रवि के काण आ जा गी | पर काण जब आई मानी जा गी जब आखरी खिलाड़ी ताहि वो आइस पाइस कर दे गा | जा बीचाले किहे ने भी धाप्पा (बिना काण आले के देखे उह के हाथ लाँना)ला दिया तो काण पहलाड़े के-ए रह जावेगी | अर ना ते जो पहलम आइस-पाइस कर्या था उह के काण आ जावेगी |

आई - सपाइस का असली नाम "I spy"

Dhanyawad!

urmiladuhan
September 5th, 2011, 04:12 PM
ढइ नडा - पोई
(Gamble Game)

ढइ नडा means 'to search'. पोई means गोबर.

Two people can play this game. Each one brings a chunk of gobar which is then mixed together and a pebble is hidden in this mix. Mix again so no one knows where the pebble is. The gobar is then divided into 2 equal parts (one for each player) and whoever gets the pebble gets all the gobar (and wins!)

Dhanyawad!

ravinderjeet
September 5th, 2011, 04:50 PM
उर्मिला जी ये खेल डाक (पोस्ट ) नंबर १७ में पहले ही आ चुका हे | कृपया नए वाले छापें ,दुहराव ना करें | धन्यवाद | ---- सदभावनाओं सहित |

पोइयाँ
खेल का नाम --इह खेल का नाम गोबर की पोई बंना के खेल्या करदे ज्यां तें पड्या स |
खेल का सामान --- गोबर अर अंटा क: फेर कांकर |
खेल का परकार :-यु खेल वय्क्तिपरक(इनडवीजुअल ) हो स ,सब आपणे -आपणे खातर खेल्या करें पोई (गोबर ) जित्तन खातर | यु खेल छोरी खेल्या करदी जो गोबर बटोल्या करदी | कई छोरियां बर्गे छोरे भी उन् की गेल खेल लिया करदे |
काण ------इह में किस्से के भी काण कोणी आया करे |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा किस्से भी बखत |
नेम (नियम )-- पहलम सारी छोरी एक-एक आन्द्ला गोबर साझे में कट्ठा करेंगी |कोए भी एक छोरी गोबर ने ओसन के अर लांबी सी एक कंध बना देगी अर लुकमा हथेली की ओट उह कंध में किते भी अनटा दाब दे गी | कंध बाणान आली छोरी ,जितनी छोरी खेल में शामिल सें उतनी-ए पोई बनावेगी | सारी छोरी एक-एक पोई ठा लेंगी, अर कंध बाणान आली सारयां में पाछे बची होड़ ठावेगी |जिह के भी वो अंटा लिक्डावेगा वो सारा गोबर उह छोरी का | फेर आगली पारी में भी न्यू-ए होवेगा अर गोल्धारे में बेठी आगली छोरी कंध बनावेगी |




ढइ नडा - पोई
(Gamble Game)

ढइ नडा means 'to search'. पोई means गोबर.

Two people can play this game. Each one brings a chunk of gobar which is then mixed together and a pebble is hidden in this mix. Mix again so no one knows where the pebble is. The gobar is then divided into 2 equal parts (one for each player) and whoever gets the pebble gets all the gobar (and wins!)

Dhanyawad!

urmiladuhan
September 6th, 2011, 12:45 PM
उर्मिला जी ये खेल डाक (पोस्ट ) नंबर १७ में पहले ही आ चुका हे | कृपया नए वाले छापें ,दुहराव ना करें | धन्यवाद | ---- सदभावनाओं सहित |

पोइयाँ
खेल का नाम --इह खेल का नाम गोबर की पोई बंना के खेल्या करदे ज्यां तें पड्या स |
खेल का सामान --- गोबर अर अंटा क: फेर कांकर |
खेल का परकार :-यु खेल वय्क्तिपरक(इनडवीजुअल ) हो स ,सब आपणे -आपणे खातर खेल्या करें पोई (गोबर ) जित्तन खातर | यु खेल छोरी खेल्या करदी जो गोबर बटोल्या करदी | कई छोरियां बर्गे छोरे भी उन् की गेल खेल लिया करदे |
काण ------इह में किस्से के भी काण कोणी आया करे |
बखत --- यु खेल साबत साल खेला जाया करदा किस्से भी बखत |
नेम (नियम )-- पहलम सारी छोरी एक-एक आन्द्ला गोबर साझे में कट्ठा करेंगी |कोए भी एक छोरी गोबर ने ओसन के अर लांबी सी एक कंध बना देगी अर लुकमा हथेली की ओट उह कंध में किते भी अनटा दाब दे गी | कंध बाणान आली छोरी ,जितनी छोरी खेल में शामिल सें उतनी-ए पोई बनावेगी | सारी छोरी एक-एक पोई ठा लेंगी, अर कंध बाणान आली सारयां में पाछे बची होड़ ठावेगी |जिह के भी वो अंटा लिक्डावेगा वो सारा गोबर उह छोरी का | फेर आगली पारी में भी न्यू-ए होवेगा अर गोल्धारे में बेठी आगली छोरी कंध बनावेगी |

Ravinder jee, आप का explanation बहुत बढ़िया है - मेरी "not so good" जाटू के लीये माफ़ी चाहती हूँ!

Dhanyawad!

Bisky
October 8th, 2011, 05:47 PM
खुलिया
जमा हॉकी जिसा। देसी हॉकी(कीकर या शीशम की लाकड़ी की बनी हुई)! देसी गिंडु! देसी ग्राउंड! नियम भी वही क्लासिक हॉकी के! खोआ तै ऊपर खुलिया(हॉकी) नहीं ठाणी, उल्टे बल शॉट नहीं खेलना!
आधा हुनर तो खुलिया टोहन में लाग्या करदा।
कुल मिला कर कमाल

ravinderjeet
October 8th, 2011, 05:58 PM
खुलिया
जमा हॉकी जिसा। देसी हॉकी(कीकर या शीशम की लाकड़ी की बनी हुई)! देसी गिंडु! देसी ग्राउंड! नियम भी वही क्लासिक हॉकी के! खोआ तै ऊपर खुलिया(हॉकी) नहीं ठाणी, उल्टे बल शॉट नहीं खेलना!
आधा हुनर तो खुलिया टोहन में लाग्या करदा।
कुल मिला कर कमाल



भाई परदीप ,इस्से खेल तें हाकी बनी स | हाकी का यु पाराचिन अर असली रूप स | इहने "खुलिया खिंडी" कह्या करदे |

JSRana
October 9th, 2011, 05:05 PM
रविंदर भाई आप हरयाणवी संस्कृति के महान ज्ञाता हैं |

हम सच्चे दिल से आप की प्रशंशा करते हैं और हमारा ज्ञान बढाने के लिए धन्यवाद् देते हैं |

ravinderjeet
October 9th, 2011, 05:12 PM
रविंदर भाई आप हरयाणवी संस्कृति के महान ज्ञाता हैं |

हम सच्चे दिल से आप की प्रशंशा करते हैं और हमारा ज्ञान बढाने के लिए धन्यवाद् देते हैं |

आप का भोत-भोत धन्यवाद राणा जी , जा हो सके तो आप भी कुछ योगदान करें | ताकि म्हारा भी किम्मे ज्ञान बधे |

JSRana
October 10th, 2011, 01:59 PM
आप का भोत-भोत धन्यवाद राणा जी , जा हो सके तो आप भी कुछ योगदान करें | ताकि म्हारा भी किम्मे ज्ञान बधे |

Bhai ek khel huya karda "Bijo Bandri" ladki khela kardi. Jameen pe chaturbhuj khanne bana ka.
eb niyam kayde ta manne koni bera.

ravinderjeet
October 10th, 2011, 02:13 PM
जी बेरा स ,उह के नियमां का ना बेरा मानने , जिब्बे ते छपन तें बचरया स |

JSRana
October 11th, 2011, 10:52 AM
एक खेल हो स पत्ता दाब जो हम बालक थे तब भी खेला जाया करदा और आज भी हरियाणे के गाम्मा में खेला जा स |
तब भी इस न ले क खोसड़े बाजा करदे अर आज भी बाज्जे सं | नु कहेंगे के तू चाल मै आया एक बाज्जी खेल क |
फेर साँझ ताहीं की छुट्टी |लोगां का नास कर दिया इस ने पर मानदे इब भी कोणी |


मेरे ख्याल मै नियम कायदे बतावन की जरूरत ते न होनी चाहिए ?...

ravinderjeet
October 11th, 2011, 11:29 AM
राणा जी ताश खेलणा जट्टां का खेल नहीं स ,पर यु इब्ब सत्यानाश करण लाग रया स गामां में | अर ऩा किहे ने शरम आंदी | पहलम ताश खेलनिए आदमी ने निखट्टू ,निकरमा कहया करदे अर या बात भुंडी मानी जाया करदी | ३-४ साल पहलम मेरे ५-६ मराठी दोस्त सामड(समर गोपाल पुर ) गए थे एक कुलीग के बियाह में यु गाम म्हारा गुहांड पड़े स | उह ने बता दी अक वो बलहारा का गाम स ,वे लागे हाथ म्हारे गाम में भी चक्कर मारण आगे | हाम ते उड़े रहंदे कोणी पर मेरे काका हर तें फेट के चाले गए | अर आड़े मुंबई में आके सारे हरयाणा आल्याँ का भोत मजाक उड़ाया | वे न्यू बोले अक जित जावे उड़े-ए लुगाई ते काम करदी दिखें अर लोग ताश खेल्दे | थारे लोग काम कोणी करया करें के ?
दूसरी घटना :- मेरे साढू की शिला टाकिज धोरे कोठि स ,इबके में गया ते दो दिन उह धोरे रुक गया | उड़े कई रिटायर्ड बुड्ढे ,(उनमे तें कोए भी आपणे आप ने बुड्ढा मानन ने तयार कोणी था ) कोए मनेजर ,कोए प्रिंसिपल ,कोए मेजोर तें रिटायर्ड हो कें आरे | तडके तड़क उठदे-ए वे सारे (१०-१२ जाणे) होक्का भर के गाल में (सड़क ) बैठ जांदे अर गेल्याँ ताश खेलन लाग जांदे | फेर जब घाम आ जांदा ते कदे कुर्सियां ने नून करदे अर कदे नून | में बोल्या "आप सब कितने साल तें आड़े रहवन लागरे ,जा आप ताश खेलन की थां जा अपणी सड़क पे तम रूंख लाओ ते ये कुर्सी ठाएँ-ठाए ऩा हान्ड़ना पड़े | सारे मेरे कानी मारणे झोटे की ढाल लखाए |

JSRana
October 11th, 2011, 12:32 PM
राणा जी ताश खेलणा जट्टां का खेल नहीं स ,पर यु इब्ब सत्यानाश करण लाग रया स गामां में | अर ऩा किहे ने शरम आंदी | पहलम ताश खेलनिए आदमी ने निखट्टू ,निकरमा कहया करदे अर या बात भुंडी मानी जाया करदी | ३-४ साल पहलम मेरे ५-६ मराठी दोस्त सामड(समर गोपाल पुर ) गए थे एक कुलीग के बियाह में यु गाम म्हारा गुहांड पड़े स | उह ने बता दी अक वो बलहारा का गाम स ,वे लागे हाथ म्हारे गाम में भी चक्कर मारण आगे | हाम ते उड़े रहंदे कोणी पर मेरे काका हर तें फेट के चाले गए | अर आड़े मुंबई में आके सारे हरयाणा आल्याँ का भोत मजाक उड़ाया | वे न्यू बोले अक जित जावे उड़े-ए लुगाई ते काम करदी दिखें अर लोग ताश खेल्दे | थारे लोग काम कोणी करया करें के ?
दूसरी घटना :- मेरे साढू की शिला टाकिज धोरे कोठि स ,इबके में गया ते दो दिन उह धोरे रुक गया | उड़े कई रिटायर्ड बुड्ढे ,(उनमे तें कोए भी आपणे आप ने बुड्ढा मानन ने तयार कोणी था ) कोए मनेजर ,कोए प्रिंसिपल ,कोए मेजोर तें रिटायर्ड हो कें आरे | तडके तड़क उठदे-ए वे सारे (१०-१२ जाणे) होक्का भर के गाल में (सड़क ) बैठ जांदे अर गेल्याँ ताश खेलन लाग जांदे | फेर जब घाम आ जांदा ते कदे कुर्सियां ने नून करदे अर कदे नून | में बोल्या "आप सब कितने साल तें आड़े रहवन लागरे ,जा आप ताश खेलन की थां जा अपणी सड़क पे तम रूंख लाओ ते ये कुर्सी ठाएँ-ठाए ऩा हान्ड़ना पड़े | सारे मेरे कानी मारणे झोटे की ढाल लखाए |

ठीक कहो सो रविंदर जी | गाम में जा के ईसा लागे स अक जन्णु लोग्गा धोरे कोए काम ना स |
तडके तड़क ताश पीट्न्नी शुरू कर दें सँ | लुगाई बेचारी मर्दा के भी काम करदी फिरां स |


इस मुद्दे प् भी एक ताग्गा शुरू करवा हो स ?..

ravinderjeet
August 9th, 2012, 01:27 PM
जोट-चणा |


जब इस्सा बखत होंदा अक बाहर ना खेल सकदे ते यु खेल खेल्या करदे | इह खेल में एक = चणा अर दो(जोड़ी)=जोट होया करदी | इह में दो जणे खेल्या करें | दोनु आपणी आपणी सलेटी या अंटे (कंचे) या और किम्मे भी इस्सी चीज जो मुट्ठी में आज्या , उस्से तें खेल लिया करदे | हाम घणे ते बित्ती (सलेटी )तें खेल्या करदे | सलेटी लगभग आधे इंच की तोड़ लिया करदे | घणी सारी बित्ती आन्दले में गेर के ने अर हला के , फेर एक हाथ में एक या दो या कितणी -ए भी बित्ती मुट्ठी में भींच लेन्दे अर सामी आला फेर न्यू बतान्दा अक इह में जोट स या चणा | जा वो जोट कहंदा अर फेर मुट्ठी में जोट लिकडदी ,यानी चाहे जितने भी हों जा उनका जोड़ा बन जांदा ते जोट मानी जांदी | वे सारे जितने भी सें , सामी आले के हो जांदे | अर जा चणा लिकडदा , यानी चाहे कितने भी हों , पर जोट ऩा बणे, यानी आखिर में एक रह जा, ते जितने भी मुट्टी में वे चीज मिली ते सामी आले ने उतनी-ए देणी पड़दी | फेर सामी आले की बारी होंदी न्यू-ए मुट्टी भींच के ने बुझ्न की | फेर कई वार पाछे कोय्से एक जणे के वे चीज सांपड जांदी ते वो हार्या मान्या जांदा | जित्ते होड़ पे उधार ले के ने भी खेल निरंतर खेला जा सके से पर फेर उधार ते तारणी पड़ेंगी |

rekhasmriti
August 9th, 2012, 05:29 PM
बीती- डंडा

Is this Gilli-Danda?

rana1
August 10th, 2012, 04:26 PM
बीती- डंडाIs this Gilli-Danda? हम्बे योये ... यो खेल भौत खतर्नाक हो स ....खेलेंनं वाला त फाल्तू देखन आला और आँनं जान आला खातेर ...र इसकी बती (गुली) की एक खासयेत भी हो स या ८० % नाड त उपर लागा करे माथे म नाक प और खास कर आंख प..... !!!

ravinderjeet
September 24th, 2012, 03:22 PM
http://i255.photobucket.com/albums/hh123/reehaljaspreet/untitled-4.jpg

बीजो बांदरी का खेल |

ravinderjeet
September 24th, 2012, 06:19 PM
http://sphotos-a.ak.fbcdn.net/hphotos-ak-ash4/282326_167125963411835_1696776324_n.jpg
चौपड़ |

ravinderjeet
September 26th, 2012, 07:44 PM
http://lh4.ggpht.com/_eBSOPqjCuQk/TQM3_jHSeMI/AAAAAAAAAIk/X2c4g8k0usE/s640/149831_125959234131941_100001535955240_156987_9829 02_n.jpg

बित्ती- डंडा |

reenu
September 27th, 2012, 03:59 PM
म्हारे यहाँ इसने खाता खुलिया कहा करें !!


भाई परदीप ,इस्से खेल तें हाकी बनी स | हाकी का यु पाराचिन अर असली रूप स | इहने "खुलिया खिंडी" कह्या करदे |

ravinderjeet
September 28th, 2012, 08:00 PM
https://fbcdn-sphotos-a.akamaihd.net/hphotos-ak-ash4/432231_342355419139888_100000962984394_942834_1740 408097_n.jpg

अंटयाँ का खेल |

ravinderjeet
December 19th, 2012, 04:48 PM
http://sphotos-e.ak.fbcdn.net/hphotos-ak-ash3/61407_389626351119912_1512469953_n.jpg

ravinderjeet
December 24th, 2012, 07:44 PM
http://api.ning.com/files/zJhTsIkV1yASdulUfbKGiOPuiuODNhfyedG6Dj9cc7GuwmzxsB SNK4cIxNnlsPu1/DSC_0112.JPG


रस्सा खींच ।

jaisingh318
January 28th, 2013, 09:36 PM
Haryana style kabbaddi..jis n panjab aly panjab style kabbadi kahte h...jo ki pakistan k panjab m bhi itne hi papular h ..circle kabbadi bolte h technical sports wale
asl m asli kabbdi h men to men hanga orr pakad kacchey aly......jaato m hi khelya jata h yo game..orr kuch jaat dono desh k iss ko parmote karte h..apne balbute p
app iss game k bare m hum logo ko orr jagrook kare........ravinderjit ji.

malikdeepak1
April 22nd, 2013, 06:47 AM
भाईसाब, एक खेल "कोल्डा-चपाकी" भी होया करता। कीमे उसके बारे में भी लिखो! :)

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 04:51 PM
भाईसाब, एक खेल "कोल्डा-चपाकी" भी होया करता। कीमे उसके बारे में भी लिखो! :)

http://sphotos-c.ak.fbcdn.net/hphotos-ak-snc7/418742_425393017528770_709994538_n.jpg

कोल्डा छुपाकी
खेल का नाम -- इह खेल का नाम कोल्ड़े( लुगडी लपेट के बनाया होया) के कारण पड्या स |
खेल का सामान --- एक लुगडी का कोल्डा |
खेल का परकार :- इह खेल में एक के काण आवेगी ज्युकर और एक तरफ़ा खेलाँ में आया करे अर दूसरी ओड ने बाकी कितने भी बालक हो सकें सें जो गोल्दारा बना के ने बैठ जाँ गे |
काण ------ कोए भी काण देवन आली कविता कह के ने काण दिया करदे ज्युकर --आदया पादया किः ने पादया चूं चां चुप | हर शब्द पे एक जणा बहार हो जांदा अर जो आखिर में बच जांदा उह ने फेर काण दी जाया करे |(काण =जिह ने बाकी सारे खिलाने हों ,जुकर लूकम-लुकाँ(आइस-बाईस )में एक जणा टोहया करे )
बखत --- यु खेल गर्मियां में के: जाड्डयाँ में सांझ सी के खेल्या करदे माड़ा झाल-भोला होयें पाछे |
नेम (नियम )-- जिह के काण आज्या वो न्यू कहंदा बाल्कां के गोल्दारे का चक्कर काट्दा ("कोल्डा छुपाकी जिम्मे रात स ,जिह धोरे पाग्या उह की श्यात स ") | चक्कर काट्दें-काट्दें वो (जिह के काण आरी स वो ) किस्से भी बालक के गेल ने कोल्डा लपेट के ने सहज सी ने धर जा गा | किस्से भी बालक का गेल ने देखना मना स | जा किस्से बालक ने दुसरे ताहि इशारा भी कर दिया अक तेरे गेल ने कोल्डा स तो बतानिये के भी काण आई मानी जा गी | इब्ब जिह बालक की गेल ने कोल्डा गेरा स, के तो वो अंदाज ला कें ,अर कोल्डा ठा के ने ,उह काण आले के कोल्डा मारे ,जा काण आले के एक चक्कर तें पहलम उह ने कोल्डा मार दिया तो काण पह्ल्ड़े के-ए रह जा गी |अर जा जिह के पाछे कोल्डा गेरा स ,उह ने बेरा कोणी पाट्टया ,अक उह की गेल ने कोल्डा पड्या स ,तो चक्कर पूरा होंदे-ए काण आला कोल्डा ठा के ने उह के कोल्ड़े मारे गा एक चक्कर काटन ताहि, अर फेर कोल्डा नए बालक ने दे के ने, उह की थां बैठ जा गा | ना ते काण आला उह की ठा आ के ने बैठ जा गा भाज के ने |बेठे पाछे उह के कोल्डा नि मार्य़ा जा सकदा | तो काण उह बालक के आजा गी जो कोल्डा पहलाड़े के बेठान्न तें पहलम मार कोणी सका |यु खेल न्यू-ए चालीं जा गा, इतने वार ना हो जा ,अर घरके रुक्के ना मारण लाग्ज्या ,के फेर बाल्कां की झीखन के कारण लड़ाई ना हो जा |

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 04:59 PM
Haryana style kabbaddi..jis n panjab aly panjab style kabbadi kahte h...jo ki pakistan k panjab m bhi itne hi papular h ..circle kabbadi bolte h technical RULES OF CIRCLE STYLE KABADDI

The game of Circle Style Kabaddi will be governed and played under the following rules of AKFI
01) Ground

Ground will be level and soft.

02) Play Field Measurements

Men and JuniorBoys: The play field will have a radius of 22 Meters divided into two equal halves by a mid line (as shown in the diagram).

MEN Open Weight & Age no restrictions

JUNIOR BOYS Age 20 years & below (last day of the year) and below 70 Kg weight
Women,
Junior Girls,
Sub-Junior Boys
and Girls The play field will have a radius of 16 Meters divided into two equal halves by a mid line (as shown in the diagram).

WOMEN Open Weight & Age no restrictions
JUNIOR GIRLS Age 20 years & below (last day of the year) and below 70 Kg weight
SUB-JUNIOR
BOYS Age 16 years & below (last day of the year) and below 60 Kg weight
SUB-JUNIOR
GIRLS Age 16 years & below (last day of the year) and below 60 Kg of weight

The State Association should furnish original date of birth certificate from the institution. The date of birth and the photograph of participating player should be attested and verified by the Head Master/Principal. The Original Date of Birth Certificate will only be accepted in the Championship.

Random test on players from participating teams will be conducted by the AKFI, from the concerned Institutions. If any Association is found guilty, the concerned State Association Team will be de barred for a period of 3 years from the same year. Achieved position will also be effected and Association has to return the Medals and Certificates to the Federation
sports wale
asl m asli kabbdi h men to men hanga orr pakad kacchey aly......jaato m hi khelya jata h yo game..orr kuch jaat dono desh k iss ko parmote karte h..apne balbute p
app iss game k bare m hum logo ko orr jagrook kare........ravinderjit ji.


http://4.bp.blogspot.com/_oQyz1sQbo-o/S7jPugobfrI/AAAAAAAAF_g/xeC7r2LODqk/s1600/_DSC4264.JPG

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:00 PM
http://topnews.in/sports/files/World-Cup-Kabaddi.jpg

03) Boundary

The circle demarcating the radius of 22 meters in case of Men & Junior Boys and 16 meters in case of Women, Junior Girls, Sub-junior boys & girls will be the Boundary of the play field. The Boundary will be marked minimum 3 cm to maximum 5 cm thickness and will be part of the play field.



Width of all the lines will be minimum 3 Cm to maximum 5 Cm.
It is necessary to have minimum 3 Meters clear space out side the boundaries.
There will be no Bonus line and Lobbies in Circle Style Kabaddi.










file:///C:/DOCUME~1/C-pro/LOCALS~1/Temp/msohtmlclip1/01/clip_image001.gif




04) Mid Line:
The line that divides the play field into two halves is known as the mid-line

05) Court:
Each half of the play field divided by the mid line is known as the Court.

06) Pala
Pala is considered to be a gate in the center of the play field. The Pala is demarcated by lines drawn/ marked from the center point of the midline 3 meters on each side. The total length of the Pala will be of 6 meters. The raider will reach his home court safely only through the Pala/gate. The Pala posts will be mounds of either Lime powder or of some soft material of 15 cm diameter and 20 cm height.

07) Essential limit (Baulk Line):

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:08 PM
http://t0.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcSbWUyXh-tN7JJvGdSNGyZD4v6gyV1NEi7We14Vewn38E44zdbP

A line drawn from the Pala post with a radius of 6 metres on each side of the midline forming a D on each side (12mtsX6mts) is the essential limit or the Baulk line. Both the D's will be joined with straight lines on either side of the mid line to form a rectangle as shown in the diagram

08) Cant
The repeated, without break at a stretch and clear aloud sounding of the approved word ‘KABADDI’ within the course of one respiration will be called 'Cant'. The duration of this cant is maximum 30 seconds.

09) Raider
One who enters the court of the opponent with the cant is known as a 'RAIDER'. The raider must begin his cant before he touches the opponent's court.

10) Anti or Anti Raider
Every player in whose court the raid is being made will be called Anti or Anti raider.

11) Loosing the cant
To stop the repeated and clear aloud sounding of the word 'KABADDI' or take in a breath during cant by the raider is known as loosing the cant. A cant must be continued within one and the same respiration for maximum period of 30 seconds only. If a raider takes more than 30 seconds to reach his home court a technical point will be awarded to the opponent's team.

12) To put out an anti
If a raider touches an anti without the breach of rules of play or if any part of the body of an anti touches any part of the body of the raider and then the raider touches his court, through the Pala with cant and within 30 seconds, the anti is said to be put out

13) To Hold a Raider:
If an anti holds the raider without breach of rules of play and keeps the raider in his court for more than 30 seconds and does not allow him to reach his court until he looses his cant or the referee/umpire blows the whistle, is known as holding the raider.

14) To reach court safely:
If the raider touches his court with any part of his body through the Pala with cant, without breach of rules, within 30 seconds, he is said to have reached his court safely and turn of raid is over.

15) Touch:
The raider touching the anti or anti touching the raider by any part of his body or even the clothing, shoes or any other outfit, is called a touch.

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:10 PM
http://static1.demotix.com/sites/default/files/imagecache/a_scale_large/200-9/photos/1270752058-world-cup-kabaddi-punjab2010-wckp-championship-_296869.jpg

16) Raid:
When the raider enters the court of opponent with cant, it is known as Raid.

RULES OF PLAY
01) The team that wins the toss will have the choice of the court or the raid. In the second half, the court will be changed and the team, which had not opted for raid, will send their raider first.

02) In the Circle style Kabaddi a raider can touch only one anti during the raid. Similarly only one anti can try to catch or stop the raider. If the raider touches more than one anti, a point will be awarded against him.

03) No player can take two consecutive raids (one after the other). There will be minimum of one raid gap in between

04) If more than one anti tries to stop or catch the raider, the raider will be declared safe and a point will be awarded against the anti.

05) If any player goes out or is pushed out of boundary or midline during the course of play, a point will be awarded against him and the raid will be declared as over.

06) During the struggle, if any player crosses the boundary or midline first a point will be awarded against him.

07) During the struggle, if both the players (the raider and anti) cross the Boundary or mid line simultaneously, except through the Pala, no point will be awarded to any team. In such a situation if the raider crosses the midline through the pala, he will be declared safe & awarded a point.

08) If an anti who has gone out of bounds holds a raider, the raider will be declared safe and a point will be declared against the anti.

09) A raider will continue to chant ‘KABADDI’ as the approved cant. If he is not keeping the approved cant or he looses the cant in the opponent court or takes more than 30 seconds duration, he will be ordered back and the opponent will be given one point and chance to raid.

10) A raider must start his cant before he touches the opponent's court. If he starts the cant late, he will be ordered back by the Umpire or Referee and the opponent will be given one Technical point & a chance to raid.

11) If a raider goes out of turn the Umpire or Referee will order him to go back and one Technical point will be given to opponent team.

12) Not more than one raider will enter the opponent's court at a time, if more than one raider enters the opponent's court at a time, the Umpire or Referee will order all to go back to their Court and a Technical point will be awarded to the opponent and chance to raid.

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:12 PM
http://www.tribuneindia.com/2012/20120925/cth11.jpg

01) After a raider has reached his court or is put out in the opponent's court, the opponents will send their raider within 10 Seconds. Thus alternately each side will send their raider until the end of the game. Incase the raider fails to start his raid within 10 seconds the team looses its chance to raid and the opponent team gets a Technical point.

02) When a raider is held, the anti will not try deliberately to stifle his cant by shutting his mouth, using violent tackling leading to injuries or use of any unfair means. If such incident happens, the Umpire or Referee will declare the raider safe. (For punishment see No. 3 & 4 of the rules under heading ‘Technical Officials’).

03) During the course of raid none of the antis will touch the raider's court until completion of the raid. In case any anti or anti's touch the raider's court before completion of the raid, one point will be given to the raider's team and the raid will be counted as successful.

RULES OF MATCHES
01) Team
Each team will consist of 14 Players. 8 Players will take the ground at a time and the remaining six players will be substitutes.

02) Duration of the match

The duration of the time of the match will be two halves of 20 minutes in case of Men, Women, Junior Boys and Junior Girls with a 5 Minutes interval. In case of Sub-Junior Boys & Sub-Junior Girls two halves of 15 Minutes each with a 5 minutes interval. The teams will change court after interval.
NOTE: The last raid of each half of the match will be allowed to be completed even after completion of the scheduled time as mentioned above.

03) System of Play
The out and revival rule will not be applicable. Only points scored will be counted.

04) Productive Raid
Every Raid will be productive either by scoring point/ points/technical point/self out/raider being caught. Even in case an anti or antis becomes self-out, the Raid will be considered to be over and the raider's side will be awarded a point. If the raider returns safely without scoring or productive raid to his court, the opponent team will be awarded a point. If a raid is more than 30 seconds, the opponent team will be awarded a point.

05) Time Out
a) Each Team will be allowed to take Two ‘Time Outs’ of 30 Seconds each in each half; the Captain or Coach of the team with the permission of referee will call for such time out. The time out time will be added to match time.
b) During the time out the teams will not leave the ground, any violation in this; a technical point will be awarded to the opponent team.
c) Official Time out can be called for by the Referee/ Umpire in the event of any injury to a player, interruption by outsiders, re-lining of the ground or any

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:14 PM
http://4.bp.blogspot.com/_YLLKpk2oLbM/TCGieE6wE7I/AAAAAAAAE1Y/Dwba3t2yZNM/s1600/kabaddi2.jpg

such unforeseen circumstances. Such time out time will be added to the match time.

06) Substitution
a) 4 Reserve Players can be substituted with the permission of Referee during time out or interval.
b) Substituted Players can be re-substituted.
c) If any player is suspended or disqualified from the match, no substitution is allowed for that particular player. The team will play with less number of players.
07) Result

The team, which scores the highest number of points at the end of the match, will be declared the winner.

08) Tie in Knock Out

If there is a tie in the Knock out matches, the match will be decided on the following basis.

i) Both the teams should field 8 Players in the Court
ii) Both the teams should give the names of the 5 Different Raiders with their Chest Numbers as per their order of raid to the referee. Substitution of players will not be allowed from the fielded S Players.
iii) Each team will be given 5 Raids by different raiders to raid alternately,
iv) The side which raids first at the beginning of the match will be allowed to raid first
v) Even after 5 Raids if there is a tie, the game will be decided as per the ‘Golden raid’ Rule.
Note If player/players are suspended temporarily or disqualified during the Tiebreaker, the team will play with less number of players.

Golden Raid Rule
· Even after 5-5 raids, if there is a tie, a fresh toss will be taken and the team that wins the toss will have the chance to raid i.e. ‘GOLDEN RAID’
· If there is tie even after the Golden Raid then a chance will be given to the opponent team for the Golden Raid.
· In the Golden Raid the team which scores the lead ing point will be declared as Winner.

09) League System
In the League System the team that wins the match will score two league points and the looser will score zero point. In case of Tie both the sides will score one league point each.

Tie in league points

If there is a tie in the league points scored in the league system, the winner and runner of the pool will be decided on the basis of ‘For and Against Points’ scored by using the following formula

a) The team which scores less than 25% of the league points will not be considered for the ‘For and Against Points’ formula.

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:15 PM
http://i879.photobucket.com/albums/ab354/enjoy_lol10/kabaddi.jpg

b) To decide the tie, the ‘For and Against points’ of the concerned teams against the teams which scored 25% or more of the league points will be considered and the difference calculated.
c) The team which is scoring highest score difference of ‘For and against will be declared pool winner.
d) Even after considering ‘For and against’ points, if there is a tie, the total points ‘SCORED FOR’ only will be counted.
e) Even after this if there is a tie, the result of the match played between the teams is to be considered.
f) Even after this if there is a tie, the highest number of points scored without applying 25% rule will be considered.
g) Even after this if there is a tie, the Winner and Runner will be decided on toss.

Note: Walkover is given to the opponent team by the referee due to late reporting, non-reporting or due to any other technical issues of the defaulting team. Such team will be scratched from the competition and the score of such teams will not be considered to decide the tie. The same rule will be applicable to teams, which concede the match also.

10) If owing to failure of light, heavy rains or any other unforeseen circumstances, a match could not be completed in the same session; such a match will be replayed in the next session.

11) In case of temporary suspension of the match, such match will be continued with the same score and remaining time in the same session. During the temporary suspension the players will not leave their respective courts without the permission of the referee. If a team violates this rule a technical point will be awarded to the opponent team.

12) Nails of the players must be closely clipped and no ornaments of any sort will be allowed.

13) All players must have distinct numbers on their T-shirt of at least 4 Inches thickness in front and 6 inches thickness at the back. The team should follow the dress code compulsorily.

14) Application of oils or any other soft substances to the body will not be allowed.

TECHNICAL OFFICIALS
The maximum age limit fixed is 58 years for the AKFI officials to officiate the matches. After attaining age of 50 years the official has to under go a fitness & perfor*mance test of AKFI once in two years. It is mandatory for all the Technical officials of AKFI to possess and carry the following items whenever assigned with
technical duties.

v Electronic Stop Watch

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:17 PM
http://2.bp.blogspot.com/_oQyz1sQbo-o/S7jPs65MKDI/AAAAAAAAF_Y/O15f5ZUCbWs/s1600/_DSC4244.JPG

v Official Uniform comprising Black Trousers, Sky Blue Half Sleeves T- Shirt with collar, White Warm Up shoes with white socks.
v Whistle
v Warning cards
v Pen
v Latest AKFI Kabaddi Rules Book

01) The officials will be One Referee, Two Umpires and One Scorer only.

02) The decision of the umpires on the field will be final generally but in special circumstances, the referee may give the decision in the best interest of the game and also if there is a disagreement between two umpires.

03) Gross violations & Foul The referee and the umpires will have the power to warn, declare point against or to disqualify any player or team from the match who is committing any of the following violations or Foul.

a) Persistently addressing the officials in regard to the decision.
b) Make derogatory remarks about the officials & action leading to influencing their decision.
c) Point out finger by the raider or anti for demanding decision of the umpire.
d) Stifle a raider by shutting his mouth or throat by any way.
e) Violent tackling leading to injuries to the body.
f) Takes more than 10 Seconds to start the raid.
g) Coaching from out side by the coaches and the players,
h) Preventing the raider to take his turn of raid


04) The referee and the umpire can use the following cards to warn, temporarily suspend, suspend from the match or debar from the tournament a player/ coach/ manager/team.
a) Green Card Warning If green card is shown to a player/ coach/ manager/ team twice, then the next card will be directly Yellow Card.
b) Yellow Card Temporary Suspension for 2 Minutes. If yellow card is shown to player/ coach/ manager/ team twice, then the next card will be directly Red Card.

Note: The two minutes suspension of players will commence from the time the player is on court only

If the out player is suspended for two minutes than the suspension will begin after revival

Teams will not be allowed to revive the next out player in place of the suspended player revival

c) Red Card Suspension from the match or debarred from the Tournament.

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 05:20 PM
http://static.sportskeeda.com/wp-content/uploads/2012/12/india-kabaddi-1067856.jpg

01) Duties of the Referee: The Referee will

1) Take the toss
2) Announce the score of each side before the last 5 minutes declared
3) Supervise in general, the conduct of the whole match.
4) Record the time, start and end the game
5) Announce the substitution & replacement of players.
6) Announce the time of each minute of the last 5 minutes of the Second half.

02) Duties of the Umpire
The umpires will conduct the match and give decisions according to the rules of play and matches till the game is ended.

07) Duties of the Scorer
a) Fill in the score sheet & announce the score with the permission of the referee at the end of each half and the result at the end of the match.
b) Make a note of the team winning the toss at the start of the game.
c) All the points scored by all the players of the team will be recorded in running score on their respective side on the score sheet diagonally (/).
d) The team scoring the first leading point will be shown in the running score by square
e) Technical point awarded by the referee or umpire should be encircled (0) in the running score
f) Time out by the teams be indicated by ‘T’ against the team concerned
g) Keep a note of the timing in the score sheet at the beginning & at the end of each half, time out taken by the teams & officials and record the substitutions made.
h) Complete the score sheet in all respects and get it duly signed by the umpires and referee.

Circle Kabaddi Referees Board
The Activities of Circle Kabaddi Referees Board will be looked after by the Organizing Secretary, Chairman and Technical Committee of the Circle Kabaddi Sub committee till the separate referees Board is constituted by the President of AKFI after conduct of the Refresher course for the Circle Kabaddi Technical Officials.
-�zl:��sans-serif";color:black'>a) Green Card Warning If green card is shown to a player/ coach/ manager/ team twice, then the next card will be directly Yellow Card.
b) Yellow Card Temporary Suspension for 2 Minutes. If yellow card is shown to player/ coach/ manager/ team twice, then the next card will be directly Red Card.

Note: The two minutes suspension of players will commence from the time the player is on court only

If the out player is suspended for two minutes than the suspension will begin after revival

Teams will not be allowed to revive the next out player in place of the suspended player revival

c) Red Card Suspension from the match or debarred from the Tournament.

sanjeev1984
April 22nd, 2013, 06:34 PM
bhaisaab... ek chamar ka joot bhi hoya karta...

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 08:26 PM
bhaisaab... ek chamar ka joot bhi hoya karta...

kyukar khelyaa karde ,kimme bataa,ho sake s mhaare kaani hor kimme kahnde ho.

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 09:13 PM
http://3.bp.blogspot.com/_YLLKpk2oLbM/TCGh362AYVI/AAAAAAAAE1A/YN_TSzmNSm0/s1600/Kabaddi_ground.jpg

ravinderjeet
April 22nd, 2013, 09:15 PM
http://3.bp.blogspot.com/_dPboKoR8NJA/TUMoTitljcI/AAAAAAAAAwg/1OI7_EynZDg/s1600/Budhiya+kabbadi+Ground.jpg

skharb
July 27th, 2014, 10:30 PM
national style kabbaddi jo pro kabbbdi leauge k naam s h .................pureee ho jaya s match dekh kar ............thanks for mumbai film industry .
ipl s badia model h ye .........pls star sports p ek baar dekho jarror . ghanna maja ajya gaa .
choottie kabbddi(national style ) chalie h too haryana style (circle kabbadi } bhi jarror chalege .................badia sign h power game k liye :star: