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Thread: Maalik Aur Naukar

  1. #1

    Maalik Aur Naukar

    मालिक (नौकर से) - "मैंने तुम्हें घर के सारे मच्छर मारने को कहा था।"
    नौकर- "मालिक, मैंने तो सारे मच्छर मार दिए थे।"

    मालिक - "तो फिर ये मरे क्यूं नहीं, देखो मेरे कानों में अभी भी कैसे भिनभिना रहे हैं।"
    नौकर - "मालिक, दरअसल ये वे मच्छर नहीं हैं, ये तो उन मरे हुए मच्छरों की विधवाएं हैं, जो आपके कानों में जाकर रो रही हैं।"

  2. The Following 5 Users Say Thank You to upendersingh For This Useful Post:

    anilsangwan (April 13th, 2012), kuldeeppunia25 (February 28th, 2012), rajpaldular (February 29th, 2012), ravinderjeet (February 28th, 2012), Sure (April 13th, 2012)

  3. #2
    Bachpann ki yaad duwa di aap nai to
    I AM WHAT I AM....JAT.... 16X2=8

  4. The Following 2 Users Say Thank You to sunitahooda For This Useful Post:

    Sure (April 13th, 2012), upendersingh (February 29th, 2012)

  5. #3
    सुनीता जी ,सोला दुनी आठ=नमस्कार ,स्वागत स आपका फेर तें |

    Quote Originally Posted by sunitahooda View Post
    Bachpann ki yaad duwa di aap nai to
    आछ्या तेरे बचपन में-ए माछरी विधवा होया करदी ,इब्ब ते वे देड दे सी ने दुसरे माछर का लत्ता ओढ़ लें सें केरा |
    :rockwhen you found a key to success,some ideot change the lock,*******BREAK THE DOOR.
    हक़ मांगने से नहीं मिलता , छिना जाता हे |
    अहिंसा कमजोरों का हथियार हे |
    पगड़ी संभाल जट्टा |
    मौत नु आंगालियाँ पे नचांदे , ते आपां जाट कुहांदे |

  6. The Following 6 Users Say Thank You to ravinderjeet For This Useful Post:

    kuldeeppunia25 (February 28th, 2012), rajpaldular (February 29th, 2012), satyenderdeswal (March 1st, 2012), Sure (April 13th, 2012), upendersingh (February 29th, 2012), vishalsunsunwal (April 13th, 2012)

  7. #4
    Na mera matlab tha akk bachpan mai Nandan arr CHampak mai padhya karte isse-isse chutkale
    Quote Originally Posted by ravinderjeet View Post
    सुनीता जी ,सोला दुनी आठ=नमस्कार ,स्वागत स आपका फेर तें |


    आछ्या तेरे बचपन में-ए माछरी विधवा होया करदी ,इब्ब ते वे देड दे सी ने दुसरे माछर का लत्ता ओढ़ लें सें केरा |
    I AM WHAT I AM....JAT.... 16X2=8

  8. The Following 6 Users Say Thank You to sunitahooda For This Useful Post:

    kuldeeppunia25 (February 28th, 2012), satyenderdeswal (March 1st, 2012), Sure (April 13th, 2012), upendersingh (February 29th, 2012), vikda (February 28th, 2012), vishalsunsunwal (April 13th, 2012)

  9. #5
    मालिक अपने नौकरों से-"मुझे आज शाम तक फ्रिज अंदर से बिल्कुल साफ चाहिए."
    नौकर-"ठीक है, मालिक."
    मालिक (शाम को घर आकर)-"क्या तुमने फ्रिज साफ कर दिया?"
    पहला नौकर-"जी बिल्कुल साफ कर दिया, मालिक. बहुत ही लाजवाब आइसक्रीम थी."
    दूसरा नौकर-"और विलायती शरबत पीकर तो जो मजा आया, वो बता ही नहीं सकता, मालिक."

  10. The Following 4 Users Say Thank You to upendersingh For This Useful Post:

    jaatdesi (March 2nd, 2012), rajpaldular (February 29th, 2012), satyenderdeswal (April 13th, 2012), Sure (April 13th, 2012)

  11. #6
    तनख्वाह ना मिलने से परेशान एक नौकर ने मालिक से कहा - "मालिक, रात मुझे सपने में आपने 1000 रुपए एडवांस दिए."
    मालिक भी पूरा चालाक था, बोला - "अच्छा, तो फिर तनख्वाह में से काट लिए जाएंगे."

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    rajpaldular (April 13th, 2012), Sure (April 13th, 2012)

  13. #7
    बोदे बोदे चुटकल्या का गहटा तार दिया

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    anilsangwan (April 13th, 2012), Moar (March 1st, 2012), rajpaldular (April 13th, 2012), Sure (April 13th, 2012), upendersingh (March 13th, 2012), vishalsunsunwal (April 13th, 2012)

  15. #8
    काम मन मुताबिक़ पूरा न होने पर नौकरों को डांटते हुए मालिक - "यू फूल, तुम लोगों से कुछ भी काम ढंग से नहीं होता. एकदम उल्लू के पट्ठे हो तुम. कभी देखा है उल्लू का पट्ठा?"
    नौकर नीचे सिर झुकाए हुए ना में गर्दन हिलाते हैं.
    मालिक - "वहां नीचे क्या देख रहे हो, मेरी तरफ देखो."

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    jaatdesi (September 2nd, 2012), rajpaldular (April 13th, 2012), ravinderjeet (March 13th, 2012), satyenderdeswal (April 13th, 2012), Sure (April 13th, 2012)

  17. #9
    एच. आर. मैनेजर चपरासी की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने आए एक आवेदक से : तुमने पहली जगह से नौकरी क्यों छोड़ी?
    आवेदक : वहां का मालिक बहुत ही घटिया आदमी था, साहब.
    एच. आर. मैनेजर : क्या मतलब?
    आवेदक : वह हमेशा लैदर शूज पहनता था, लेकिन एक दिन पता नहीं क्यों स्पोर्ट्स शूज पहनकर ऑफिस आ धमका...
    एच. आर. मैनेजर : इससे वो घटिया कैसे हुआ?
    आवेदक : घटिया नहीं तो और क्या था, साहब...मैं तो उस दिन कुर्सी पर यह सोचकर आंखें बंद किए बैठा था कि रोज की तरह उसके जूतों की आवाज सुनकर उठ जाऊंगा, लेकिन वो स्पोर्ट्स शूज पहन आया...मुझे उसके आने का पता ही नहीं चला और उसने मुझे सोता जान लात मारकर नौकरी से निकाल दिया, बिना हिसाब दिए ही...
    एच. आर. मैनेजर : तो तुम्हें ड्यूटी पर सोने की आदत है?
    आवेदक : नहीं, साहब क्या बात कर रहे हो आप? वो तो उस दिन मैं बस यूं ही ऊंघ रहा था....वैसे क्या यहां भी मालिक कभी-कभी स्पोर्ट्स शूज पहनता है...?
    एच. आर. मैनेजर : नहीं, कील वाले जूते पहनता है...भाग यहां से...

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    rajpaldular (April 13th, 2012), satyenderdeswal (April 13th, 2012), Sure (April 13th, 2012), vijaykajla1 (April 13th, 2012)

  19. #10
    .

    एक आदमी ने अखबार में विज्ञापन डाल दिया -

    एक नौकर चाहिये जिसके पास अपनी साइकिल हो । बस, सुबह-शाम एक घंटे का काम है । तनख्वाह कुछ नहीं मिलेगी । बस, दोनों टाइम का खाना मिलेगा ।

    यह पढ़कर एक साइकिल वाला उसके पास आ गया और पूछने लगा - बताओ साहब, क्या काम है ?

    उसने जवाब दिया - भाई, यहां से एक कोस दूर एक देवी-माता का मंदिर है । वहां सुबह-शाम पूजा होती है और लंगर भी लगता है । वहां दोनों टाइम अपनी रोटी खा लेना और मेरे लिए दो रोटी ले आया करना !

    .
    Last edited by dndeswal; April 13th, 2012 at 09:48 AM.
    तमसो मा ज्योतिर्गमय

  20. The Following 4 Users Say Thank You to dndeswal For This Useful Post:

    Moar (April 13th, 2012), satyenderdeswal (April 13th, 2012), ssgoyat (September 1st, 2012), vishalsunsunwal (April 13th, 2012)

  21. #11
    Quote Originally Posted by dndeswal View Post
    .

    एक आदमी ने अखबार में विज्ञापन डाल दिया -

    एक नौकर चाहिये जिसके पास अपनी साइकिल हो । बस, सुबह-शाम एक घंटे का काम है । तनख्वाह कुछ नहीं मिलेगी । बस, दोनों टाइम का खाना मिलेगा ।

    यह पढ़कर एक साइकिल वाला उसके पास आ गया और पूछने लगा - बताओ साहब, क्या काम है ?

    उसने जवाब दिया - भाई, यहां से एक कोस दूर एक माता-देवी का मंदिर है । वहां सुबह-शाम पूजा होती है और लंगर भी लगता है । वहां दोनों टाइम अपनी रोटी खा लेना और मेरे लिए दो रोटी ले आया करना !

    .

    बड़ा ही चालाक मालिक था !

  22. The Following User Says Thank You to vicky84 For This Useful Post:

    ravinderjeet (September 1st, 2012)

  23. #12
    नौकरी की तलाश में पहुंचे एक नौकर से मालिक की बातचीत;

    मालिक-"भई, यह नौकरी तो तुम्हें मिल सकती है, लेकिन हमें एक बहुत ही जिम्मेदार आदमी की जरूरत है."

    नौकर-"मेरे से ज्यादा जिम्मेदार आदमी तो आपको मिल ही नहीं सकता सर जी."

    मालिक-"हुम्म, वो कैसे?"

    नौकर-"सर जी, जहां मैं पहले नौकरी करता था, वहां सबसे ज्यादा जिम्मेदार मैं ही था...साला कोई भी नुकसान हो जाए, कुछ भी बुरा हो जाए, जिम्मेदार मुझे ही ठहराया जाता था."

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    jaatdesi (September 2nd, 2012), ravinderjeet (September 1st, 2012), vijaykajla1 (September 1st, 2012)

  25. #13
    Quote Originally Posted by upendersingh View Post
    नौकरी की तलाश में पहुंचे एक नौकर से मालिक की बातचीत;

    मालिक-"भई, यह नौकरी तो तुम्हें मिल सकती है, लेकिन हमें एक बहुत ही जिम्मेदार आदमी की जरूरत है."

    नौकर-"मेरे से ज्यादा जिम्मेदार आदमी तो आपको मिल ही नहीं सकता सर जी."

    मालिक-"हुम्म, वो कैसे?"

    नौकर-"सर जी, जहां मैं पहले नौकरी करता था, वहां सबसे ज्यादा जिम्मेदार मैं ही था...साला कोई भी नुकसान हो जाए, कुछ भी बुरा हो जाए, जिम्मेदार मुझे ही ठहराया जाता था."
    उपपी भाई,
    जाटलैंड पे इस्से इस्से चुट्कुले छापन की ज़िम्मेदारी भी तन्ने ही ले राखी दिखे
    The never-ending task : Self Improvement

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