. अजय सिंह चौटाला ने खोला अब तक का सबसे बड़ा भेद
हुड्डा व कुलदीप बिश्रोई की बंद कमरे में हुई बातचीत जगजाहिर हो चुकी है
हिसार, 19 अक्टूबर। हिसार संसदीय उपचुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा कुलदीप बिश्रोई की मिलीभगत की पोल खोलते हुए इनेलो के प्रधानम महासचिव डा. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हिसार उपचुनाव इनेलो बनाम सत्तारूढ़ कांग्रेस, हजकां व भाजपा ने मिलकर लड़ा। इस संबंध में अर्बन स्टेट स्थित अपने आवास नंबर 222 में पत्रकारों के समक्ष सिलसिलेवार मिलीभगत की परतें खोलते हुए कई साक्ष्य प्रस्तुत किए। उन्होंने पत्रकारों के बताया कि 10 अक्टूबर को जिंदल गेस्ट हुाउस में सीएम हुड्डा व कुलदीप बिश्रोई की बंद कमरे में 11 बज कर 23 मिनट से लेकर 12 बजकर 20 मिनट तक हुई बातचीत अब जगजाहिर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सीएम हुड्डा ने इनेलो की जीत से बौखलाकर कुलदीप बिश्रोई से इसलिए हाथ मिलाया कि बिश्रोई तो स्वयं कांग्रेस की बी टीम का मुखिया है। डा. चौटाला ने प्रमाण प्रस्तुत करते हुए बताया कि हिसार की विधायक सावित्री जिंदल के बूथ नंबर 103 पर कांग्रेस को मात्र 57 मत मिले जबकि हजकां 211 मत मिले। यहां यह बताना भी जरूरी है कि सीएम हुड्डा लगातार एक पखवाड़े तक जिंदल गेस्ट हाउस में रूक कर कांग्रेस प्रत्याशी की जीताने की रणनीति बना रहे थे। तो फिर बिना कांग्रेसी विधायक की मिलीभगत के कांग्रेसी विधायक के बूथ में हजकां कैसी जीती जबकि जिंदल ग्रुप हिसार की फैक्टिरियों में दस हजार से ज्यादा कर्मचारियों के मत हैं। बरवाला के विधायक रामनिवास घोड़ेला के बूथ नंबर 78 पर कांग्रेस को जहां मात्र 29 मत मिले वहीं हजकां को 385 मत प्राप्त हुए। इसी प्रकार व्यापारियों के स्वयंभू नेता एवं कान्फेड के चैयरमेन बजरंग दास गर्ग के बूथ नंबर 7-ए व बी पर हजकां को जहां 744 मत मिले वहीं कांग्रेस को सिर्फ 116 मत मिले। कांग्रेसी विधायक संपत सिंह सेक्टर 15-ए के बूथ नंबर 38 पर हजकां 353 व कांग्रेस 104, नारनौंद के पूर्व विधायक रामकुमार गौतम के बूथ नंबर 90 पर कांग्रेस 163 तथा हजकां को 218 मत मिले। इसी प्रकार केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा के गांव प्रभुवाला में कांग्रेस जहां 211 मत प्राप्त कर सकी वहीं हजकां को 1292 मत मिले। इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री के हिसार स्थित आवास के बूथ नंबर 93 पर कांग्रेस को सिर्फ 34 वोट मिले जबकि हजकां को 354 प्राप्त हुए है। इनेलो के प्रधान महासचिव ने बताया कि मुख्य संसदीय सचिव विनोद भ्याणा के आवास के बूथ नंबर 60 पर हजकां 471 तथा कांग्रेस को मात्र 108 मत मिले। कांग्रेस के अपने आप को राष्ट्रीय नेता बताने वाले बीरेंद्र सिंह के पैतृक गांव के बूथ नंबर एक कांग्रेस जहां केवल 53 प्राप्त कर पाई वहीं हजकां इस बूथ पर 237 वोट कांग्रेस व हजकां मिलीभगत से हासिल करने में सफल रही। यहां बता दें कि बीरेंद्र सिंह डूमरखां परिवार के ही 106 मत हैं। इससे साफ जाहिर हो गया है कि इनेलो की जीत को रोकने के लिए कांग्रेस ने हजकां-भाजपा गठबंधन को पूरा साथ दिया। अजय चौटाला ने कहा कि इस मिलीभगत के बावजूद कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत, परिश्रम व हिसार संसदीय क्षेत्र की जागरूक जनता के स्नेह व समर्थन से इनेलो जीत के दहलीज तक पहुंची। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में फिर से जनता ने साबित कर दिया है कि कांग्रेस का विकल्प सिर्फ इनेलो ही है और आने वाली सरकार चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में बनेगी।इनेलो नेता ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कृष्णपाल गुर्जर द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि यदि कृष्ण पाल गुर्जर अपने विधानसभा क्षेत्र से इस्तीफा देकर आदमपुर से चुनाव लडऩे की घोषणा करते हैं तो मैं भी आदमपुर से चुनाव लडऩे को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि इनेलो को इस उपचुनाव में शहरी मतदाताओं ने भारी सहयोग दिया है और इस सहयोग व साथ बढ़ाने के लिए वे शहर में मतदाताओं के साथ संपर्क साधेंगे। उन्होंने बताया कि हिसार संसदीय क्षेत्र हलकावार मीटिंग कर कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करेंगे। इसी कड़ी में 23 अक्टूबर को सुबह 10 बजे नारनौंद, एक बजे बवानीखेड़ा तथा सायं चार बजे हांसी हलके के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। 24 अक्टूबर को प्राप्त 10 बजे बरवाला, एक बजे उचाना , 4 बजे हिसार तथा 25 अक्टूबर को सुबह 10 बजे नलवा, एक बजे उकलाना व सायं चार बजे आदमपुर हलके के कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि नंवबर माह में पूरे संसदीय क्षेत्र का दौरा कर मतदाताओं को आभार व्यक्त करेंगे।
मकान नंबर 222--
इनेलो के प्रधान महासचिव डा. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि अब वे हिसार में रह कर जनता के सुख-दुख के भागीदार बनेंगे। उन्होंने कहा कि अर्बन स्टेट स्थित मकान नंबर 222 उनका स्थायी आवास है और वे भविष्य में इसी आवास पर जनता के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में करीब दो वर्ष हैं और उनका प्रयास अब शहरी मतदाताओं को अधिक से अधिक जोडऩा रहेगा।