एक बे मेरा दादा थोडा बीमार सा होग्या। normally तो थोड़ी हरारत होते ही, घरा अपनी दवा-दारू (Teacher's का पटियाला पैग) आपे कर लिया करता। पर उस बार डाक्टर धोरे ले जाना पड़ग्या।
डाक्टर ने देख-भाळ के दवाई लिख दी और बोल्या सुआ लाना पड़ेगा, अर नर्स ताहीं सुआ लान की कह दी।
नर्स आई और मेरे दादा ते बोली "ताऊ अपनी धोती ने थोड़ी तले ने सरका लो, सुआ लाना स।"
मेरा दादा उसते बोल्या "फिल्म देख्या करे ?"
वा बोली "हाँ !!! "
मेरा दादा बोल्या "कदे हीरो के पाछे पे गोली लागती देखी स? हीरो के गोली कित लाग्या करे?"
वा बोली " हाथ म या काँधे म लाग्या करे।"
मेरा दादा बोल्या "फेर सुआ भी हाथ मये लागेगा।"
डाक्टर ने नर्स ते कहनी पड़ी अक हाथ मये ला दे इन्के।
घरा आ क मेरे काका ने या बात बताई और उस दिन पाछे मेरी दादी, आज ताहीं मेरे दादा न "देव-आनंद" कह्या करे....