देर आये दुरुस्त आये !
रामभतेरी की औज्सवी आवाज में : हेरी मत मरवा मेरी माँ , मैंने दुनिया में आलेणदे !
विजय भाई की क्रांतिकारी कविता : मुझे मत मारो !
डोंट किल गर्ल चाइल्ड ..रोहित मालिक
डॉ. रणबीर दहिया जी की इस विषय पर रागनी के इलावा, लड़की- लड़के के समान समान अधिकार और प्यार ,भ्रूण हत्या आदि पर, हमने इस फोरम पर कुछ इस तरह के थ्रेड शुरू किये और चर्चा भी की!
अब लगता है हमारी पुकार व् प्रार्थना फलित होने लगी है!
सरकारी व् गैर सरकारी, सामजिक संस्थाओं आदि के प्रचार प्रसार का असर दिखने लगा है ! निम्न लिखित समाचार बदलती सोच का परिचायक तो है ही , अपने आप में एक एक मिसाल भी है जो औरों को भी प्रेरित करेगी!
http://in.jagran.yahoo.com/news/loca...6_5827242.html
खुश रहो !