मेरठ, जागरण संवाददाता : केंद्र और राज्य स्तर पर अन्य पिछड़ा वर्ग में आरक्षण पाने के लिए जाट समाज अब लंबी लड़ाई लड़ेगा। चाहे इस हक को पाने के लिए कोई भी कुर्बानी देनी पडे़। 8 फरवरी को देश भर से बिरादरी के लोग दिल्ली पहंुच कर घेराव करेंगे। यह निर्णय रविवार को मेरठ में आयोजित अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के आह्वद्दान पर देश भर से जुटे जाट समाज के नेताओं ने लिया। एसडी इंटर कालेज सदर के मैदान में आयोजित इस सभा में राजस्थान के सांसद और जाट आरक्षण की आवाज बुलंद करने वाले ज्ञान प्रकाश पिलानिया ने जाट समाज के लोगों में ओज भरते हुए कहा कि कोई भी लड़ाई सभी को साथ लिये बगैर नहीं जीती जा सकती। इस आंदोलन में किशोर, महिलायें और युवाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाये। पिलानिया ने कहा कि जो अपनी जाति का नहीं हो सकता वो राष्ट्र का नहीं हो सकता। अगर कुर्बानी को तैयार हो तो लड़ाई लड़ो। कोई भी आंदोलन धनाड्य या अगड़ों के साथ नहीं चलाया जा सकता। इसमें गरीब, मजदूर, किसान और पिछड़ों का सहयोग सबसे ज्यादा जरूरी है। पिलानिया ने युवाओं को सचेत करते हुए कहा कि अगर जाति और राष्ट्र की बात आये तो पहले राष्ट्र को महत्व देना। साथ ही उन्होंने अपने हक की इस लड़ाई को पूरी तरह अहिंसात्मक चलाने की भी बात कही। सभा के संयोजक और संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने बिरादरी के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जाट देश के प्रति अपने क*र्त्तव्यों से कभी पीछे नहीं हटा है। लेकिन इसके बाद भी उसे हमेशा धोखे में रख हक से वंचित करने का प्रयास किया गया है। हमें अपने हक के लिए अब संघर्ष करना है। जिसके लिए 8 फरवरी को देश भर से बिरादरी के लोग दिल्ली पहंुच कर घेराव करेंगे। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष चौ.शूरवीर सिंह और संचालन राजेन्द्र चिकारा ने किया। सभा को प्रो.छत्रपाल सिंह, चौ. किशन सांगवान, देवी सिंह वर्मा, चौ. जितेन्द्र, अनिल चौधरी, पुष्पेन्द्र सिंह, राकेश सिरोही आदि ने विचार रखे।
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