( और भाई, इस थ्रेड में इस विषय को छेड़ने की मेरी कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन राका ने ऐसा करने के लिए उकसाया..)
अब ये बताये की आप उम्मर और तजुर्बे मैं humse बड़े है पर आप किसी की बात से गुसा हो गए...आप बच्चे तो हैं नहीं की आपको किसी ne uksaya और आपने इस tarah से उकास भी गए ...भाई जी हर इंसान अपनी बात कहता है..उनके कहने का तरीका अगर आपको पसंद नहीं है तो आप उनसे बात कर सकते है की आपको ऐसी बात पसंद नहीं है या ऐसी बात न की जाये ..... न की आप किसी की भाईचारे को बढाने वाली कोशिश की ऐसी तैसी कर देने पे उत्तारु हो जाये ...उम्मीद karta हूँ की aage से आप शांति से काम लेंगे गुस्से से नहीं....और भाईचारे को बढाने मैं मदद करेंगे...