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Thread: अर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के &#

  1. #1

    अर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के &#

    गलियां मै बर बर बर बर करदे हम बिना पिए बेवड़ेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेदो बल्द एक लंगड़ी घोड़ी अर चियारां मै तै एक भैंसभूरी थीएक धौला कुत्ता दो बिल्ली अर पड़ोसियां कै भी चियारसूरी थीखाण पीण के ठाठ थे लाडू सुवाली गुलगुले माल्पुड़े अरचूरी थीखीर खोवा घी की कमी नही थी अर मलाईलास्सी भी पूरी थीरै कुछ भी नहीं अधूरी थी गोजे मै निरे कसार रेवडेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेनीम का पेड़ था एक घर मै अर बाड़े मै एकबड़ी सी जांडी थीकठे रहया करदे सारे मिलकै अरसबकी कठी चूल्हा हांडी थीहासी ख़ुशी अर बरकत दाता नै घर तै बुला बुला कैबांडी थीकदे नी खडके आपस मै बासणइसी सियानी म्हारी टांडी थीरै कोई ख़ुशी नही लांडी थी सब कियाहे के कट्ठे नेवड़ेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेमोटर का ठंडा पानी अर के कहू जामुन बकैण की ठंडी छामकीलदे खड़े अमरुद के पेडयां की हरियाली मै तालै नै उतरे रामकीबेर पीहल की रीस के थी टूटण नैरहती लदी व़ा डाहली आम कीदो केले के पेडे थे अर एक शीशम भी शान थी किसान के धामकीजाड्या की खिली होई घाम की जद धुन्ध के तेवडेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेखुद नै ए चीणया था ओ कोठा अर खुदकी ए बसोली तेसी थीभीतर नै सब धर राख्या था ना किसे चीज़की कमी पेसी थीदेगची बासन कडाहिया खाट दरी अरदो नोवी नोवी खेसी थीडेक था रील आला तीन स्पीकर अर मजबूत उसकी चेसी थीरै सारी चीज़ देसी थी लिफाफे मै टंगे फिरनी घेवडेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेदूर दूर तक मटकदी फसल का जद मै ए राजा होया करदाचला कै नै टयूबवेल मै सिर तली बाह धर कै नै सोया करदाभूरी भैंस के दो थण मेरे बाकि दूध घरक्या खातरचोया करदाअर एक चिड़िया कै दो बच्चे थे रागनी सुण कै नैरोया करदामै फागण की बाट जोह्या करदा जद कसुते कोरडेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेपर आज जेवडे की जगह हाथ मै घूमण आला स्टेरिंग आग्या रैमेरे गाम की सुख शियांती नै आज एक भुंडा सा शहरखाग्या रैआध बिलोया पीवण आला चहल बर्गरपिज्जया जोगा रहग्या रैधूप मै कसी चलावण आला आज थोड़ी सी गर्मी मै मुहबाग्या रैअर गावण आल्या गाग्या रै अक किसे मीठे मेवडे होया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करदेअर कदे तो मेरे हाथां मै भी दोस्तो बल्दां के जेवडेहोया करद
    जय भारत

  2. The Following 3 Users Say Thank You to SALURAM For This Useful Post:

    Arveend (November 5th, 2012), deshi-jat (November 5th, 2012), sukhbirhooda (November 5th, 2012)

  3. #2

  4. The Following User Says Thank You to amankadian For This Useful Post:

    desijat (November 5th, 2012)

  5. #3
    सल्लू भाई,ये दो दिन तें जितने तू चेपण लागर्या स ,जाटलैंड पे ये सारे हरयाणवी कविता आले तागे में ठेके आले राणा ने पहलम तें-ए छाप राखे सें ।
    :rockwhen you found a key to success,some ideot change the lock,*******BREAK THE DOOR.
    हक़ मांगने से नहीं मिलता , छिना जाता हे |
    अहिंसा कमजोरों का हथियार हे |
    पगड़ी संभाल जट्टा |
    मौत नु आंगालियाँ पे नचांदे , ते आपां जाट कुहांदे |

  6. The Following 2 Users Say Thank You to ravinderjeet For This Useful Post:

    SALURAM (November 5th, 2012), vijaykajla1 (November 5th, 2012)

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