जी मेरे हिसाब से हमे गोत्र सेक्शन पर ज्यादा ध्यान देना कहिये क्यों जाटलैंड साईट आज जाटो का सिंबल बन चुकी है । आज भी साईट पर कुछ गोत्र की हिस्ट्री में विरोदाभासी बाते लिखी है कुछ गोत्र एक हो कर भी अलग लिखे है सर जिससे गलत सन्देश जारहा है । आप से अनुरोध आप गोत्र सेक्शन को सही करे । क्यों की जाट जाटलैंड साईट से ही अपने गोत्र के बारे में जानकारी लेते है । जो एक है उनको एक साथ लिखे ।
यह वो ही इतिहास है जिसके आभाव के कारण जो जाट कभी राजस्थान में शासक रहे थे वो शासित बन गये