rajpaldular
November 27th, 2013, 05:50 PM
अभिनेता मुल्ला आमिर खां का कहना है कि जाट और खाप दोनों ही जंगली एवं असभ्य होते हैं।
मोटी रकम हज़म कर टीवी पर देशभक्ति का ढोंग करने वाले इस पाखंडी (देशद्रोही?) को यह ज्ञात होना चाहिए कि देश में मात्र ३ प्रतिशत भागीदारी रखने वाली यह स्वाभिमानी कौम ना केवल भारतीय फ़ौज की रीढ़ कि हड्डी है अपितु भारतीय अर्थव्यवस्था की भी।
देश में अन्न के भण्डार भरने वाली अकेले इस मेहनती कौम द्वारा समूचे राष्ट्र का 70 प्रतिशत अनाज उपजाया जाता है।
GDP की भाषा समझने वाले इस ज्ञानी को बताएं तो 25 प्रतिशत योगदान केवल इसी कौम का है।
इतिहास के पन्ने उठाओगे तो ज्ञान होगा कि मुगलों तथा अंग्रेजों के शासन का अंत करने में इसी बलिदानी कौम का योगदान अहम था।
इस शख्सियत की मूर्खता को और सदैव अन्याय के विरुद्ध बिगुल बजाने वाली इस कौम के शौर्य को काले अक्षरों में समेटना असम्भव कार्य होगा।
गर्व से कहो हम जाट हैं।
:star:
मोटी रकम हज़म कर टीवी पर देशभक्ति का ढोंग करने वाले इस पाखंडी (देशद्रोही?) को यह ज्ञात होना चाहिए कि देश में मात्र ३ प्रतिशत भागीदारी रखने वाली यह स्वाभिमानी कौम ना केवल भारतीय फ़ौज की रीढ़ कि हड्डी है अपितु भारतीय अर्थव्यवस्था की भी।
देश में अन्न के भण्डार भरने वाली अकेले इस मेहनती कौम द्वारा समूचे राष्ट्र का 70 प्रतिशत अनाज उपजाया जाता है।
GDP की भाषा समझने वाले इस ज्ञानी को बताएं तो 25 प्रतिशत योगदान केवल इसी कौम का है।
इतिहास के पन्ने उठाओगे तो ज्ञान होगा कि मुगलों तथा अंग्रेजों के शासन का अंत करने में इसी बलिदानी कौम का योगदान अहम था।
इस शख्सियत की मूर्खता को और सदैव अन्याय के विरुद्ध बिगुल बजाने वाली इस कौम के शौर्य को काले अक्षरों में समेटना असम्भव कार्य होगा।
गर्व से कहो हम जाट हैं।
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