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View Full Version : जाट के ठाठ



avinashb
February 3rd, 2014, 06:10 PM
जाट ने भगवान से कहा : मुझे खुशियां दे दे !
भगवान बोले : ठीक है, पर सिर्फ चार बार ही दूंगा।
वे चार बार तू बता ??
जाट ने कहा : ठीक है, गर्मियों, सर्दियों, बरसात और वसंत में
भगवान हैरान रह गए ! और बोले : नहीं, सिर्फ तीन बार दूंगा।
जाट ने कहा : ठीक है, आज, कल और परसों दे दे
भगवान फिर हैरान रह गए और बोले : सिर्फ दो बार ही दूंगा।
जाट ने कहा : ठीक है, दिन और रात
भगवान फिर से हैरान रह गए ! और बोले : सिर्फ एक दिन ही दूंगा।
जाट ने कहा : हर दिन
भगवान हंसने लगे और बोले : रै जाट, तेरे रहेंगे हमेशा ठाठ

avinashb
February 4th, 2014, 06:02 PM
जाट की इक ऐसी कहानी है जाट ही ताकत की निशानी है

हम जब आये तो तुमको एहसासथा,
कि कोई एक जाट शेर मेरे पास था।

हम गरम खून के उबाल हैं , प्यासी नदियों की चाल हैं,

हमारी गर्जना विन्ध्य पर्वतों से टकराती है
और हिमालय की चोटी तक जाती है।

हम थक कर बैठेने वाले रण बांकुर नहीं….
हम ""वीर जाट"" है, इतिहासो में खो जाने वालेकाफूर नहीं।

दोस्तो के लिए जां कुर्बान दुशमन के लिए यमदूत है
गर्व है हमें उस धरती पर जिस माँ के पूत है

जाट की इक बस ये कहानी है जाट ही ताकत की निशानी है