rajpaldular
October 8th, 2014, 03:12 PM
लखनऊ के शहर काजी और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली ने सोमवार (06.10.2014) को मुसलमानों से अपील की कि वे चीन के उत्पादों का बहिष्कार करें एवँ सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लाम के बारे में व्याप्त भ्रान्तियाँ समाप्त करें। ईद-उल-अजहा की नमाज से पहले मौलाना फिरंगीमहली ने सभी भारतीयों, विशेषकर मुसलमानों से अपील की कि वे चीन के उत्पादों से बचें। चीन को आर्थिक झटका देकर उसे सबक सिखाएँ।
उन्होंने कहा कि जिस ढंग से चीन बार-बार भारतीय सीमाओं पर घुसपैठ कर रहा है, वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। मौलाना ने कहा कि खिलौने और चीन के अन्य उत्पाद देश के लघु-कुटीर उद्योगों के लिए खतरा बन गए हैं। इस कारण कई लघु और कुटीर उद्योग बंद हो चुके हैं। उन्होंने कहा, चीन के उत्पादों ने लघु और कुटीर उद्योगों में कार्य कर रहे कई भारतीयों की आजीविका के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया है।
मौलाना ने कहा कि ऐसी स्थिति में चीन को सबक सिखाया जाए।
अस्तु :-
सुनने में अच्छा लगा पर राशिद साहब को पीड़ा इस बात की नहीं कि चीन की वस्तुएँ खरीदने से वहाँ की अर्थ व्यवस्था सुधर रही है अपितु पीड़ा ये है कि वहाँ मुस्लिमों के दाढ़ी रखने तथा रोजे रखने पर पाबंदी लगाई गयी है। यदि चीन के सीमा रेखा उल्लंघन की इतनी ही पीड़ा फिरंगी साहब को है तो पाकिस्तान को यह छूट क्यों? कभी उसको भी गरियाइए ना।
उन्होंने कहा कि जिस ढंग से चीन बार-बार भारतीय सीमाओं पर घुसपैठ कर रहा है, वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। मौलाना ने कहा कि खिलौने और चीन के अन्य उत्पाद देश के लघु-कुटीर उद्योगों के लिए खतरा बन गए हैं। इस कारण कई लघु और कुटीर उद्योग बंद हो चुके हैं। उन्होंने कहा, चीन के उत्पादों ने लघु और कुटीर उद्योगों में कार्य कर रहे कई भारतीयों की आजीविका के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया है।
मौलाना ने कहा कि ऐसी स्थिति में चीन को सबक सिखाया जाए।
अस्तु :-
सुनने में अच्छा लगा पर राशिद साहब को पीड़ा इस बात की नहीं कि चीन की वस्तुएँ खरीदने से वहाँ की अर्थ व्यवस्था सुधर रही है अपितु पीड़ा ये है कि वहाँ मुस्लिमों के दाढ़ी रखने तथा रोजे रखने पर पाबंदी लगाई गयी है। यदि चीन के सीमा रेखा उल्लंघन की इतनी ही पीड़ा फिरंगी साहब को है तो पाकिस्तान को यह छूट क्यों? कभी उसको भी गरियाइए ना।