SALURAM
December 18th, 2012, 09:35 AM
पाकिस्तान के खिलाफ जंग में फ्लाइंग ऑफिसर
केपी मुरलीधरन बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हो गए, पर
सरकार उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए तैयार
नहीं है। सरकार का कहना है कि शहीदों को 2 साल के भीतर
ही सम्मानित किया जा सकता है। आप ही बताइए,
क्या शहादत की कोई एक्सपायरी डेट होती है? क्या वतन पर
मर मिटने वाले एक सम्मान के भी हकदार नहीं हैं? इस
अन्याय और बाबूगीरी के खिलाफ अवाज उठाइए।
www.navbharattimes.indiatimes.com/govt-tags-expiry-date-on-martyrdom/articleshow/17660054.cms
केपी मुरलीधरन बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हो गए, पर
सरकार उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए तैयार
नहीं है। सरकार का कहना है कि शहीदों को 2 साल के भीतर
ही सम्मानित किया जा सकता है। आप ही बताइए,
क्या शहादत की कोई एक्सपायरी डेट होती है? क्या वतन पर
मर मिटने वाले एक सम्मान के भी हकदार नहीं हैं? इस
अन्याय और बाबूगीरी के खिलाफ अवाज उठाइए।
www.navbharattimes.indiatimes.com/govt-tags-expiry-date-on-martyrdom/articleshow/17660054.cms