एक बार की बात है
एक ताऊ अपने घर के आगे बठा हूका
पिवै था………
इतनी देर में एक मोड़ा आग्या
आर बोल्या बच्चा भिक्षा...
ताऊ बोल्या - महाराज मेरा तो हुक्के में जी आ रया है
भीतर जाके पिप्पे में जो कुछ हो
आपे ले आवो
मोड़ा तो राजी हो कै भीतर
बड़ गया
आर पिप्पे उगाड उगाड
कै देखन लाग गा
सारे पिप्पे खाली थे...
पीप्पे देख दाख कै जद मोड़ा
मुडन होया तो ताऊ
दरवाजे के सामने जैली खड्या
और बोल्या -: औ
मोड्डे जो भी तेरे इस झोले मै
है वो इस पिप्पे में घाल दे
यो घर तो तेरे जिसे
मोड़ा तै ही चालै है