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View Full Version : Vande Matram Geet nahi mai mantra hoon jeene-marne ka !!!!!!!



rajpaldular
February 22nd, 2012, 05:33 PM
वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का !!!!!!

वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का.
बना रहे हथियार मुझे क्यों अपनो से ही लड़ने का.

जिन्होंने अपनाया मुझको वे सबकुछ अपना भूल गए.
मात्र -भूमि पर जिए-मरे हंस-हंस फांसी पर झूल गए.
वीर शिवा,राणा,हमीद लक्ष्मीबाई से अभिमानी,
भगतसिंह,आजाद,राज,सुख औ बिस्मिल से बलिदानी.
अवसर चूक न जाना उनके पद-चिन्हों पर चलने का.
वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का.

करनेवाले काम बहुत हैं व्यर्थ उलझनों को छोड़ो,
मुल्ला-पंडित तोड़ रहे हैं तुम खुद अपनों को जोड़ो.
भूख,बीमारी,बेकारी, आतंकवाद को मिटाना है,
ग्लोबल-वार्मिंग चुनौती से अपना विश्व बचाना है.
हम बदलें तो युग बदले बस मंत्र यही है सुधरने का
वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का.

चंदा-तारे सुख देते पर पोषण कभी नहीं देते,
केवल धरती माँ से ही ये वृक्ष जीवन रस लेते.

जननी और जन्म-भूमि को स्वर्ग से बढ़कर मानें,
पूर्वज सारे एक हमारे इसी तथ्य को पहचानें|
जागो-जागो यही समय है अपनीं जड़ें पकडनें का.
वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का.