भाई अमन बिलकुल सही बात | दूसरा ये इतनी सारी निति चाणक्य ने म्हारे जिसे सीधे साधे जीस्से लेनिया मानसा ताहीं कोन्या बनायी |ये तो राजे महाराजां ताहीं बनाई थी | कुछ हैं जो आम आदमी पर भी लागू हो सकती हैं और ईछा हो तो हमें उनको उपयोग मैं ला सकते हैं |
धन्यवाद् सहित |
Aam admi ki to ek hi niti hai.................imaandaari ka kamana or Imaandaari ka Khana
Aap theek khe rhe ho per ager zandgi main itni niti aa gai to saanj ne roti khane ka bhi man kona howe.
Log soch soch mar le.......................Jo jayda sochte hai wo jeete kam hai
भाई तन्नै कूण कहवै सै ये सारी निति अपनाण तई, यो कोए हिटलर का आदेश थोडी सुना दिया अक तन्नै मानना ए पडैगा, बढिया लागै तो मान ले ना तो अपणी निति तै काम चलाले भाई
I always do the worst and hope for the best...:rock