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View Full Version : Car Racing Now In India



amankadian
October 19th, 2011, 12:16 AM
It's a very good news for racing lovers. As i'm big lover of drift racing. I know young guys must love it and enjoy it.

I got this news from Jagran.com


भारत में पहली बार आयोजित हो रही फार्मूला वन रेस के लिए दो हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर मंगलवार को पहली बार इसमें भाग लेने वाली कारों ने ट्रैक का जायजा लिया। इस सर्किट पर 30 अक्टूबर को फार्मूला वन इंडियन ग्रां. प्रि. का आयोजन किया जाएगा। जेपी ग्रुप के अध्यक्ष मनोज गौड़ ने इस सर्किट को लांच करने के अवसर पर कहा, 'किसी भी निजी कंपनी द्वारा बनाया गया यह सबसे बड़ा खेल ढांचा है जो फार्मूला वन आयोजित करने वाली संस्था एफआईए के दिशा-निर्देशों के तहत तैयार किया गया है।' बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट 5.4 किमी. लंबा है जो 875 एकड़ में फैला हुआ है। इस ट्रैक पर करीब 210 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली फार्मूला वन रेस एक मिनट 27 सेकेंड में एक लैप पूरा कर सकेंगी। रेस में कुल 60 लैप होंगे।
इस मौके पर भारतीय मोटर स्पो*र्ट्स क्लबों के महासंघ [एफएमएससीआई] के अध्यक्ष विकी चंडोक भी मौजूद थे, जिसमें इंडियन ग्रां. प्रि. का थीम सांग 'हाथों में हाथ दे दो' भी लांच किया गया।

ravinderjeet
October 19th, 2011, 10:37 AM
खेती की उपजाऊ जमीन को किसानों से छीन कर इस तरह के खेल ढाँचे तेयार करना कहाँ तक उचित हे ,इस तरह के ढाँचे पड़ता या कल्लर जमीन पर भी बनाए जा सकते हैं जो अनुपयोगी हो |

Bisky
October 19th, 2011, 10:53 AM
खेती की उपजाऊ जमीन को किसानों से छीन कर इस तरह के खेल ढाँचे तेयार करना कहाँ तक उचित हे ,इस तरह के ढाँचे पड़ता या कल्लर जमीन पर भी बनाए जा सकते हैं जो अनुपयोगी हो |

बलहारा साहब

यहाँ तो 60% स्कूल भी तभी बनते हैं जब गाँव सरकार को मुफ्त में जमीन मुहैया करवाता है। कालर जमीन शहर से बहुत दूरी पर जा कर मिलेगी। वहाँ तक गाड़ियों में तेल का खर्च महंगा पड़ेगा। अब देखने वालों को कुछ नहीं करना है Metro में बैठो और जा पहुँचो। वहाँ तो Beer, Whisky, Girlfriend कुछ भी ले जाकर पी सकते हैं। ये सभ्य लोगों का खेल है।
और हाँ! थोड़े-से दिन और रुक जाओ अपने पास ये कालर जमीन भी नहीं रहेगी।
राम-राम! फिर मिलेंगे!

anilsangwan
October 19th, 2011, 11:16 AM
Rahul Ganhi and Sonia Gandhi are fond of BIke and Car Racing..... Few months back there were some pics of Rahul Gandhi published when both mom son duo were enjoying bike racing someone near Delhi......


Abbb apna shoukk poora karne ke liye is builder ko faayda pahunchaaya hoga aur uss se yoh banwaa liya innn ne !!!

amankadian
October 19th, 2011, 11:26 AM
खेती की उपजाऊ जमीन को किसानों से छीन कर इस तरह के खेल ढाँचे तेयार करना कहाँ तक उचित हे ,इस तरह के ढाँचे पड़ता या कल्लर जमीन पर भी बनाए जा सकते हैं जो अनुपयोगी हो |

I am agree with you........................Ye kahi bhi ban sakta tha.

amankadian
October 19th, 2011, 11:27 AM
Rahul Ganhi and Sonia Gandhi are fond of BIke and Car Racing..... Few months back there were some pics of Rahul Gandhi published when both mom son duo were enjoying bike racing someone near Delhi......


Abbb apna shoukk poora karne ke liye is builder ko faayda pahunchaaya hoga aur uss se yoh banwaa liya innn ne !!! lakho log bhai shaab passand karte hai racing ko

ravinderjeet
October 19th, 2011, 11:34 AM
aapaan nu te ek-a cheej pasand s car racing me ,jab ye aapas me bhidein sein ar inke parkhache udte jaawein sein jab badaa romaanch hove s .

Prikshit
October 19th, 2011, 12:21 PM
Development is good but the issue raised by Ravinderjeet is very relevant.
The autorithies concerned must take this thing into consideration.

I am happy this is taking place in our country.

JSRana
October 19th, 2011, 01:31 PM
खेती की उपजाऊ जमीन को किसानों से छीन कर इस तरह के खेल ढाँचे तेयार करना कहाँ तक उचित हे ,इस तरह के ढाँचे पड़ता या कल्लर जमीन पर भी बनाए जा सकते हैं जो अनुपयोगी हो |

भाई रविंदर जी इस दौड़ का टिकट कम ते कम 2500 रूपए का स अर उप्पर का त बेर ए कोनी | मन्ने त यो भी सुन्या स के यो टिकट ( २५०० आला ) कम त कम १०००० रूपए मे बिक्केग्गा | इब जो बन्दे इतने पीसे इस दोड न देखन ताहि खर्च करेंगे उनने रोटी पानी अर महंगाई त के लेना देना स | घंन्खारा न त नु बी न बेरा अक गेहूं पेड़ के उप्पर लाग्गे सें अक जड़ में | उन ताहीं त गेहूं पीस्सां के आवे स इब चाहे कित्ते बोवो अर कित्ते त भी ल्याओ |


नुए रहा त थोड़े दिना मे चीन त बन्नी बनाई रोटी आया करेंगी | घर आली के भी सारे झगडे झंझट ख़त्म | importer अर बिचौलिए का फैदा हो ज्यागा किसान जाओ भाड़ में |

इब चीन की बंधी बंधाई रोटी ले क घर आली गैल खूब दौड़ देखो |