राकेश भाई, ले ले मज़े I
वैसे भाई साहब बालों पर seriously ध्यान देना चाहिए I पट्ठे तेल मै भीजे रहंगे तो तावले से सफ़ेद नहीं होंगे आर सिर का भी अदब सा भी दबया रहगा I लम्बे, घणे आर काले बाल माणस का धन हो सै I यो शाहरुख़ खान अगर गंजा होता तो इसने कौन बूझै था, सारी छोरी इसने अंकल कहना शुरू कर देती I इसकी, आर इस मरियल से अनिल कपूर की, आधी कामयाबी का श्रेय तो इनके बालों को जाता है I इसी तरह ये बंगाली और दक्षिण भारत की हेरोइने (जैसे श्री देवी, जयाप्रदा ) ज्यादातर लम्बे बालों के कारण कामयाब रही हैं I दुनिया की आधी शायरी जुल्फों के जिक्र से भरी पड़ी है I लगभग हर तीसरे फ़िल्मी गाने में ज़ुल्फ़ का जिक्र आ जाता है , जैसे : तेरी जुल्फों से जुदाई तो नहीं मांगी थी, कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी ..... यह ज़ुल्फ़ अगर खुलकर बिखर जाये तो अच्छा ...ये काली-काली ज़ुल्फ़ें, ये गौरे-गौरे गाल ....उड़ें जब जब जुल्फें तेरी, कुंवारियों का दिल मचले ....ये सिलसिला-ऐ -ला मुतनाही है की ज़ुल्फ़, ये बादी-ऐ-गहवारा-ऐ-सुबहगाही है के ज़ुल्फ़ ....... आदि आदि . हमारे हिंदी के कवियों ने भी जुल्फों के माध्यम से न जाने सुन्दरता के कितने कसीदे पढ़े हैं I प्राचीन ग्रंथों में भी जुल्फों की महिमा रही है I द्रौपदी और सीता के बाल काफी घने दिखाए गए हैं I सहिय्त्यक रचनाओं में केश श्रंगार रस, प्रेम रस का प्रतिनिधित्व करते हैं I इसी प्रकार नरम और गौरी त्वचा का महिमा मंडन आपको जीवन के हर क्षेत्र में मिलेगा I ये जीवन की हकीकत है कि हर कोई सुन्दरता से प्रेम करता है और सुन्दर बाल एवं सुन्दर त्वचा हमारी सुन्दरता को अवश्य बढ़ाते हैं I इसमें हमें संकोच करने की या शर्म करने की कोई जरूरत नहीं I अगर बालों और त्वचा की हिफाज़त करोगे तो कुंवारे कुंवारियों को अच्छे रिश्ते मिलेंगे, शादी शुदा महिलाएं अपने-अपने सुहाग की रक्षा कर पाएंगी (लम्बे बाल और गौरी त्वचा के चक्कर में न जाने कितने पति लोग बहुत ज़ल्दी पत्नी को धोखा दे डालते हैं ).
इसलिए भाई लोगो इस धागे का इतना उपहास ना उडाओ, यो एक हल्का फुल्का सा मासूम सा धागा है जिसमे थोडा सा हास्यरस, थोडा श्रृंगार रस, थोडा सा प्रेम रस और मिलाया जा सके तो इसकी उपयोगिता के साथ साथ इसकी रोचकता और बढ़ जाएगी I