PDA

View Full Version : Can Ambani brothers buy Pakistani Share market??????



rajpaldular
May 11th, 2012, 04:57 PM
हम भारतीय अपने नेताओं के बारे में चाहे जो सोचें और अपने लोकतंत्र को प्रदूषित और भ्रष्ट करने के लिए इनको कोसते रहें, कदाचित पाकिस्तान के लोग हमारी इन बातों से कतई इत्तफाक नहीं रखते. फौजी शासन के आंतक के साये में जी रहे पाकिस्तान के लोगों को इस बात पर लज्जा का आभास होता है कि भारत ने पाकिस्तान को हर मामले में पीछे छोड़ दिया है और संसार में पाकिस्तान का कोई सम्मानजनक अस्तित्त्व नहीं है. श्री अशोक मंगलानी ने पाकिस्तान के एक जानेमाने पत्रकार डॉ. फारुख सलीम द्वारा एक पाकिस्तानी समाचार पत्र में लिखा एक लेख भेजा है जिसमें उन्होंने इस बात को अत्यंत शोधपूर्ण विधि से सामने रखा है कि स्वतंत्रता के पश्चात भारत कहाँ से कहाँ पहुँच गया और पाकिस्तान अपनी पहचान तक नहीं बना पाया है.


भारत और पाकिस्तान के लोग एक ही पूर्वजों के वंशज हैं. दोनों देशों के लोगों का डीएनए भी एक ही है. अब देखिए भारत में क्या हो रहा है.? भारत के मुकेश और अनिल अंबानी चाहें तो कराची के शेयर बाज़ार (कराची स्टॉक एक्स्चेंज –के.एस.ई.) में सूचीबद्ध सभी कंपनियों को क्रय सकते हैं और इसके पश्चात भी उनके पास 30 अरब डॉलर बचे रहेंगे. यदि भारत के चार रईस चाहें तो एक वर्ष के लिए पाकिस्तान के 16 करोड़ 90 लाख पाकिस्तानियों द्वारा एक वर्ष में उपयोग की जाने वाली सारी उपभोक्ता सामग्री और खाद्य सामग्री क्रय सकते हैं और इसके बावजूद उनके पास 60 अरब डॉलर बचे रहेंगे. भारत के चार सबसे बड़े अरबपतियों के पास चीन के 40 सबसे बड़े अरबपतियों के मुकाबले अधिक धन है.

नवंबर, 2007 में मुंबई स्टॉक एक्स्चेंज का सेंसेक्स 20 हजार के सूचकांक तक पहुँच गया था. मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ 100 अरब डॉलर की कंपनी हो गई (जबकि पूरा कराची स्टॉक एक्स्चेंज की सकल पूंजी 65 अरब डॉलर है), मुकेश अंबानी का रिलांयस के 48 प्रतिशत भाग पर अधिकार है.

नवंबर में मुकेश अंबानी ने अपनी पत्नी नीता अंबानी को उनके 43वें जन्म दिन पर देखिए क्या उपहार दिया...! 60 लाख डॉलर का एक शानदार जेट विमान, जिसमें रोमांचक और मनमोहक लाईटिंग वाला शानदार बेडरुम, समस्त आधुनिक सुविधाओं से लैस बाथरुम, स्कॉय बार, मनोरंजन का कैबिन, सैटेलाईट टेलीविज़न, वायरलैस कम्युनिकेशन, खेलों के लिए एक अलग कैबिन और ऐशो-आराम की समस्त सुविधाएं मौजूद हैं. मुकेश अंबानी भारत के सबसे बड़े रईसों में पहले नंबर पर नहीं अपितु दूसरे नंबर पर हैं.


अब देखिए मुकेश अंबानी क्या करने जा रहे हैं? वे अंटालिया नामके एक द्वीप पर अपना एक नया घर बनाने जा रहे हैं. इस घर का मूल्य है 1 अरब डॉलर और यह इस पृथ्वी पर बना अब तक का सबसे महंगा घर होगा. 173 मीटर ऊंचे और 60 मंजिल वाले इस आलीशान घर में मुकेश अंबानी के परिवार के 6 सदस्य शान से रहेंगे. इस शानदार भवन के पहले 6 माले पार्किंग के लिए सुरक्षित रहेंगे. सातवाँ मला कारों के रखरखाव और उनकी साफ सफाई के लिए होगा. आठवें माले पर एक मिनी थिएटर होगा. इसके पश्चात एक हेल्थ क्लब, जिम और स्वीमिंग पुल होगा. इस भवन के दो माले अंबानी परिवार के अतिथियों के लिए सुरक्षित रहेंगे. अतिथियों के लिए सुरक्षित इस माले के ऊपर के चार माले अंबानी परिवार के लिए होंगे, जहाँ से वे चारों ओर दूर-दूर तक हिलोरे ले रहे समुद्र के दृश्य देख सकेंगे. इस शानदार भवन की छत पर तीन हैलीपैड भी होंगे. इस भवन के रखरखाव, अंबानी परिवार और उनके अतिथियों की सेवा के लिए 600 लोगों का स्टॉफ होगा.

फारुख कहते हैं भारतीय और पाकिस्तानियों का वाय क्रोमोसोम हैपलोग्रुप एक ही है. हमारे पूर्वज भी एक हैं. हमारी संस्कृति, परंपराएं, खान-पान, सबकुछ एक है. हम भी एक जैसी फिल्में देखते हैं और एक जैसे गाने गाते हैं. परन्तु ऐसी कौनसी बात है जो भारतीयों के पास है और पाकिस्तानियों के पास नहीं है. वह है भारत के लोग अपने नेता स्वयं चुनते हैं.
भारत में तीन दर्जन से अधिक अरबपति हैं जबकि पाकिस्तान में एक भी नहीं (यहाँ तक कि एक अरब डॉलर की पूंजी वाला भी नहीं). अब देखिए भारत किस तेजी से विकार कर रहा है. वर्ष 2002 में उद्योगपति धीरुभाई अंबानी का देहांत हुआ तो वे अपने पीछे 2.8 अरब डॉलर की पूंजी छोड़ गए थे. वर्ष 2007 में उनके दोनों पुत्रों मुकेश और अनिल अंबानी के पास कुल 94 अरब डॉलर की संपत्ति थी. 29 अक्टूबर, 2007 में भारतीय शेयर बाजार में आए ज़बर्दस्त उछाल के पश्चात मुकेश अंबानी के पास 63.2 अरब डॉलर की संपत्ति हो गई और वे संसार के सबसे रईस व्यक्ति में सम्मिलित हो गए. जबकि तब संसार के सबसे धनी कहे जाने वाले बिल गेट्स के पास 56 अरब डॉलर की संपत्ति थी.

यह भी जान लीजिए कि सबीर भाटिया जिसने हॉटमेल जैसी सुविधा विकसित की वह भारतीय है और सन माईक्रोसिस्टम का संस्थापक विनोद खोसला एक भारतीय है. इंटैल पैंटियम प्रोसेसर जिसके दम पर दुनिया के 90 प्रतिशत कंप्यूटर चल रहे हैं विनोद धम नामक भारतीय ने ही आरम्भ की थी. भारतीयों ने संसार के हर कोने में हर कारोबार में और हर स्थान पर अपनी योग्यता सिद्ध की है. जानीमानी कंप्यूटर कंपनी हेवलेट-पैकैर्ड की इ-स्पीक परियोजना के शोध में एक भारतीय राजीव गुप्ता की ही भागीदारी थी. आज सिलिकॉन वैली में दस में से चार कंपनियाँ भारतीयों की है. बॉलीवुड में प्रति वर्ष 800 फिल्में बनती हैं. बीते दस वर्षों में 6 भारतीय युवतियाँ मिस वर्ल्ड मिस यूनिवर्स का खिताब जीत चुकी हैं.

अपने पाकिस्तानी पाठकों को संबोधित करते हुए श्री फारुख लिखते हैं, संभवतया आप नहीं जानते कि अमरीका में उपस्थित सभी वैज्ञानिकों में 12 प्रतिशत भारतीय मूल के हैं. अमरीका में कार्यरत सभी डॉक्टरों में से 38 प्रतिशत भारतीय हैं. अमरीका की सर्वोच्च अंतरिक्ष संस्था नासा में कार्यरत सभी वैज्ञानिकों में से 36 प्रतिशत वैज्ञानिक भारतीय हैं. संसार की सबसे बड़ी आईटी कंपनी बिल गेट्स की माईक्रोसॉफ्ट में 34 प्रतिशत कर्मचारी भारतीय हैं. इसी प्रकार आईबीएम जैसी कंपनी में भी 28 प्रतिशत कर्मचारी भारतीय हैं.

वर्ष 2004 में भारत संसार के देशों में तीसरा सबसे बड़ा देश हो गया जहाँ विदेशी निवेशक अपनी पूंजी लगाने को तैयार हैं. जबकि पाकिस्तान 25 देशों की सूची में भी नहीं आ पाया. वर्ष 2004 में जब इस्लामी देशों अल-जम्हूरियात, अल-इराकिया और दौलत-ए-इस्लामी-ये-अफगानिस्तान में चुनाव हुए तो 192 देशों की प्रतिनिधि संस्था संयुक्त राष्ट्र संघ ने यहाँ निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए भारत के चुनाव आयोग से निवेदन किया कि वे वहाँ अपने अधिकारी भेजकर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाएं. सयुंक्त राष्ट्र संघ ने यह उत्तरदायित्व पाकिस्तान को नहीं दिया जबकि पाकिस्तान एक इस्लामी राष्ट्र होने के साथ ही भौगोलिक दृष्टि से काबुल के अधिक निकट है, बजाय दिल्ली के.

यदि आप फारुख जी से संपर्क करना चाहें तो उनका इ मेल है: farrukh15@hotmail.com (farrukh15@hotmail.com) यह ई-मेल देखने के लिये कृपया जावास्क्रिप्ट को चालू करें.