एक बर एक जाटनी न हेमामालिनी की फ़िल्म देख ली अर उसने बी उसकी नक़ल कारन कतार अपने बाल खुले छोड़ लिए अर जाट का भाता (lunch) लेके खेत में जा ली |
जद जाट रोटी खाण लाग्या तो जाटनी बुझंन् लागी “एक बात बताइए, अक में बाल खुले कर के कीसी क लागुन सुं ”
जाट बोल्या ” बस बुज्ह ना ”
जाटनी फेर बोली “फेर बी एक बी बता तो दे ”
जाटनी न कई बर बुज्ह के जाट दुखी कर लिया तो आख़िर में जाट बोल्या -
“तेरी जुल्फ न्यू लहराव स जाणु भेंस खड़ी पुँछ हलाव स “