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View Full Version : किसान ने आलू उत्पादन में विश्व रिकॉर्ड बन&



sivach
February 20th, 2013, 03:40 PM
आलू उत्पादन में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले नालंदा जिले ने इस बार फिर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ डाला। पिछली बार कतरी सराय प्रखंड के दरवेशपुरा गांव के किसान नीतीश कुमार ने प्रति हेक्टेयर 729 क्विंटल आलू उत्पादन कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार बिहार शरीफ प्रखंड के सोहडीह गांव के किसान राकेश कुमार ने प्रति हेक्टेयर 1,088 क्विंटल आलू उपजाकर नया कीर्तिमान बनाया है।

http://images.jagran.com/images/17_02_2013-potatoes17.jpg

जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने बताया कि यह एक नया विश्व रिकॉर्ड है, लेकिन विभाग के प्रदेश स्तर के अधिकारियों की ओर से औपचारिक पुष्टि होनी अभी बाकी है। पिछली बार की तरह इस बार भी यह रिकॉर्ड जैविक विधि की खेती से ही बनाया गया है। इसके उत्पादन की देख-रेख फ्रांस की उत्पाद गुणवत्ता प्रमाणित करने वाली कंपनी यूको शर्ट द्वारा की गई है।


रविवार को कृषि विज्ञान केंद्र हरनौत के डॉ एनके सिंह, डॉ विजय कुमार अग्रवाल और उद्यान महाविद्यालय के डॉ. महेन्द्र पाल, डॉ अनिरुद्ध प्रताप सिंह जैसे वैज्ञानिकों की टीम ने किसान राकेश कुमार के खेत में लगे आलू की क्रॉप कटिंग कराई। इसमें पचास वर्ग मीटर क्षेत्र में कुल 544 किलोग्राम आलू निकला। इस तरह उपज परिणाम प्रति हेक्टेयर 1088 क्विंटल आया, जो पहले के विश्व रिकॉर्ड 729 क्विंटल से 359 क्विंटल ज्यादा है। राकेश कुमार प्याज उत्पादन में भी विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं। उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हाल ही में नई दिल्ली में कृषि कर्मण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।


जिले के कतरी सराय प्रखंड के दरवेशपुरा गांव के ही किसान सुमंत कुमार ने पिछले वर्ष धान उत्पादन में विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके अलावा सिलाव प्रखंड के सारिलचक गांव के किसान सुरेन्द्र प्रसाद ने भी गेहूं के उत्पादन में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था।

http://www.jagran.com/news/business-bihar-farmer-sets-world-record-in-potato-production-10141167.html

dndeswal
February 20th, 2013, 05:27 PM
जरा इस खबर पर भी गौर फरमायें । कहीं यह "विश्व रिकार्ड" इसी तरीके से तो नहीं बनाया गया?


http://1st-news.tv/news_detail.php?id=16375



आलू 'बड़ा' हो गया चालू


संतोष कुमार, पूर्णिया : सावधान! नए एवं बड़े आलू को सोच-समझकर खाएं। दरअसल, किसान कम समय में आलू की बेहतर पैदावार के लिए इसमें ऑक्सीटोसिन, एसिड व शराब का प्रयोग खुलेआम कर रहे हैं। संभव है, आप इस पर यकीन न करें। मगर, सच्चाई यही है। दरअसल, खुले बाजार में ऑक्सीटोसिन प्रतिबंधित है। लिहाजा किसान इसका प्रयोग चोरी-छिपे कर रहे हैं। वहीं जुब्रैलिक एसिड का प्रयोग बेधड़कहोकर कर रहे हैं। इसके अलावा फसल पर देसी शराब का छिड़काव भी कर रहे हैं। ताकि फसल में एक सप्ताह में दोगुनी वृद्धि हो सके। इनके छिड़काव पर किसानों को प्रति एकड़ मात्र एक सौ रुपये का खर्च आता है। किसानों की नजर में यह कम लागत पर अधिक फसल पाने का नायाब फॉर्मूला है।

किसान बताते हैं, इसके छिड़काव से आलू फूलकर दोगुने आकार का हो जाता है। बाजार में बड़े साइज के आलू के दाम भी अधिक मिलते हैं, बिक भी जल्दी जाता है।

फसल पर छिड़काव के लिए किसान मात्र 50 रुपये में जुब्रैलिक एसिड खरीदते हैं। उसमें एक पाउच देशी शराब मिला देते हैं। शराब व एसिड के मिश्रण को 150 से 200 लीटर पानी में मिलाकर फसल पर छिड़कते हैं। कई किसान और अधिक लाभ कमाने के लिए ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल भी करते हैं। गौरतलब है कि स्वास्थ्य के लिए ऑक्सीटोसिन हानिकारक होता है। इनके छिड़काव के बारे में किसान बताते हैं, वे इनका उपयोग फसल को बाहर निकालने से एक सप्ताह पूर्व करते हैं। अधिक समय पहले इसका छिड़काव करने पर फसल खराब हो जाती है।

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ऑक्सीटोसिन से नुकसान

1-ऑक्सीटोसिन के शरीर में जाने से बच्चे भी समय से पूर्व जवान होने लगे हैं।

2-महिलाओं में बांझपन बढ़ने की संभावना प्रबल हो जाती हैं।

3-यही हाल पशुओं का भी है।

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क्या है जुब्रैलिक एसिड

जुब्रैलिक एसिड भी एक प्रकार का हारमोन ही है। यह अल्कोहल या शराब में ही घुलता है। यह प्रतिबंधित नहीं है। मगर, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

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ssgoyat
February 20th, 2013, 05:41 PM
जरा इस खबर पर भी गौर फरमायें । कहीं यह "विश्व रिकार्ड" इसी तरीके से तो नहीं बनाया गया?



ऑक्सीटोसिन से नुकसान

1-ऑक्सीटोसिन के शरीर में जाने से बच्चे भी समय से पूर्व जवान होने लगे हैं।



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ye dudharu pashuo ko bhi lagaya jata hai... doodh ki maartra badhane ke liya

sarkar ko ise dhyaan me rakh kar..rape cases me juveniles ki age 18 se ghata kar 16 kar deni chahiye ;).... oxitocin ka prayog to khair wo band nahi karwa sakti.:livid: