पहले सेमेस्टर के पेप्पर ख़तम होया पाछै रामरती जब घरां आई तै एक दिन उसकी माँ बोल्ली....
-आँ ए, तन्नै कितनी वार हो ली ....किस्तै बत्लावै है फोन पै ??!
-माँ यो मेरा फरैंड सै..
-ए भाईरोई रांड ...!!~~ डटज्या तन्नै मैं बणाऊ तेरा 'फरैंड'...
अर न्यू कहे पाछै .... ठा कै फूकणी रामरती के लील्ले तै मंगर बणा दिए अर ले कै जूत भटा-भट सिर के सारे ढेरे मार दिए.
जब College शुरू होए तो रामरति की एक ओड़ की सेल्ली सूज री,एक कान लाल होरया ...अर गलूरे और मेल के हो रे.
-Hi 'रति'(रामरती) ये तेरे Face को क्या हो गया Yaar
-Yaar वो मैं घर में "पैडकाले" से मेरा पाँव "रिपट" गया और मैं Face के 'तान' गिर पड़ी !! सौजन्य से : (Facebook Page) हम तो हरियाणा आले नूए काचे काटेंगे