PDA

View Full Version : इस वीडियो को रिकॉर्ड करने वालों के लिए कुछ &am



phoolkumar
March 11th, 2015, 06:31 PM
For understanding the cause and reason of this post, kindly first watch this video end to end:

https://www.youtube.com/watch?v=-EirpKMlkIY

(https://www.youtube.com/watch?v=-EirpKMlkIY)
Now my response to recorders of this video:

इस वीडियो को रिकॉर्ड करने वालों के लिए कुछ प्रतिउत्तरात्मक सवाल!

1) शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के खिलाफ कोर्ट में गवाही देने वाला सरदार शोभा सिंह कौन था?
2) महाराजा नाहर सिंह को धोखा दे के अंग्रेजों से संधि के बहाने चांदनी चौक पे फांसी पे झुलवाने वाला पंडित गंगाधर कौल कौन था?
3) सिख धर्म के पांचवें गुरु चुने जाने में एक उम्र से पांच गुना छोटे अर्जुन देव जी को बाबा बुड्ढा जी की जगह गुरु बनाने की गन्दी राजनीती कर योग्यता और वीरता की बलि चढाने वाले कौन थे?
4) अभी 2005 में खुद एक सामाजिक प्राणी होते हुए खापों के खिलाफ कोर्ट में याचिका करने वाला पंचकुला का साहनी कौन है?


अब आती है इस वीडियो की आखिरी लाइन की बात, कि जट्टों के घरों में दस-के-दस सिख गुरु कौनसी जाति के है बारे कहने की| तो महानुभाव बात ऐसी है कि अगर आपको इससे ऐतराज है तो कोई नी आप ऐसे ही वीडियो रिकॉर्ड करते रहोगे तो एक दिन वो भी नहीं दिखेंगी|


मैंने कभी आपकी जाति को इस ढंग से देखा नहीं, वरना उदाहरण तो 4 की जगह 40 भी रख दूंगा, परन्तु फिलहाल आपसे इतनी ही दरख्वास्त है कि एक बहादुर ही बहादुर को सम्मान दे सकता है, एक महान ही दुसरे महान को सम्मान दे सकता है, इसलिए अगर तुम्हारे अनुसार तुम्हारी जाति के महापुरुषों को जट्ट या जाट अगर सम्मान देते हैं तो यह हमारी महानता है तुम्हारी नहीं| एक सिख ना होते हुए भी मेरे घर के आगे गुरु गोविन्द सिंह और अंदर दस-के-दस सिख गुरुवों की मूर्ती लगी है |


आप अपना ना सही परन्तु अपनी जाति और जाति में हुए महापुरुषों का अपमान जरूर कर रहे हैं| आपकी जाति के महापुरुषों को दूसरी जातियों से सम्मान मिलता है तो इससे आपको शिकायत और घमंड नहीं होना चाहिए, अपितु गर्व और दूसरों के प्रति आदर होना चाहिए|


अरे यार अजीब हो तुम भी, एक तुम हो जिसको उसकी जाति के महापुरुषों को बाहर वाले सम्मान देते हैं तो दिक्कत है; और एक हम जाट हैं जो अपने महापुरुषों के मान-सम्मान को खुद भी सहेजने की कोशिश करें तो लोग हमें जातिवादी ठहराने दौड़ पड़ते हैं|