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इंटरनेट पर एक हिन्दी पत्रिका निकलती है - अभिव्यक्ति डॉट काम । उसमें हिन्दी की हत्या के षडयंत्र के बारे में एक लेख पढ़ा । लेख बहुत उत्तम है । आप भी पढ़ें -
http://www.abhivyakti-hindi.org/snib...2007/hindi.htm
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इंटरनेट पर एक हिन्दी पत्रिका निकलती है - अभिव्यक्ति डॉट काम । उसमें हिन्दी की हत्या के षडयंत्र के बारे में एक लेख पढ़ा । लेख बहुत उत्तम है । आप भी पढ़ें -
http://www.abhivyakti-hindi.org/snib...2007/hindi.htm
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तमसो मा ज्योतिर्गमय
deependra (June 24th, 2012), satyenderdeswal (June 25th, 2012), sukhbirhooda (July 7th, 2014)
For writing in Hindi on Jatland, do we need to use hindi keyboard or is there any way that we can use transliteration as used in gmail to write in hindi?
इन सब ते बढ़िया है जीमेल मे मेल कोम्पोसे करो और हिंदी सेलेक्ट करो न कुछ इन्स्टाल करना न कुछ डाउनलोड करना ........एक दम आसन
sunillore (June 23rd, 2012)
प्रिये Jatlanders,
मदद मांगी, पर नहीं मिली (कुछ मिली), खेर अपनी सहायता मुझे स्वयम ही करनी पड़ीI शायद किसी के धोरे उत्तम सुलझाव था भी नहीं I अब मुझे, किसी भी website पर हिंदी में लिखने का सरल समाधान मिल गया है!!! :rock
जिन भाइयों को अंग्रेजी keyboard के द्वारा हिंदी में लिखना हो, उनके लिए ये अति उपयोगी जानकारी है I
http://t13n.googlecode.com/svn/trunk..._hi.html#Store
ऊपर दिए लिंक में सम्पूर्ण जानकारी है I अगर किसी को कोई भ्रम या कठिनाई हो तो मै मदद कर सकता हूँ I
थोड़ी खोज करी और समाधान मिल गया I महेनत का फल मीठा होता है I kudos to google..
राम राम
PS:- मैंने पहेले वाले समाधान भी पढ़ें है, पर जो समाधान मुझे मिला है वो सर्र्वोत्तम है. अब किस्सी और साईट से कट पेस्ट नहीं करना, सीधा जाटलैंड पर हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं में लिख सकते है.
Last edited by nitindev; March 29th, 2010 at 06:41 PM.
sunillore (June 23rd, 2012)
मैंने पिछले लेख में एक बहुत ही आसान तरीक बताया था, हिंदी में roman keyboad से लिखने का. उस समाधान में एक छोटी सी कठिनाई ये थी की हिंदी में लिखने के लिए online होना चाहिए और Internet explorer, chrome, modzilla platform होना चाहिए. इस समस्या का समाधान इस tool में है.
http://www.google.com/ime/transliteration/
एक बार install कर लो और फिर offline भी और कहीं भी हिंदी में लिख सकतें है. हम अब सिर्फ Internet explorer, chrome, modzilla नहीं बल्कि किसी भी जगह हिंदी में लिख सकते हैं. उदहारण के तौर पर, gtalk, skype,word. हिंदी से english में बदलने के लिए केवल cntrl + g toggle करना पड़ता है. मुझे ये ज्यादा उपयोगी tool लगा.
अगर इस्तेमाल में या installation में कोई समस्या हो तो में मदद कर सकता हूँ.
राम राम
Last edited by nitindev; April 1st, 2010 at 03:18 PM.
आपने अच्छा तरीका ढूंढा है . धन्यवाद !!!
जाटलैंड पर भी दो तरीके हिंदी लिखने के दे रखे हैं पसंद हो तो वहां से भी देख लें
http://www.jatland.com/home/How to write Hindi
Laxman Burdak
sunillore (June 23rd, 2012)
I have tried some of the methods above........... But i am using this------It's free from Google
and very easy to setup and use. you can use it on any program, web page .
http://www.google.com/ime/transliteration/
download it install it and don't worry ,... you won't find it on your start menu...just follow the installation instruction.......
Just another method if somebody likes.
iDioT JaT
I found the Best way !!
Install Google chrome, and bookmark this link (without quotes )
"javascriptt13nb=window.t13nb||function(l){var t=t13nb,d=document,o=d.body,c="createElement",a="a ppendChild",w="clientWidth",i=d[c]("span"),s=i.style,x=o[a](d[c]("script"));if(o){if(!t.l){t.l=x.id="t13ns";o[a](i).id="t13n";i.innerHTML="Loading Transliteration";s.cssText="z-index:99;font-size:18px;background:#FFF1A8;top:0";s.position=d.a ll?"absolute":"fixed";s.left=((o[w]-i[w])/2)+"px";x.src="http://t13n.googlecode.com/svn/trunk/blet/rt13n.js?l="+l}}else setTimeout(t,500)})('hi')"
And On any page, where you can type, just before typing click this bookmark. This will enable HINDI in your text-add window.
To use this feature in any other web-browser-
Get help from this link..
http://t13n.googlecode.com/svn/trunk...s/help_hi.html
Regards
Shiv K. Chaudhary
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The ultimate measure of a man is not where he stands in moments of comfort, but where he stands at times of challenge and controversy. .
Ultimate Solution!
The designer of this site must create a Hindi Font Keyboard in lower middle part operated through cursor so that any one can easily type in Hindi facing no problem, no need to downlaoad, add or type, cut, copy, paste and even see our keyboard etc. etc.
sunillore (June 23rd, 2012)
[QUOTE=Samarkadian;281994]<font size="3"><strong>जाट ::जातिवाद बनाम धार्मिक !</strong><br>
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गत कुछ समय से धर्म ,प्रमुख रूप से हिन्दू धर्म से संभंधित अनेक चर्चाओ से जाटलैंड का बाज़ार गर्म है ! हम सब इस अनोखे मंच पर जाट होने के कारन एकत्रित हैं ! जो की जातिसूचक है ! जाटलैंड का मुख्य्प्रष्ठ भी इसे केवल हिन्दू जाट सदस्यों तक सीमित होने का संकेत करता है ! कुछ माननीय सिख सदस्य भी यहाँ भाईचारे का अदभुत एवं सराहनीय उदहारण प्रस्तुत करते हैं ! जाट स्वाभाव से कभी किसी धर्म के प्रति कट्टर नहीं रहा ! इसके कई कारन हो सकते हैं परन्तु मुख्य कारन जो इस नाचीज़ को प्रतीत हुआ वो यह था की एक कृषि करने वाला समुदाय प्रकृति के समीप, उसके आँचल में गुजर बसर करता था ! प्रकृति चयनित रूप से कट्टर है अन्यथा इसके कार्यकलाप निर्विघ्न रूप से शांत चलते हैं ! यही कारन है की अनेको व्यवसाय आधारित जातिया गाँव में सौहार्द से बस्ती आई हैं !<br>
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मानव सभ्यता में गत सौ से डेढ़ सौ वर्ष अत्यंत रोचक एवं गहन सांसारिक प्रगति के रहे हैं ! यह एक तर्क पुराकालीन समय से प्रचलित है कि जितने हम सुविधाओं को प्राप्त करते जायेंगे , जितनी हमारी जीवन की आधारभूत आव्शय्क्तायें पूरी होती जायेंगी , उसी समानुपात में हम अपनी पहचान को खोजेंगे ! आधुनिक समय में इस तर्क को मासलोव हायर्की ऑफ़ नीड्स [ (Maslow Law of Hierarchy ) - <a href="http://en.wikipedia.org/wiki/Maslow's_hierarchy_of_needs" target="_blank">http://en.wikipedia.org/wiki/Maslow's_hierarchy_of_needs</a> ] के नाम से जाना जाता है ! मानव जीवन के चक्र में प्राय: हर मानव भावनात्मक, बौद्धिक, चेतन एवं अर्धचेतन रूप से इस नियम के अंतर्गत अपनी पहचान खोजता है ! कई बार हमे ज्ञात भी नहीं होता है कि कथित कार्य, विचार से हम अपनी वास्तविक पहचान खोज रहे हैं! जिस परिद्रश्य में हम जनम लेते हैं , हम अपना बचपन व्यतीत करते हैं , विद्या ग्रहण करते हैं ; उनका पहचान पर गहरा असर पड़ता है ! जाती एवं जनम हम चेतन रूप से चयन नहीं कर सकते यह हमे जन्म से मिलती है ! हमारे जीवन में जातिगत गुण कूट कूट कर इस तरह से भरे हैं कि वो कहीं न कहीं किसी न रूप में प्रकट हो ही जाते हैं जो कि स्वाभाविक है ! धर्म जाती के थोडा बाद आता है ! किन्तु यह भी हमारी जीवन पद्धति में महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है ! हमारी पहचान का एक अभिन्न अंग बन जाता है ! अब , कोई भी जाट मै, आप, रामफल या रल्धू या कोई भी कथित जाट इसी पहचान खोजने कि प्रक्रिया से गुजरते हैं तो जाती एवं धर्म का आना स्वाभिक है !<br>
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जाटलैंड पर वर्तमान समय में होने वाली चर्चाये , वाद विवाद , मन मुटाव इसी पहचान, पहचान के साथ गहरा जुडाव एवं पहचान कि खोज के कारन हैं ! जैसा कि मैंने पहले कहा कि जाट स्वाभाविक रूप से कट्टर नहीं रहा है किन्तु गत वर्षो में कुछ परिवर्तन है ! जाट का कभी पूजा एवं पूजा पद्धतियो में अधिक विश्वास नहीं रहा किन्तु कुछ चीज़े जो मैंने जाट परिवारों में देखी है, वो है संध्या करना अर्थात संध्या के समय एक दीपक जला कर कुछ क्षंन के लिए मौन हो जाना ! ध्यान देने कि बात यह है कि यह दीपक किसी भगवन या देवता कि मूर्ति के सामने नहीं अपितु एक आले (दीवार में छोट्टा सा स्थान ) में जलाया जाता है ! अब यह कहाँ से आई एवं कब आई इसका मुझे ज्ञान नहीं है किन्तु यह किसी भी रूप से धार्मिक नहीं लगती वरन आध्यात्मिक प्रतीत होती हैं ! ये लुप्त हो रही है या होगी , इसके विषय में भी मै कुछ नहीं कहूँगा ! <br>
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मेरा प्रश्न है कि <strong>एक जाट अपनी पहचान कि खोज में ज्यादा धार्मिक होना चाहिए या जातिवादी </strong>? <br>
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आपके तर्क, वितर्क , कुतर्क का स्वागत है ! एक पोल भी इस सूत्र के साथ जोड़ रहा हूँ जिसका प्रश्न है कि आप कोनसी पहचान के साथ ज्यादा जुड़े हैं ! <br>
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मेरा निजी विचार है कि मै जाट होकर ही इस क्रम में ऊपर जा सकता हूँ क्यों कि आध्याम्तिक रूप से अंत में सब कुछ भूल कर इश्वर या किसी ऐसे शक्ति या सचाई के सामने समर्पण करना पड़ता ! धार्मिक चोले को उतारने में मानसिक , आत्मिक एवं भावनात्मक रूप से कई गुना ज्यादा संघर्ष करना पड़ेगा
आपका पोस्ट बहुत शानदार है। मैं इस पर भी बाद में कमेंट करूंगा लेकिन उससे पहले सभी सदस्यों को मेरा एक सुझाव है। ये मेरा अपना निष्कर्ष भी हो सकता है
समर जी, आप इतनी अच्छी हिन्दी जानते हैं तो मेरा एक सुझाव है आपके लिए। और सिर्फ आपके लिए ही नहीं सभी जाटलैंड के सम्मानित सदस्यों से मेरा निवेदन है कि अगर आप लिखने के लिए google transliteration tool का प्रयोग कर रहे हैं तो एक बार Microsoft Indic language tool का प्रयोग अवश्य कर के देखें। यहtool भी एकदम फ्री उपलब्ध है। मैं आप सभी को इस बारे में आश्वस्त कर सकता हूँ कि यदि आपका उच्चारण सही है तो लिखने में 99.9 प्रतिशत की accuracy निश्चित है। बाकी एक बार इसे जरूर इस्तेमाल कर के देखें। यहाँ मैं ऐसा इसलिए लिख रहा हूँ क्योंकि इसी tool की मदद से मैं पिछले दो साल से Translation के द्वारा दाल-रोटी कमा रहा हूँ। इसके बिना मैं बे-रोजगार हूँ।
यदि आप के कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम अगर Windows 7 है तो इस tool को Install करने के बाद Alt + Shift दबाने से आप हिन्दी में लिख सकते हैं। अगर Windows XP है तो आपको control panel में जाकर Language settings में बदलाव करने होंगे। मेरे यहाँ पर समझाने से बेहतर है कि इसके लिए आप किसी स्थानीय सॉफ्टवेयर जानने वाले से Language Settings में बदलाव करवाएँ.
धन्यवाद।
Last edited by Bisky; October 19th, 2011 at 07:25 AM. Reason: Technical
Arvindc (October 19th, 2011), ravinderjeet (October 19th, 2011), sanjeev1984 (June 25th, 2012)
Thanks! I have installed the tool and it looks good.
The tool is available at http://specials.msn.co.in/ilit/Hindi.aspx
Pradeep ji, please add this to Jatland wiki page http://www.jatland.com/home/How_to_write_Hindi. I could have done it, however, it's better that you do it.
Dear Arvind
ये हम सब के भले के लिए है। और इसमें श्रेय लेने जैसी कोई बात नहीं है। एक बात और, मैं कंप्यूटर, इंटरनेट के बारे में इतनी ही जानकारी रखता हूँ कि इसमें जितना मुझे चाहिए होता है, उतना ही काम चलता है। अब ये लिंक कैसे देना है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। अब ये फर्ज़ भी आपको ही निभाना है। एक बात मैं यहाँ दावे के साथ कह सकता हूँ कि मैंने दोनों tools का उपयोग कर के देखा है। google transliteration tool की अपेक्षा यह(Microsoft Indic Language Tool) वाकई में आसान व बेहतर है। सरल इतना है कि आप जिस प्रकार से बोलते हैं(उच्चारण करते हैं), आपको सिर्फ वैसे ही अँग्रेजी में लिखना है।
जैसे : - बर्फी के लिए आप की-बोर्ड पर b a r f i दबाएंगे। उल्लू के लिए u l l u दबाएंगे। बस !
अगर आपको भी ऐसा कुछ अनुभव होता है तो कृपया यहाँ feedback जरूर दें।
धन्यवाद!
deshi-jat (October 22nd, 2011), ndalal (June 24th, 2012), ravinderjeet (October 19th, 2011)
The information has been added to the Jatland wiki page http://www.jatland.com/home/How to write Hindi
Thanks for your contribution.
Bisky (October 30th, 2011), ravinderjeet (October 23rd, 2011)
Thank you Sir!
I will try to post my views in Hindi/Haryanvi now.
धन्यवाद बुरडक साहब,
आपके इस पोस्ट से मैं हिंदी में लिख पाया.
Thanks sir, now I also can post in Hindi.