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View Full Version : Rahul Gandhi kee jaanch kyon nahi hot????????



rajpaldular
November 23rd, 2011, 04:59 PM
राहुल की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल में हुई थी, इसके पश्चात वो प्रसिद्ध दून स्कूल में पढ़ने चला गया जहां उसके पिता ने भी विद्यार्जन किया था. सन 1981-83 तक सुरक्षा कारणों के कारण राहुल को अपनी पढ़ाई घर से ही करनी पड़ी. राहुल ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के रोलिंस कॉलेज फ्लोरिडा से सन 1994 में अपनी कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की. इसके पश्चात सन 1995 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से एम.फिल. की उपाधि प्राप्त की.

स्नातक की पढ़ाई के पश्चात राहुल ने प्रबंधन गुरु माइकल पोर्टर की प्रबंधन परामर्श कंपनी मॉनीटर ग्रुप के साथ ३ वर्ष तक काम किया. इस दौरान उनकी कंपनी और सहकर्मी इस बात से पूरी तरह से अनभिज्ञ थे कि वो किसके साथ काम कर रहे हैं क्योंकि राहुल यहां एक छद्म नाम रॉल विंसी के नाम से कार्य करता था. राहुल के आलोचक उसके इस कदम को उनके भारतीय होने से उपजी उनकी हीनभावना मानते हैं जबकि, काँग्रेसी उनके इस कदम को उनकी सुरक्षा से जोड़कर देखते हैं. सन 2002 के अंत में वो मुंबई में अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी से संबंधित एक आउटसोर्सिंग कंपनी के चलाने के लिए भारत लौट आया.


जब 2006 के अंत में न्यूज़वीक ने आरोप लगाया कि उसने हार्वर्ड और कैंब्रिज में अपनी डिग्री पूरी नहीं की थी अथवा मॉनिटर ग्रुप में काम नहीं किया था, तब राहुल गांधी के कानूनी मामलों की टीम ने उत्तर में एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसके पश्चात वे शीघ्रता से मुकर गए अथवा पहले के बयानों है बताया.


राहुल गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के टूटने को, अपने परिवार की "सफलताओं" में गिना. इस बयान ने भारत में कई राजनीतिक दलों से साथ ही विदेश कार्यालय के प्रवक्ता सहित पाकिस्तान के उल्लेखनीय लोगों से आलोचना को आमंत्रित किया. प्रसिद्ध इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा कि यह टिप्पणी "..बांग्लादेश आंदोलन का अपमान था.


2007 में उत्तर प्रदेश के चुनाव अभियान के दौरान उसने कहा कि "यदि कोई गांधी-नेहरू परिवार से राजनीति में सक्रिय होता तो, बाबरी मस्जिद नहीं गिरी होती".इसे पी.वी.नरसिंह राव पर हमले के रूप में व्याख्या कहा गया था, जो 1992 में मस्जिद के विध्वंस के दौरान प्रधानमंत्री थे.गांधी के बयान ने BJP, समाजवादी पार्टी और वाम के कुछ सदस्यों के साथ विवाद आरंभ कर दिया, दोनों "हिन्दू विरोधी" और "मुस्लिम विरोधी" के रूप में उन्हें उपाधि देकर. स्वतंत्रता सेनानियों और नेहरू-गांधी परिवार पर उनकी टिप्पणियों की BJP के नेता वेंकैया नायडू द्वारा आलोचना की गई है, जिन्होंने पुछा कि "क्या गांधी परिवार आपातकाल लगाने की जिम्मेदारी लेगा?"


2008 के अंत में, राहुल गांधी के लिए एक स्पष्ट रोक से उसकी शक्ति का पता चला. गांधी को चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करने के लिए सभागार का उपयोग करने से रोका गया, मुख्यमंत्री सुश्री मायावती की राजनीतिक चालबाजियों के परिणामस्वरूप.बाद में, विश्वविद्यालय के कुलपति वी.के.सूरी को राज्यपाल श्री टी.वी.राजेश्वर (जो कुलाधिपति भी थे) द्वारा बाहर किया गया, जो गांधी परिवार के समर्थक और श्री सूरी के नियोक्ता थे.इस घटना को शिक्षा की राजनीति के साक्ष्य के रूप में उद्धृत किया गया और अजित निनान द्वारा टाइम्स ऑफ इंडिया में एक हास्यचित्र में लिखा गया: "वंश संबंधित प्रश्न का उत्तर राहुल जी के पैदल सैनिकों द्वारा दिया जा रहा है."


सेंट स्टीफेंस कॉलेज में उसका आवेदन विवादास्पद था क्योंकि एक प्रतिस्पर्धात्मक पिस्तौल निशानेबाज़ के रूप में उसकी क्षमताओं के आधार पर भर्ती किया गया था, जो विवादित था. उसने शिक्षा के एक वर्ष के पश्चात 1990 में उस कॉलेज को छोड़ दिया था.

उसका बयान कि अपने कॉलेज सेंट स्टीफंस में उसके एक वर्ष के निवास के दौरान, कक्षा में प्रश्न पूछने वाले छात्रों को "छोटा समझा जाता था", इसने कॉलेज की ओर से एक कठोर प्रतिक्रिया को जन्म दिया. उसने कहा कि जब वह सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, तब प्रश्न पूछना हमारी कक्षा में अच्छा नहीं (होने की कथित) माना जाता था और प्रश्न पूछना नीचा माना जाता था.महाविद्यालय के शिक्षकों ने कहा कि गांधी का बयान अधिक से अधिक "उनका व्यक्तिगत अनुभव" हो सकता है और सेंट स्टीफेंस में शैक्षिक वातावरण की सामान्यीकरण का कारण नहीं हो सकता है.
जनवरी 2009 में ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड मिलीबैंड के साथ, उत्तर प्रदेश में उसके संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में, अमेठी के निकट एक गाँव में, उसकी "गरीबी पर्यटन यात्रा" के लिए गंभीर आलोचना की गई थी. इसके अतिरिक्त, इसे "सबसे बड़ी कूटनीतिक भूल" के रूप में माना गया, मिलीबैंड द्वारा आतंकवाद और पाकिस्तान पर दी गयी सलाह और श्री मुखर्जी तथा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ निजी मुलाकातों में उनके द्वारा किये गये आचरण के कारण।.
......विकिपीडिया से साभार
(http://www.facebook.com/profile.php?id=100001015878146)

ravinderjeet
November 26th, 2011, 04:14 PM
इह की जांच कदे कट्ठी ए - हो जावेगी इह के बाबू अर दादी की ढाल |

rajneeshantil
December 9th, 2011, 10:42 PM
rahul gandhi ki koe jaach ni ho sakti. kyuki !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! uske paas MAAA hai jo diwar film ki maaaa te bi gani HIT hai.