बहुत पहला की बात से जब लोग्गा ने रेडियो का भी ज्ञान ना था |
एक बे धारे का छोरा धारे ताई शहर में ते एक रेडियो ले आवे से अर समझा दे स के क्यूकर चालू होवेगा अर घरा चला जा से दूध-दाद पिन | इतने में धारे धार काड़अन बेठ जा से | रेडियो की आवाज सुनके भैंस दूध ना देती | इब धारे ने रेडियो बंद करना आवे नि था अर रेडियो ते कवे के चुप होजा | रेडियो कोए मानस ते था नि जो बंद होजा है कहते ए | आछि वार दुखी हो के रेडियो पे एक लठ टेक दे से करड़ा सा | लठ लागते कुदरती उ के सेल (battery /cell ) कड जा से अर उन ने गिरड़ता देख के धारे(पहला कदे सेल नि देखा था उ ने ) कह से के -"सालो पहला ते मानो नि थे अर इब डमरू ठा ठा के भाजो सो "