Ramlaljat
September 15th, 2017, 11:00 AM
दादी माँ ने बताया की हम पहले मथानिया जोधपुर में रहते थे राजतन्त्र था कर तो देना ही पड़ता था ,राज का आदमी नियुक्त था जो फसल का कुंता करता था जिसे कणवारिया कहा जाता था ,एक दिन एक अजीब घटना घटी पुरूष व् महिलाऐं खेत में काम पर गए हुए थे घर पर बहू अकेली थी ।अनाज का बंटवारा किया हुआ नहीं था ।बहू ने सोचा में बिना बंटे अनाज को पीस दूँ ,सुबह का समय था वह सुबह जल्दी अनाज पीस रही थी तभी अचानक कणवारिया आ गया जब वह झोपड़े में घुसने लगा तो बहू को लगा की में अन्दर से दरवाजा बंद कर दूँ ।जैसे ही वह कणवारिया अंदर घुसने लगा वैसे ही बहू ने दरवाजा बंद किया और वह कणवारिया दरवाजे में फंसकर मर गया ,अब बड़ी उलझन हुई ,बहु दौड़ी दौड़ी खेत में गई ।वहां उनको बात बताई तो हमारे पूर्वज चिंता में पड़ गए की अब क्या किया जाए ,अब यहाँ रहना भी उचित नहीं है क्योंकि राजा फांसी दे देगा । तब हमारे पूर्वज वहाँ से निकल पड़े ,उनको यह भी डर था रजा पीछा करेगा । तब तक हम हनुमान जी को अपना इष्ट देव मानते थे । वहां से निकलने के बाद थोडा दूर भंसेर गांव पड़ता है वहां माता काली का मंदिर था ,पास में एक देवासी का रेवड़ था उसमे से दो बकरे उठाये और माता जी को चढ़ा दिए ,तब फिर मन ने आशीर्वाद दिया और बकरों का मास गेंहू की लापसी बन गया और चमड़ी ऊन की लोवडी(वस्त्र) बन गई ।
तब राजा की वार (सैनिक) पीछा करती हुई आ गई लेकिन वो वार मंदिर की ओरण में घुसने पर अंधी हो गई ।
फिर हमारे पूर्वज पाबूबेरा में आकर बस गए ,अब पाबुबेरा में जाणियों के 40 घर है ।हमारी सातवी पीढ़ी यहाँ आकर बसी ।
कणवारिये को मारने वाली बहादुर जाटणी हमारी सातवीं पीढ़ी में थी ।
कृपया यह जानकारी आपको विश्वसनीय लगे तो जाटलैंड के उपयोग कीजिए और अपनी राय जरूर दिगियेगा ।
यह बात मेरी दादी ने बताई जो 75 बसन्त देख चूकी है ।
मैं प्रयास करूँगा की मैं जाटलैंड के लिए उपयोगी जानकारी उपलब्ध करवा सकूँ ।
नाम~राम लाल जाणी
शिक्षा~B.S.T.C(D.EL. ED.),B.A.
83.80% IN 12TH CLASS IN ART'S RBSE 2014
Poltical science 97/100
Hindi sahitya 94/100
history. 93/100
Hindi com. 78/100
English. 59/100
तब राजा की वार (सैनिक) पीछा करती हुई आ गई लेकिन वो वार मंदिर की ओरण में घुसने पर अंधी हो गई ।
फिर हमारे पूर्वज पाबूबेरा में आकर बस गए ,अब पाबुबेरा में जाणियों के 40 घर है ।हमारी सातवी पीढ़ी यहाँ आकर बसी ।
कणवारिये को मारने वाली बहादुर जाटणी हमारी सातवीं पीढ़ी में थी ।
कृपया यह जानकारी आपको विश्वसनीय लगे तो जाटलैंड के उपयोग कीजिए और अपनी राय जरूर दिगियेगा ।
यह बात मेरी दादी ने बताई जो 75 बसन्त देख चूकी है ।
मैं प्रयास करूँगा की मैं जाटलैंड के लिए उपयोगी जानकारी उपलब्ध करवा सकूँ ।
नाम~राम लाल जाणी
शिक्षा~B.S.T.C(D.EL. ED.),B.A.
83.80% IN 12TH CLASS IN ART'S RBSE 2014
Poltical science 97/100
Hindi sahitya 94/100
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