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View Full Version : Land Pooling Scheme for Farmers.



JSRana
September 26th, 2012, 06:44 PM
Dear Friends,

You may be aware of the Land Pooling Scheme announced by Haryana Govt on 20th
july 2012. The gist of policy is as appended below :

"Under the land pooling scheme, a landowner will get a 1,000 square yard residential plot and one commercial plot of 100 sq. yards for each one acre of land acquired by the government for the development of residential sectors by Haryana Urban Development Authority (HUDA).In the case of industries department, where infrastructure is developed by the Haryana State Industrial and Infrastructure Development Corporation (HSIIDC), the landowner-farmer would have the option to get developed land measuring 1,200 square yards for each acre of land acquired.The scheme is purely at the option of the landowners, Farmers wanting compensation for the acquired land will be paid through cheques.No stamp duty and registration charges shall be payable on the conveyance deeds executed by HUDA or HSIIDC in favour of the landowners under the scheme."

It may also be noted that land of 10 Villages near Kharkhauda is being acquired by HSIIDC in near future. Land pooling option forms are now being distributed to the land owners and last date of submission of option is 12th October 2012. Due to lack of complete knowledge of this policy and its long term effects and insecurity feelings the Land owners are highly confused as how to proceed. Even my family land is involved in this.

Kindly offer your valuable comments/ suggestions /advise so as to help those farmers.

ravinderjeet
September 26th, 2012, 07:00 PM
राणा जी, जा डेवलेप प्लाट की गेल केश पेमंट भी स ,ते फेर बढ़िया स |१२०० मीटर का डवलप पलाट इतणी कमाई कर देगा अक १० किल्ले भी ना कर सकें |पर टाइम फरेम भी होणा चाहिए , अक कितने दिनाँ में वे उस जोन ने डेवलप कर देंगे ,सालाँ जा स्कीम न्यू-ए पड़ी रही ,एक्वायर करें पाछे, ते ना न्यून के रहवें अर ना न्यून के |

JSRana
September 26th, 2012, 07:12 PM
भाई जी सलाह के लिए धन्यवाद | ईस १२०० गज पलोट के साथ और कुछ भी नहीं स, सिर्फ रजिस्ट्री के पिस्से कोणी लागें | दूसरा टाइम फ्रेम कुछ भी ना स |तीसरा अगर ये ऑप्शन लेनी स त आपनी जमीन का कम त कम आधा हिस्सा इस में देना पडेगा | जैसे मेरे नाम त तीन एकड़ जमीन स त मन्ने डेढ़ एकड़ इस सकीम में देनी ए पड़ेगी |

ravinderjeet
September 26th, 2012, 07:26 PM
राणा जी, टाइम फरेम भी होणा चाहिए जरूर , अर पिस्से भी होणे चाहियें चाहे इस बखत के मार्केट रेट ही क्यूँ ना हो | सरकार लगभग १०० गुना पेस्से कमाती हे इस जमीन पर | आपके इलाके में ,मन्ने घणे सारे जमींदार आन्दोलन करदे देखे सें ,फिरोजपुर बांगर आण तें पहलम (खरखोदे कानी तें औचन्दि बोर्डर पे आँदी हाण ) एक चौराहा लागे स गाम का नाँ मन्ने बेरा कोणी उड़े एक चुंगी नाका भी स | उड़े वे जमींदार घणे दिन तें जमीन एक्वायर के विरोध में धरने पे सें | वो यु आप आला-ए केस स अक न्यारा स बेरा ना | पर जो ओफ्फर कर्या स उह का दुगना आन्दोलन कर के काढ सको सो,सरकार पे | आप अपने नेतर्तव में लोगाँ ने संग्ठेत करो | फौजी अफसर पे लोग भरोषा भी कर लिया करें , अक धोखा ना देवेगा अर जो बात कहवे स वा साच्ची स |

JSRana
September 26th, 2012, 07:56 PM
भाई जी पिस्से त उस जमीन के मिलेंगे ना जिस के बदले में आप यो प्लाट ना लोगे | आज मन्ने बात करी थी hsiidc के कार्यालय में, वो तकरीबन ३५ लाख का रेट बता रहे सं जबके गम आले ५०-५५ का बतावें सं | रही टाइम फ्रेम की बात तो ५-७ साल का समय बताया स पर ईन का के भरोसा स | गोरमेंट बदलगी त कोए बी ना बुझै |

आप जो बता रहे सो वो बिलकुल ठीक सै वो गाम सै सैदपुर अर वो आन्दोलन करनीया बी म्हारे ए लोग सें | मेरे चाचा मास्टर बलबीर सिंह जी जो की म्हारी खाप के परधन भी सें उन की अगुवाई में यो आन्दोलन चाल रहा स | और भी कई नेता उस से जुड़े हुए सं | पर गाम की रीत न्यारी ए स, दिल्ली के पास होने की वजह से दुसरे काम धंदे ज्यादा सं अर पीछे सी सारी जमीन की मिटटी भठे में चली गयी थी त लोगाँ धोरे पीस्से भी आगे थे त ईब कोए किसे की नहीं सुनता | दूसरा बिस्सा थोड़ा रह रह्या स और खेती कोए करना नहीं चाहता त ज्यादातर लोग जमीन देन के चक्कर में सं | सर्वे करवाया था त ज्यादातर लोगाँ ने जमीन देन की ऑप्शन दे दी | ईब आन्दोलन आले भी के करें | हाँ एक बात आप की जरूर सही स के अग़र प्रेशर बनाया जा त गोरमेंट पै आछे रेट ले सके सं |

ravinderjeet
September 26th, 2012, 08:11 PM
में एक उधाहरण आड़े नवी मुंबई महाराष्ट्र का दयुन्गा | आड़े एअरपोर्ट बणणी स ,ते गाम आले जमीन देण तें नाट गे (एक एकड़ का एक करोड़ सिड्को का रेट था , उन् ताहीं रिहायसी एक प्लाट जमीन का १२.५% भी मंजूर था )फेर एअरपोर्ट अथोरिटी ने चार करोड़ ओफ्फर कर्या एक एकड़ का | इन् ने १० करोड़ मांग्या ( यानी मार्केट रेट का १० गुना ) सरकार ने इब्ब न्यू कही स अक हाम इह पे विचार करांगे | जा एक रहे ते राणा जी आप की जमीन एक-एक करोड़ प्रति एकड़ भी जा सके स ,अर गेल्याँ पलाट भी मिलेगा |ना ते इनकी आगली पीढ़ी इनके-ए खेताँ में बनी फेक्ट्रियां में मजदूरी कर्या करेगी |