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sanjeev_balyan
For the full view of the report, I take the opportunity to reproduce the text of the report with due acknowledgement to the news paper and the reporter, as given below:
सिसौली (मुजफ्फरनगर)। बालियान खाप के मुखिया नरेश टिकैत ने भ्रूण हत्या व समाज में फैल रही कुरीतियों पर बोलते हुए कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करना पाप है। हमें समाज में आ रहे बदलाव को समझना होगा। शराब पाप की जड़ है। बड़े बुजुर्गो की बात सुननी छोड़ दी है। खेत में काम करना छोड़ दिया। खाप चौधरी केवल समझा सकते हैं, रास्ता बता सकते हैं।जसोई में आयोजित सर्वखाफ पंचायत में टिकैत ने कहा कि सावन के माह में सूखा पड़ रहा है। इससे बड़ा प्रकृति का क्या गुस्सा हो सकता है। उन्होंने पानी की बर्बादी रोकने की अपील की।बर्बादी के कगार पर खड़ा है युवाउन्होंने कोर्ट का सम्मान करने की बात करते हुए कहा कि आज का युवा पढ़ाई व रोजगार पर ध्यान न देकर लड़की भगाने में ज्यादा ध्यान दे रहा है। युवा पीढ़ी बर्बादी के कगार पर खड़ी है। कोर्ट उन्हें सुरक्षा देने के निर्देश तो दे देता है, लेकिन यह नहीं देखता कि ये कहां से कमाएंगे, क्या खाएंगे? ऐसे बच्चों का भविष्य क्या होगा? सुप्रीम कोर्ट को भी खाप पंचायत की मन की बात सुननी चाहिए। खाप पंचायत आतंकवादी संगठन नहीं है। यह बिना पैसे खर्च किए समाज में फैली कुरीतियों की ओर ध्यान आकर्षित करने की एक प्राचीन परंपरा है। उन्होंने जींस पहनने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जींस भारतीय परंपरा व ग्रामीण पृष्ठभूमि के खिलाफ है। लड़कियों को इससे बचना चाहिए। अध्यक्षता कर्ण सिंह तथा संचालन ठाकुर पूरण सिंह ने किया।भ्रूण हत्या रोकने को महिलाओं का सहयोग जरूरीपंचायत में मेरठ की अनीता राणा ने कहा कि भ्रूण हत्या पर रोक महिलाओं के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि उन्हें भ्रूण हत्या जैसा पाप नहीं करना चाहिए। पंचायत को नरेश टिकैत, बत्तीसा खाप के मुखिया सूरजमल अहलावत, गजेन्द्र, लाटियान खाप के मुखिया वीरेन्द्र, लाक थाम्बा के रणवीर सिंह, सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान, अनीता राणा, करण सिंह, ठा. सत्यपाल, ब्रजबंधु सैनी, अशोक बालियान, ठा. नरेन्द्र पुंडीर, धीरज लाटियान, विजयपाल धीमान, राजेन्द्र, अजय चौधरी ने संबोधित किया। पंचायत में सिसौली, चरौली, अटाली, बुडीना, नगला, पीपलहेड़ा, जसोई, नसीरपुर, अलीपुर समेत करीब दो दर्जन से अधिक सर्वजातीय लोगों ने भाग लिया।पंचायत की सहमति के छह बिंदु-कन्या भ्रूण हत्या पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगे-भ्रूण हत्या करवाने वाले का बहिष्कार किया जाए-दोषी चिकित्सक पर धारा 302 का मुकदमा दर्ज हो-भ्रूण हत्या करने वाले चिकित्सक का पता देने वाले को पुरस्कार मिले-सुप्रीम कोर्ट सगोत्र विवाह पर रोक लगाए।-दहेज प्रथा पर रोक लगाई जाए।