या तो किसी सिरफिरे जाट कै फंसगी अर इसका किस्सा जगजाहिर हो गया...ना तै जितनी भी ये घणी हाई-फाई सी बणे हैं, इन सबका इसा ही किस्सा पावैगा.... इंडिया नै तै गंदगी का ढेर बतावै सै इसी-इसी...टैटू बणवा राख्या था कमर के नीचै...आज के अखबार में लिख राख्या सै दर्जनों यार पाळ राखे थे...ले धार...
पिछले 4-5 साल तै माहौल और ज्यादा बिगड़ गया भाई...घणा भुंडा टैम आ गया...