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Thread: एक औरत की वीरता - सत्य घटना

  1. #1

    एक औरत की वीरता - सत्य घटना

    ये किस्सा मैं वैसे कही और दुसरे तागे मा पोस्ट कर चूका हूँ पर फेर मन्ना सोच्या के सब तक पहूचान खातर मन्ना टाइम पास माँ डालना पड़ेगा |

    ये एक सत्य घटना है |

    यो कल (3 Sep - 2011) का ही किस्सा है | सांझ ना मैं एक दुकान वाले मित्र के धोरा समान लेण गया,
    उसके पास बैठ गया थोड़ी देर अर बातां करण लग गे, थोड़ी देर पीछा एक बंदा आया |

    भाई वो दूकान के आगे एक दुसरे बन्दे गेला बड़ी बड़ी हाकन लाग गया | मैं ये हूँ अर मैं वोह हूं मैं यो करूँगा अर वोह करूँगा |

    उसके हाथ मा डोलू (डोल) था, मैं अर मेरा दुकानदार मित्र सोचण लगे अक इसके डोलू मा दूध दाध होगा |
    भाई इतना ही सोच्या था पीछे ते उसकी पत्नी आई, आते ही उसके हाथ मा ते डोलू खोस का बगा का मारया रोड़ पा |
    डोलू का ढक्कन कही, कुंडा कही अर डोलू कही |
    औरत चिंघाड़ का बोली जेरे रंडवे तेरे ते कही थी दूध ल्याण की, यहाँ बैठ के जीभ छेतन लग रया |
    खड्या होले अर नहीं तेरे माँ भी ना आज मन्ना रोक सकती |
    भाई बेचारा कहाँ अपनी बड़ी बड़ी फेक रहा था, इब ऐसा हो गया ज्णों टेस्ट लेंदे होए मास्टर अग्गा बालक, रोण आला |
    घबरा का ओह तो डोलू कानी ना भाग्य इतने मा ट्राफिक की भीड़ ना मसल दिया डोलू, चिपका का रोड़ गेल मला दिया |
    उना ठा का बेचारा चुपके ना चल दिए घर कानी |
    ੴ एक तो जाट उप्पर ते सरदार

  2. The Following 5 Users Say Thank You to AhlawatSardar For This Useful Post:

    Malikpriya (September 7th, 2011), Rajkamal (September 5th, 2011), ravinderjeet (September 5th, 2011), upendersingh (September 5th, 2011)

  3. #2
    इस्सी इस्सी वीरता गामां में घणी देखण ने मिल्या करदी |म्हारी गाल में एक बन्दा था मेहर सिंह भोत घणी हान्क्या करदा बिना पायां की | न्यू कंदा अक में ते देहि पे माखी भी ना बेठन दयूं | उह ने आपणा बाबू भूखा मार्या था जो की भोत आछा आदमी मान्या जा था गाम में | अर आपनी लुगाई अर बालकां ने बिना बात भूंढी ढाल डांगरआँ की ढाल तोड्या करदा | एक बे उहने आपनी लुगाई के हाथ पाँ तोड़ के ने अर पल्ली में बाँध के गाम के बाहर संतर में खड़याँ में गेर आया | तडके-तड़क जब लोग जंगल पाणी गए ,जब उहने ठा के लयाये अर उनके पीहर में बेरा कर्या | उह बीरबानी के भाई उहने ले गे अर जब वा ठीक ठाक हो ली जब ट्रेक्टर ट्रेली भर के ने आगे माणसां की | अर सारे गाम के आगे भुंडी ढाल काटया गेर के ने वो मेहर सिंह | मेहर सिंह न्यू कहवे अक रे गाम आले मन्ने बचा ल्यो में थारी काली गऊ | गाम आले अर ना गाल आले कोए छुडान ना आया ,सब खड़े-खड़े देखें गए | अक जब भी वो आपणी बीरबानी अर बालकां के मारदा अर कोए छुडान की कोशिश करदा , तो के ते गाल बकदा अर के मारण भाज्दा उस माणस के | जब पाछे उह के बालक छोरी अर उह की लुगाई उह के बात-बात पे ठोकदे | ढलदी उम्र में उह गेल्याँ इन्नी भुंडी बणी अक उह ने गाम में मांग -मांग रोटी खाणी पड़ी | अर इब्ब दो मिहने पहलम सड़क पे पड़्या पाया मर्या होड़ | कुत्ते तें भी भुंडी मौत मर्या | जीसी करणी उसी भरणी |
    :rockwhen you found a key to success,some ideot change the lock,*******BREAK THE DOOR.
    हक़ मांगने से नहीं मिलता , छिना जाता हे |
    अहिंसा कमजोरों का हथियार हे |
    पगड़ी संभाल जट्टा |
    मौत नु आंगालियाँ पे नचांदे , ते आपां जाट कुहांदे |

  4. The Following 3 Users Say Thank You to ravinderjeet For This Useful Post:

    AhlawatSardar (September 6th, 2011), Malikpriya (September 7th, 2011), Rajkamal (September 7th, 2011)

  5. #3
    Quote Originally Posted by ravinderjeet View Post
    इस्सी इस्सी वीरता गामां में घणी देखण ने मिल्या करदी |म्हारी गाल में एक बन्दा था मेहर सिंह भोत घणी हान्क्या करदा बिना पायां की | न्यू कंदा अक में ते देहि पे माखी भी ना बेठन दयूं | उह ने आपणा बाबू भूखा मार्या था जो की भोत आछा आदमी मान्या जा था गाम में | अर आपनी लुगाई अर बालकां ने बिना बात भूंढी ढाल डांगरआँ की ढाल तोड्या करदा | एक बे उहने आपनी लुगाई के हाथ पाँ तोड़ के ने अर पल्ली में बाँध के गाम के बाहर संतर में खड़याँ में गेर आया | तडके-तड़क जब लोग जंगल पाणी गए ,जब उहने ठा के लयाये अर उनके पीहर में बेरा कर्या | उह बीरबानी के भाई उहने ले गे अर जब वा ठीक ठाक हो ली जब ट्रेक्टर ट्रेली भर के ने आगे माणसां की | अर सारे गाम के आगे भुंडी ढाल काटया गेर के ने वो मेहर सिंह | मेहर सिंह न्यू कहवे अक रे गाम आले मन्ने बचा ल्यो में थारी काली गऊ | गाम आले अर ना गाल आले कोए छुडान ना आया ,सब खड़े-खड़े देखें गए | अक जब भी वो आपणी बीरबानी अर बालकां के मारदा अर कोए छुडान की कोशिश करदा , तो के ते गाल बकदा अर के मारण भाज्दा उस माणस के | जब पाछे उह के बालक छोरी अर उह की लुगाई उह के बात-बात पे ठोकदे | ढलदी उम्र में उह गेल्याँ इन्नी भुंडी बणी अक उह ने गाम में मांग -मांग रोटी खाणी पड़ी | अर इब्ब दो मिहने पहलम सड़क पे पड़्या पाया मर्या होड़ | कुत्ते तें भी भुंडी मौत मर्या | जीसी करणी उसी भरणी |
    ओह हो | ऐसे भी लोग है दुनिया मा ??? अपणे घर आलेया गेल तो कोई बुजदिल ही ऐसी कर सका | फेर तो सही बनी उह के गेल |
    ੴ एक तो जाट उप्पर ते सरदार

  6. #4
    kyu veerta shabad ki bhi bezatti karr di......is kisse me add karr ke.
    " If the loser keeps his smile........
    Then the winner will loose the thrill of the victory.......
    Attitude make the difference......"

  7. The Following User Says Thank You to ritu For This Useful Post:

    kamnanadar (December 9th, 2013)

  8. #5
    Quote Originally Posted by ritu View Post
    kyu veerta shabad ki bhi bezatti karr di......is kisse me add karr ke.
    valid point ..
    Navdeep Khatkar
    मिट्टी का तन, मस्ती का मन, क्षण भर जीवन, मेरा परिचय

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