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भड़का जाट आंदोलन : लाठीचार्ज..फायरिंग में एक की मौत
हिसार . हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन उग्र हो गया है। मंगलवार तड़के पुलिस ने हिसार के मय्यड़ गांव में रामायण रेलवे क्रॉसिंग और फतेहाबाद में गाजूवाला ट्रैक से आंदोलनकारियों को जबरन उठा दिया। दोनों जगहों से करीब 75 लोगों को हिरासत में ले लिया। इससे जाट समाज के लोग भड़क गए और पुलिस से टकराव के लिए उतर आए।
पुलिस और ग्रामीणों में पहले पथराव शुरू हुआ। फिर आंसू गैस छोड़ते हुए लाठीचार्ज कर दिया। रामायण फाटक पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गोलियां चलाईं। गोली लगने से मय्यड़ गांव के युवक संदीप की मौत हो गई। लाडवा के राजकुमार और पृथ्वी सिंह, ढंढेरी के कर्मबीर को भी गोली लगी है। गोली से पृथ्वी की आंख चली गई। दोनों जगहों पर चालीस से अधिक ग्रामीण घायल हुए हैं। ग्रामीणों के पथराव में सब इंस्पेक्टर बलविंद्र कौर समेत तेरह पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं।
प्रशासन गाजूवाला में लुधियाना-हिसार ट्रैक खाली कराने में कामयाब रहा मगर मय्यड़ में हिसार दिल्ली ट्रैक को चालू कराने में नाकाम रहा। यहां जाटों ने भारी पुलिस फोर्स को खदेड़ कर दोपहर बाद फिर ट्रैक पर कब्जा कर लिया है। शाम छह बजे आंदोलनकारियों ने हिसार-हांसी सड़क मार्ग भी जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने एक एंबुलेंस समेत तीन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
सीआरपीएफ, आरएएफ और हरियाणा पुलिस के सैकड़ों जवानों ने सुबह पांच बजे रामायण रेलवे ट्रैक के पास जाटों के धरना स्थल पर दबिश दी। पुलिस ने चौदह दिन से आमरण अनशन पर बैठे चार बुजुर्गो को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया। बाकी आंदोलनकारियों को हिरासत में ले लिया। डेढ़ घंटे चली कार्रवाई में पुलिस ने धरना स्थल से तंबू उखाड़ दिए। बिस्तर, बर्तनों, जनरेटर और अन्य सामान को कब्जे में ले लिया।
इसकी प्रतिक्रिया में दोपहर ढाई बजे सैकड़ों ग्रामीणों ने ट्रैक पर धावा बोल दिया। इनके हाथों में लाठी, जेली और गंडासियां थीं। महिलाएं प्रभावशाली संख्या में थीं। करीब तीन घंटे पुलिस और ग्रामीणों में टकराव चला। कभी ट्रैक पर जाटों का कब्जा हुआ तो कभी पुलिस का। इसी दौरान पुलिस ने आंसू गैस के साथ गोलियां चला दीं। आंदोलनकारी फिर भी पीछे नहीं हटे। आखिरकार साढ़े पांच बजे पुलिस ने ट्रैक को आंदोलनकारियों के हवाले कर दिया और फोर्स वापस लौट गई।
दूसरी तरफ फतेहाबाद के गाजूवाला में करीब आधे घंटे संघर्ष के बाद आंदोलनकारियों को ट्रैक से खदेड़ दिया गया। गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर किए। आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। ग्रामीणों ने पथराव किया, जिसमें डीएसपी शमशेर सिंह दहिया समेत सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। 12 आंदोलनकारियों को भी चोटें आईं।
आईजी अरशिंद्र सिंह चावला ने ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव में एक युवक की मौत की पुष्टि की है। उनका कहना है कि उस युवक को पुलिस की गोली लगी है या नहीं। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा।