PDA

View Full Version : Vishesh Prakar ki sahitya trust ki Sthapna



HawaSinghSangwan
May 25th, 2013, 07:56 PM
http://sphotos-h.ak.fbcdn.net/hphotos-ak-frc3/968912_382674621849915_225117487_n.jpg
हरियाणा में पहली बार एक विशेष प्रकार के साहित्य ट्रस्ट की स्थापना
भिवानी। साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय व विशेष प्रकार की सेवाएं शुरू करने के उद्देश्य से जे.के. साहित्य ट्रस्ट का विधिवत् तौर से पंजीकरण करवाकर (पंजीकरण संख्या 1042 दिनांक 03.05.2013)स्थापना की गई है। इस ट्रस्ट का उद्देश्य हरियाणा के उन महापुरूषों की जीवनियां प्रकाशित करना है, जिन्होंंने देश व समाज के लिए उल्लेखनीय कार्य किए, लेकिन किसी कारणवश वे अधिक प्रकाश में नहीं आ पाए या लोगों ने जिन्हें भुला दिया। इसके साथ ही यह ट्रस्ट उन लोगों को भी सहयोग, मार्गदर्शन व मंच उपलब्ध करवाएगा, जिनमें लेखन की प्रतिभा छिपी हुई है। ऐसे लोगों की प्रतिभा को तराशकर उनसे पुस्तकें लिखवाई जाएंगी जिन्हें उनके नाम व फोटो सहित प्रकाशित किया जाएगा तथा उन्हें उचित पारीश्रमिक भी दिया जाएगा।
यह जानकारी जे.के. साहित्य ट्रस्ट हरियाणा के अध्यक्ष व प्रख्यात हिंदी लेखक जे.के.वर्मा व महासचिव पूर्व कमांडेंट हवासिंह सांगवान ने हांसी गेट स्थित चित्रकूट विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश में इस तरह का यह पहला साहित्य ट्रस्ट है, जिसने गुजरते समय के साथ-साथ अपनी पहचान भुलाते जा रहे प्रदेश के महापुरूषों के उत्कृष्ट कार्यों को जनता के सामने लाने तथा लेखन से जुड़ी प्रतिभाओं को तराशकर, विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें एक कामयाब लेखक बनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बताया कि इस ट्रस्ट के संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री मा. हुकमसिंह होंगे, जबकि समाजसेवी नंदकिशोर अग्रवाल उपाध्यक्ष होंगे। नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भानूप्रकाश मंत्री, रघुबीर सिंह बूरा खजांची के अतिरिक्त प्रारंभिक तौर पर वरिष्ठ पत्रकार इंद्रवेश दूहन, राजसिंह घणघस, दिलबागसिंह सांगवान तथा प्रवीण नैन को सदस्य के तौर पर कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि कला व साहित्य के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल पूरे भारत वर्ष में सबसे आगे हैं, जबकि हरियाणा बहुत पीछे है। हरियाणा में लेखन से जुड़ी प्रतिभाओं की कभी कमी नहीं रही, लेकिन आज तक न तो उन्हें प्रोत्साहित करके तराशने वाला मिला तथा न ही उन्हें उचित मंच मिल सका, जिसके द्वारा वे अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने ला सकें। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा प्रथम चरण में जिन महापुरूषों के जीवन पर आधारित पुस्तकेें प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया है, वे इस प्रकार हैं :
1. अपने युग के भामाशाह : चौ. सेठ छाजूराम।
2. बेदाग छवि के धनी : पूर्व मंत्री सागरराम गुप्ता
3. स्वतंत्रता सेनानी व सांसद रामकिशन गुप्ता का शिक्षा क्षेत्र में महायज्ञ।
4. बाबू रामभजन अग्रवाल : राजनीति से समाजसेवा का सफर।
5. चौ. रणबीर सिंह : सवैंधानिक सभा में बुलंद आवाज।
6. चौ. निहाल सिंह तक्षक : एक गुमनाम राजनीतिज्ञ।
7. पंडित नेकीराम : राजनीतिज्ञ ही नहीं, श्रेष्ठ चिंतक भी
8. चौ. सूरजमल खांडेवाला : बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी
9. शोषित वर्ग के मसीहा : चौ. दलबीर सिंह
10. आईएनए के यौद्धा एवं पूर्व मंत्री मेजर अमीर सिंह
11. ठाकुर बीर सिंह का तूफानी राजनीतिक सफर।
12. चौ. जगन्नाथ : फर्श से अर्श तक का सफर
13. चौ. किशनसिंह सांगवान : स्वच्छ राजनीति के पुरोधा।
14. चौ. सुरेंद्र सिंह : स्वच्छ राजनीति के बुलंद सितारे।
इस ट्रस्ट का निकट भविष्य में हरियाणा सरकार के किसी मंत्री से एक भव्य आयोजन करके शुभारंभ करवाया जाएगा। इस अवसर पर ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर सूबेदार मेजर सतबीर शर्मा, ओमपाल आर्य, जोगेंद्र तालू, जगत मिताथल, साहिल मित्तल सहित कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।
अध्यक्ष महामंत्री
98125-24246 94160-56145

phoolkumar
May 26th, 2013, 12:11 AM
sir, kyaa yah sangthan Khaap-Yoddhaon ki kahaniya bhi publish karega? Jaise Veer Gokula, Ch. Kabul Singh (the sole curator of Khaap History), Kalanaur ki riyasat todne waale yodha (jiski lead Sangwan gotri ke hutatma ne ki thi) and many more to add as endless list....