हरियाणवी के ग़दर डायलोग:::Some of them are here.. Please help in adding more
1. मार मार के तेरा मोर बणा दूंगा!
2. हाडे के डोके लेवै था!
3. नाश फोड़ दूंगा!
4. क्यूं किलकी मारै सै!...
5. ढेड के बीज!
6. जाड़ ना भीचै!
7. कूए मै पड़...और झेरे मै लिकड़!
8. घणा एंडी सै?
9. घणा डीसी ना पाकै!
10 .तेरी हिंदी कर दूंगा!
11. इसा जूत मार दूंगा...सपने नहीं आवेंगे कदे!!
12. गंदे ढेड!
13. हगाये बरगी आँख्या आला!
14. इसा मार दूंगा ..काँध(डोली) कै चिप ज्यागा...खुरच के तारना पडैगा!
15. हाडे के टिंडे मिलै थे!
16. क्यूं घणे छेछर खिंढावै सै!
17. दीदे काड़ लूँगा!
18. कड़ लाल कर दूंगा!
19. तेरी के आँख फूट री थी!
20. टोल्ला मार के ..सर पाड़ दूंगा!
21. तेरी खील सी उड़ा दूंगा!
22. टायर तले आये बगैर मान्नै कोनी के!
23. दीमाग ना बिलोवै!
24. हाँ तू देख म्हारी देखी जागी!
25. हो रै______ फलाणे के!
26. हाँ भाई .सब राजी खुशी!
27. और भाई ..के कमा रहया सै!
28. अंख्या मैं पंजे दे के सो ज्या!
29. क्यूं ..... घणा अंग्रेज सै?
30. मतीरा सा फोड़ दूंगा!
31. काला तीत!
32. गूगा!
33. रै मिची मिची आँख्या आले!