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Results 21 to 23 of 23

Thread: Cricket : India's tour of Australia.

  1. #21
    Quote Originally Posted by Samarkadian View Post
    लछमन का सारी हान अफारा सा आया रा ह !


    रिटायरमेंट की तो सोच भी नहीं रहा हूं: लक्ष्*मण




    पर्थ. टीम इंडिया के क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्*मण ने कह दिया है कि वह टेस्*ट क्रिकेट से अभी रिटायर नहीं होंगे। उन्*होंने कहा कि वह अभी इस बारे में सोच भी नहीं रहे हैं। उन्*होंने बताया कि जब वह इस बारे में फैसला लेंगे तो सारे देश को बताएंगे।
    ऑस्*ट्रेलिया में 3-0 से सीरीज हारने और शर्मनाक प्रदर्शन करने के बाद भारतीय टीम के वरिष्*ठ खिलाडि़यों को हटाए जाने की बात शुरू हुई है। लक्ष्*मण ने ऑस्*ट्रेलिया में 6 पारियों में मात्र 17 के औसत से 102 रन बनाए हैं। इस दौरे में वह सिर्फ एक अर्द्धशतक लगा सके हैं। इंग्*लैंड दौरे में भी लक्ष्*मण का प्रदर्शन खराब रहा था। चार टेस्*ट मैचों में उनहोंने सिर्फ 182 रन बनाए थे। इस प्रदर्शन के बावजूद लक्ष्*मण ने एक निजी चैनल से बातचीत में साफ कहा कि रिटायरमेंट की बात उनके दिमाग में नहीं है।
    Last edited by vicky84; January 17th, 2012 at 11:54 AM.

  2. The Following 2 Users Say Thank You to vicky84 For This Useful Post:

    sukhbirhooda (February 17th, 2012), VPannu (January 17th, 2012)

  3. #22
    Quote Originally Posted by malikdeepak1 View Post
    Lahli me haryana ar rajasthan ka ranji semifinal tha.. 2 din ar 2 ghante me 4 ki 4 pari khatam hogi. Ye batsman se Ranji me jo madi si tej pitch pe fooo bol jyaa se. Ye e aage jaake international me select hove se.They are suitable to play on mats only, coz ball can't swing on it!

    Haan bhai, ek dum sahi kahi...Haryana (Rohtak) mai e ban sakain sain issi fast pitch..


    अब हरियाणवी माटी से बनेंगी ऑस्ट्रेलिया जैसी पिचें


    रोहतक (हरियाणा).भारत में भी ऑस्ट्रेलिया जैसी हार्ड और बाउंसी पिचें बन सकेंगी। सुनने में अटपटा लगेगा, लेकिन यह संभव है। विदेशी पिचों पर शर्मनाक हार से बचने का हल हमारे पास ही है। जरूरत है तो बस बीसीसीआई की नींद टूटने की। हम बात कर रहे हैं हरियाणा के दो छोटे-छोटे गावों सिंघपुरा और मायना की।यहां के तालाबों की मिट्टी से हार्ड, बाउंसी और फास्ट पिचें आसानी से बनाई जा सकती हैं। ऐसा हम नहीं, बल्कि इस मिट्टी को आजमा चुके पिच क्यूरेटर कह रहे हैं। हाल ही में रोहतक के ला हली में हुए राजस्थान-हरियाणा के बीच रणजी सेमीफाइनल में इस मिट्टी से तैयार पिच का जलवा देखने को मिला था। 4 दिन का मैच तीन दिन में खत्म हो गया था और तेज गेंदबाजों ने 25 से ज्यादा विकेट झटके थे।दरअसल, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन दो साल से रोहतक के पास कई गावों की मिट्टी को लैब में भेजकर टेस्ट करवा रही थी, क्योंकि यहां की पिचों को लेकर शिकायत रहती थी कि ये स्लो हैं। लेकिन, इन दो गावों की मिट्टी जब से प्रयोग की जाने लगी है, पिचों की रंगत ही बदल गई है।देश की पिचें ६क् फीसदी क्ले कंटेंट वालीभारत में अब तक 60 फीसदी से ज्यादा किसी भी मिट्टी में क्ले कंटेंट नहीं था। इन दो गांवों की मिट्टी में ८क् फीसदी तक क्ले कंटेंट पाया गया है। ला हली के पिच क्यूरेटर अमन कुमार के मुताबिक, रोहतक के कृषि विज्ञान केंद्र की लैब से जब रिपोर्ट आई तो यह राज खुला। पर्थ की जिस पिच पर हाल ही में भारत तीसरा टेस्ट हारा था, वहां की मिट्टी में क्ले कंटेंट भी 80 फीसदी है। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन की पिच की मिट्टी में 73 फीसदी क्ले कंटेंट है।मोहाली देश की सबसे हार्ड पिचबाउंस मामले में मोहाली की पिच देश में पहले स्थान पर है। यहां की मिट्टी में क्ले कंटेंट 60 फीसदी है, इसलिए यहां की विकेट पर गेंदबाजों की बल्ले-बल्ले होती रही है। बीसीसीआई की पिच और ग्राउंड कमेटी के पूर्व चेयरमैन दलजीत सिंह के मुताबिक, भारतीय पिचों को हम और बेहतर बना सकते हैं और इसमें काम करने की जरूरत है।सबसे ज्यादा क्ले कंटेंटपिच बनाने में जो मिट्टी प्रयोग जाती है, उसे लैब में टेस्ट के लिए भेजा जाता है। टेस्ट में क्ले कंटेंट पता चलता है। जितना ज्यादा यह कंटेंट होता है, पिच उतनी ही हार्ड बनती है। इन दो गांवों की मिट्टी में देश में सबसे ज्यादा क्ले कंटेंट है।क्या है क्ले कंटेंटजिस मिट्टी के कंटेंट में बाइंडिंग, हार्डनेस और घास को टिकाए रखने की क्षमता होती है, वह फास्ट पिच बनाने के लिए बेहतर साबित होती है। कंटेंट की इन क्षमताओं को फीसदी में मापा जाता है, जो रोहतक की मिट्टी में 80 फीसदी तक है।क्यूरेटर की भूमिका अहमविकेट और मैदान तैयार करने में पिच क्यूरेटर का अहम रोल होता है। रोहतक की मिट्टी में क्ले कंटेंट 80 फीसदी तक मिल गया है। अब यह हमारे ऊपर है कि हम इसका कैसे सही उपयोग करे। - अमन कुमार, पिच क्यूरेटर (हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन)।

  4. The Following 2 Users Say Thank You to vicky84 For This Useful Post:

    JSRana (March 16th, 2012), vijaykajla1 (March 16th, 2012)

  5. #23
    Quote Originally Posted by atishmohan View Post
    विदेशी पिचों पर शर्मनाक हार से बचने का हल हमारे पास ही है। जरूरत है तो बस बीसीसीआई की नींद टूटने की। हम बात कर रहे हैं हरियाणा के दो छोटे-छोटे गावों सिंघपुरा और मायना की।यहां के तालाबों की मिट्टी से हार्ड, बाउंसी और फास्ट पिचें आसानी से बनाई जा सकती हैं।
    hmm jibbe main sochu Sudhir ne itni century kukar bana di Australia me

  6. The Following 3 Users Say Thank You to VPannu For This Useful Post:

    kuldeeppunia25 (April 23rd, 2012), vicky84 (March 16th, 2012), vijaykajla1 (March 16th, 2012)

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