rajpaldular
April 19th, 2012, 11:37 AM
हिन्दू मन की पीडा. किसी ने सोचा है कि हिन्दू का भी एक मन है. जब कभी सोचता है तो भारतीय राष्ट्रीयता के कोलाहल में दबा दिया जाता है. मैं स्वीकार करता हूँ कि भारत एक सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र है, परन्तु हिन्दू मन की थाह लेने वाला भारत में तो कोई नहीं हैं.
कांचीपुरम के शंकराचार्य को जेल भेजा जाता है, मीडिया चटकारे लगा-लगा कर जोकरों की भांति समाचार सुनाती है. गणेशजी दूध पीते हैं (भक्तों की भावना के अनुसार) मीडिया अन्धविश्वास बताती है. राम की अयोध्या पर लाख प्रश्न पूछा जाते हैं. राम के सेतु को नकारा जाता है. रामायण का मखौल उडाया जाता है. हिन्दू भारत वर्ष में सरस्वती वंदना को करने पर लाखो प्रश्न. सड़क पर नमाज़ धार्मिक सहिष्णुता है.
आदित्य नाथ योगी नाथ भगवा गुंडा है और उलेमा शांति दूत है. काशी, मथुरा, अयोध्या त्यागने के पश्चात भी हिन्दू भगवा गुंडा है, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, छोड़ कर भी हिन्दू भगवा गुंडा है. काश्मीर गँवा कर, वहां पर मरकर भी हिन्दू भगवा गुंडा है. नेपाल गँवा कर भी वो भगवा गुंडा है. लाखोँ गाय हिंदुस्तान में सेकुलर के नाम पर कटते देख हिन्दू भगवा गुंडा है. भारत माता को डायन सुन कर भी भगवा गुंडा है. हरिद्वार से दिल्ली से जाने के लिए सड़क नहीं, हवाई जहाज उतारने का स्थान नहीं, जहा पर संसार का हर हिन्दू जीवन मेँ एक बार अवश्य आता है.
आज तक एक फौर लेन सड़क नहीं बना पायी कांग्रेस की सरकार. सारा सरकारी खजाना हिन्दू भरेँ पर हिन्दुओ को कोई सुविधा मत दो. अपने माँ बाप अथवा सम्बन्धियों की अस्थियाँ बहाने का अधिकार मत दो और फिर भी भगवा गुंडा बोलो. कैलाश मानसरोवर के लिये टैक्स दो. चीन सरकार को बेच दिया कांग्रेस ने कैलाश मानसरोवर को और हम भगवा गुंडे है. काशी को बनारस बनाया हिन्दू चुप रहा. प्रयाग को इलाहबाद बनाया हिन्दू चुप रहा. और हिन्दू तब भी भगवा गुंडा है.
यमुना सुखा दी, गंगा मेँ गंदगी घोल दी और अभी भी हिन्दू भगवा गुंडा है. भारत के सभी मंदिरों और ट्रस्टों का पैसा अल्पसंख्यक कल्याण मेँ लग रहा है तब भी हिन्दू भगवा गुंडा है. गोधरा मेँ निहत्थे ६० हिन्दुओ के मरने पर भी पूरा भारत शांत रहा. क्या कोई भी मानवाधिकार उन साठ हिन्दुओं के लिये नहीं है? क्या उनके बच्चों को मीडिया ने कोई सहानुभूति दिखाई है? ऊपर से नग्न होकर केन्द्रीय मत्री हंस-हंस कर उनका मखौल उड़ा रहे हैं . कल सोचो उनके बच्चे जब बड़े होंगे तो रेलमंत्री से नहीं पूछेंगे कि हमारे माँ बाप पागल थे जो स्वयं जल मरे ट्रेन में. उस रेल के डिब्बे के भीतर से एक भी व्यक्ति जीवित क्यों नहीं बचा? है क्या इस बात का उत्तर?
बात हिन्दुओं के मजाक उड़ाने की है. मैं ये नहीं कहता कि कोई हिन्दुओँ को कुछ दे दो परन्तु हर बात को राजनैतिक गाली के रूप मेँ हिन्दुओँ को अपमानित करना क्या गलत नहीं है? हिन्दू कुछ बोलता है तो कहा जाता है यह भारत है यहाँ सभी धर्म एक हैं परन्तु बार-बार हिन्दू मन क्यों दुखाया जाता है? क्या यह मान लिया जाये कि भारत की राष्ट्रीयता और हिन्दू धर्म एक हैं. तो फिर जो भारतीय नहीं है परन्तु हिन्दू है वो भी क्या इस सेकुलर इंडिया के विरुद्ध कहीं पर अपनी बात न रखे. भारत की आड़ में जो क्रूर मजाक हिन्दुओं के साथ हो रहा है वो तो जो होगा सो होगा पर जो भारतीय नहीं परन्तु हिन्दू है वो क्या करे? बस पीड़ित मन को कुंठित होने दे. क्योंकि इन लोगों ने तो भारत माता का भी मजाक बना दिया. । सब कुछ लूटा दिया कुछ बचाने को. कुछ भी नहीं मिला सब कुछ लूटने पर.
कांचीपुरम के शंकराचार्य को जेल भेजा जाता है, मीडिया चटकारे लगा-लगा कर जोकरों की भांति समाचार सुनाती है. गणेशजी दूध पीते हैं (भक्तों की भावना के अनुसार) मीडिया अन्धविश्वास बताती है. राम की अयोध्या पर लाख प्रश्न पूछा जाते हैं. राम के सेतु को नकारा जाता है. रामायण का मखौल उडाया जाता है. हिन्दू भारत वर्ष में सरस्वती वंदना को करने पर लाखो प्रश्न. सड़क पर नमाज़ धार्मिक सहिष्णुता है.
आदित्य नाथ योगी नाथ भगवा गुंडा है और उलेमा शांति दूत है. काशी, मथुरा, अयोध्या त्यागने के पश्चात भी हिन्दू भगवा गुंडा है, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, छोड़ कर भी हिन्दू भगवा गुंडा है. काश्मीर गँवा कर, वहां पर मरकर भी हिन्दू भगवा गुंडा है. नेपाल गँवा कर भी वो भगवा गुंडा है. लाखोँ गाय हिंदुस्तान में सेकुलर के नाम पर कटते देख हिन्दू भगवा गुंडा है. भारत माता को डायन सुन कर भी भगवा गुंडा है. हरिद्वार से दिल्ली से जाने के लिए सड़क नहीं, हवाई जहाज उतारने का स्थान नहीं, जहा पर संसार का हर हिन्दू जीवन मेँ एक बार अवश्य आता है.
आज तक एक फौर लेन सड़क नहीं बना पायी कांग्रेस की सरकार. सारा सरकारी खजाना हिन्दू भरेँ पर हिन्दुओ को कोई सुविधा मत दो. अपने माँ बाप अथवा सम्बन्धियों की अस्थियाँ बहाने का अधिकार मत दो और फिर भी भगवा गुंडा बोलो. कैलाश मानसरोवर के लिये टैक्स दो. चीन सरकार को बेच दिया कांग्रेस ने कैलाश मानसरोवर को और हम भगवा गुंडे है. काशी को बनारस बनाया हिन्दू चुप रहा. प्रयाग को इलाहबाद बनाया हिन्दू चुप रहा. और हिन्दू तब भी भगवा गुंडा है.
यमुना सुखा दी, गंगा मेँ गंदगी घोल दी और अभी भी हिन्दू भगवा गुंडा है. भारत के सभी मंदिरों और ट्रस्टों का पैसा अल्पसंख्यक कल्याण मेँ लग रहा है तब भी हिन्दू भगवा गुंडा है. गोधरा मेँ निहत्थे ६० हिन्दुओ के मरने पर भी पूरा भारत शांत रहा. क्या कोई भी मानवाधिकार उन साठ हिन्दुओं के लिये नहीं है? क्या उनके बच्चों को मीडिया ने कोई सहानुभूति दिखाई है? ऊपर से नग्न होकर केन्द्रीय मत्री हंस-हंस कर उनका मखौल उड़ा रहे हैं . कल सोचो उनके बच्चे जब बड़े होंगे तो रेलमंत्री से नहीं पूछेंगे कि हमारे माँ बाप पागल थे जो स्वयं जल मरे ट्रेन में. उस रेल के डिब्बे के भीतर से एक भी व्यक्ति जीवित क्यों नहीं बचा? है क्या इस बात का उत्तर?
बात हिन्दुओं के मजाक उड़ाने की है. मैं ये नहीं कहता कि कोई हिन्दुओँ को कुछ दे दो परन्तु हर बात को राजनैतिक गाली के रूप मेँ हिन्दुओँ को अपमानित करना क्या गलत नहीं है? हिन्दू कुछ बोलता है तो कहा जाता है यह भारत है यहाँ सभी धर्म एक हैं परन्तु बार-बार हिन्दू मन क्यों दुखाया जाता है? क्या यह मान लिया जाये कि भारत की राष्ट्रीयता और हिन्दू धर्म एक हैं. तो फिर जो भारतीय नहीं है परन्तु हिन्दू है वो भी क्या इस सेकुलर इंडिया के विरुद्ध कहीं पर अपनी बात न रखे. भारत की आड़ में जो क्रूर मजाक हिन्दुओं के साथ हो रहा है वो तो जो होगा सो होगा पर जो भारतीय नहीं परन्तु हिन्दू है वो क्या करे? बस पीड़ित मन को कुंठित होने दे. क्योंकि इन लोगों ने तो भारत माता का भी मजाक बना दिया. । सब कुछ लूटा दिया कुछ बचाने को. कुछ भी नहीं मिला सब कुछ लूटने पर.