भाइयो में यो धागा न्यू शुरू करूँ सूँ एक़ हाम ने सब ने बालकपन में थोड़ी घनी सबने अल्बाद करी सें, तो क्यों ना वे सुनाई जाँ अर मजे लयां.
एक बार की बात से म्हारे गाम में एक छोरा बात बातां मे नु बोल्या अक मेरी नींद तो इस्सी से अक बिल्ली भी आज्या ना तो मेरी नींद खुल जा .
तो भाइओ आगली अ रात नु जब वो कसूता सुता था, हाम चार पांच दोस्त मिल के उसकी खाट ठा कें एर झोहड़ मे goddyaan पानी मे घाल आये ,ताड्कें जब मेंसा ने ऊके दून मारी तो उकी आँख खुली, फेर उने जिन्दगी मे कदे कोए दावा नि कार्या.