jatshiva1947
June 22nd, 2012, 12:28 AM
सैक्युलर कोन ? सैक्युलर कोन ? सैक्युलर कोन ? ये बातें सुनकर देश का हर आदमी बोर हो गया और अब तो चिङने सा लगा है। अब नेताओं की माने तो सैक्युलर नेता ही देश को चला सकता है। जो सैक्युलर नही है वो पी एम या मुख्यमंत्री बनने के लायक ही नही है। देश में बढ रही मंहगाई ने एक आम आदमी जिसके वोट के साहरे से ये नेता राजनीति कर रहे हैं उसकी ऐसी कमर तोङी की उसके पास ये बातें सोचने का वक्त ही नही है। मैंने कल एक आदमी से बात की कि भाई देश का पीएम कैसा होना चाहिए तो उसने तपाक से जबाब दिया जो मंहगाई को कम कर सके जिससे हम लोग अपने बच्चों का ठीक से पेट पाल सकें बस... कोई भी हो जाओ हमें कोई लेना देना नही है। लेकिन नितीश जी कहते हैं की आगर फलां आदमी को आप पीएम बनाने की बात करोगे तो हम आपका साथ छोङ देंगे। मैंने विचार किया की आखिर उस आम आदमी में और नितीश में क्या अंतर है जो एक तो कहता है कि कोई भी बन जाये दुसरा कहता है कि नही वो नही बनना चाहिए.............
अब नरेंद्र मोदी को सैक्युलरिज्म के लिए खतरे को तोर पर पेश किया जा रहा है। कि गुजरात दंगों के कारण मोदी को पीएम नही बनना चाहिए वो नही बन सकता.... क्योंकि वहां पर 2002 में 67 निर्दोष आदमियों को रेल रोककर जिंदा जला दिया उसके बाद में दो सम्प्रदायों के बीच दगें छिङ गये जिसमें बहुत सारे हमारे मुस्लीम भाई मारे गये।
बस एक यही मुद्दा है कि मोदी सैक्युलर नही है..... हां यह भी सत्य है कि मोदी जी दंगों पर काबु पाने में असमर्थ रहे। मैंने कई दंगे और भी सुने हैं 1984 के दंगे जिसनें करीब 4000 से भी ज्यादा हमारे सिख भाईयों को बङी बेरहमी से जिंदा जला दिया गया था। वो किसने कराये थे। गुजरात दंगों में कई कमैटियां बैठाई गई लेकिन किसी में भी मोदी को दोषी नही पाया गया और भाईयों हम वहां थे नही। लेकिन सभी को मालुम है कि 1984 में 4000 से ज्यादा सिखों के हत्यारें कोन हैं............ कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी जी की हत्या उनके गार्डों ने कर दी थी जो सरदार थे बस 4000 से ज्यादा हमारे भाईयों को इसी गुनाह की सजा भुगतनी पङी। क्या ये लोग सैक्युलर हैं ?
आज देश को सैक्युलर की जरूरत नही है उसकी है जो बढ रहे अत्याचार अन्याय हिंसा अपराध लुट खसोट रक काबु करके देश की आर्थीक स्थिती को सही करें लगातार रूपया गिरता ही जा रहा है। इसका कारण देश की भोली जनता को सैक्युलर जिससे मुद्दे पर भङका कर अपना उल्लू सिधा करना है। देश के सैक्युलर है झारखंड के पुर्व मुख्यमंत्री मधु कोङा, कलमाङी, ए राजा, कनीमोझी और पता नही कितने लोग है किस किस का नाम बताऊं, इन सैक्युलर से देश चल रहा है।
अब नरेंद्र मोदी को सैक्युलरिज्म के लिए खतरे को तोर पर पेश किया जा रहा है। कि गुजरात दंगों के कारण मोदी को पीएम नही बनना चाहिए वो नही बन सकता.... क्योंकि वहां पर 2002 में 67 निर्दोष आदमियों को रेल रोककर जिंदा जला दिया उसके बाद में दो सम्प्रदायों के बीच दगें छिङ गये जिसमें बहुत सारे हमारे मुस्लीम भाई मारे गये।
बस एक यही मुद्दा है कि मोदी सैक्युलर नही है..... हां यह भी सत्य है कि मोदी जी दंगों पर काबु पाने में असमर्थ रहे। मैंने कई दंगे और भी सुने हैं 1984 के दंगे जिसनें करीब 4000 से भी ज्यादा हमारे सिख भाईयों को बङी बेरहमी से जिंदा जला दिया गया था। वो किसने कराये थे। गुजरात दंगों में कई कमैटियां बैठाई गई लेकिन किसी में भी मोदी को दोषी नही पाया गया और भाईयों हम वहां थे नही। लेकिन सभी को मालुम है कि 1984 में 4000 से ज्यादा सिखों के हत्यारें कोन हैं............ कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी जी की हत्या उनके गार्डों ने कर दी थी जो सरदार थे बस 4000 से ज्यादा हमारे भाईयों को इसी गुनाह की सजा भुगतनी पङी। क्या ये लोग सैक्युलर हैं ?
आज देश को सैक्युलर की जरूरत नही है उसकी है जो बढ रहे अत्याचार अन्याय हिंसा अपराध लुट खसोट रक काबु करके देश की आर्थीक स्थिती को सही करें लगातार रूपया गिरता ही जा रहा है। इसका कारण देश की भोली जनता को सैक्युलर जिससे मुद्दे पर भङका कर अपना उल्लू सिधा करना है। देश के सैक्युलर है झारखंड के पुर्व मुख्यमंत्री मधु कोङा, कलमाङी, ए राजा, कनीमोझी और पता नही कितने लोग है किस किस का नाम बताऊं, इन सैक्युलर से देश चल रहा है।