It's better to be alone than in a bad company.
anuragsunda (May 31st, 2012)
आसमानों की नीयत हमें साफ़ नहीं लगती
दिल के समन्दर में भी हलचल ज्यादा है ।
किनारे बैठ कर तमाशा देखें देखने वाले
हमारी किश्ती ने किया तूफ़ान से वादा है ॥
It's better to be alone than in a bad company.
anuragsunda (May 31st, 2012)
बीते हुए उन लम्हों को सपना समझ कर भुला लेना
दिल में मचलते हुए अरमानों को चुपके से सुला लेना ।
आज खुशियों में साथ हंसने वाले हज़ारों मिल जायेंगे
जब अश्क बहाने का मौसम आये तो मुझे बुला लेना ॥
It's better to be alone than in a bad company.
anuragsunda (May 31st, 2012), kamnanadar (February 4th, 2012)
रास्ते खुद बन गये हम जिधर निकल जाते हैं
कदमों की आहट से ही पत्थर पिघल जाते हैं ।
वक्त की किसी भी धूप से हम नही डरने वाले
हम तो वो जर्रा हैं जो सूरज को निगल जाते हैं ॥
It's better to be alone than in a bad company.
पनाहों में जो आया हो तो उस पर वार करना क्या
जो दिल हारा हुआ हो उस पर फिर अधिकार करना क्या
मुहब्बत का मज़ा तो डूबने की कश्मकश मे है
हो गर मालूम गहराई तो दरिया पार करना क्या
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
vijay (November 6th, 2015)
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है समझता हूँ
तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है समझता हूँ
तुम्हे मै भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नही लेकिन
तुम्ही को भूलना सबसे ज़रूरी है समझता हूँ
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
kamnanadar (February 4th, 2012)
भूली हुई सदा हूँ मुझे याद कीजिये
तुम से कहीं मिला हूँ मुझे याद कीजिए
मेरी निगाह -ए -शौक़ से हर गुल है देवता
मैं इश्क का खुदा हूँ मुझे याद कीजिए
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
दूर वादी में दुधिया बादल
झुक के पर्बत को प्यार करते हैं
दिल में नाकाम हसरतें लेकर
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
kamnanadar (February 19th, 2012)
कौन इस राह से गुज़रता है
दिल यूँ ही इंतज़ार करता है
देख कर भी न देखने वाले
दिल तुझे देख-देख डरता है
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
ख़त्म हुआ तारों का राग
जाग मुसाफ़िर अब तो जाग
धूप की जलती तानों से
दश्त-ए-फ़लक में लग गई आग
Learn to write your Pain on the Sand
Where winds of forgiveness erase it away
Curve your Joys on Stone
Where even rains cannot erase it !!
ENJOY LIFE !!!
vijay (November 6th, 2015)
अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई ,
मेरा घर मिट्टी का था , मेरे ही घर बरसात हुई ,
उसकी भी जिद्द है बिजलियाँ गिराने की ,
और हमारी भी जिद्द है वहीँ आशियाँ बनाने की i
"Love, not words win arguements."
vijay (November 6th, 2015)
वक्त की हवाओं का यारों असर देख लो,
बिख़रे हुए पत्तों का ये मंज़र देख लो।
शौक से छुप जाओ बेवफाई के जंगल में,
पहले मेरी आंखों में वफ़ा का खंज़र देख लो।
अश्कों से उभर आये हैं हथेली पर छालें,
है इंतज़ार में तपिश किस कदर देख लो।
पल-पल में हुस्नें रंगत उड़ती नजर आयेगी,
आईने में शक्ल गौर से अगर देख लो।
ठोकरों में आये, तो मंदिरों में सज गए,
रास्तों के पत्थरों के भी मुकद्दर देख लो।
‘आस' यूं तो रहते हैं घरों में रिश्ते लेकिन,
दिलों के दरमियां है कितना अंतर देख लो।
SIMPLE JAT
vijay (November 6th, 2015)
vijay (November 6th, 2015)