Sarv-Khap Hierarchy Legend (Model): All about philosophical and psychological approach of an ages old system of social engineering -

हालाँकि मैं पूरा आर्टिकल यहाँ डालना चाहता था लेकिन क्योंकि आर्टिकल 19 पेज लम्बा है, इसलिए पूरा आर्टिकल ना डाल, आर्टिकल के मुख्य बिंदु जो आपको पूरा आर्टिकल पढ़ने पर जानने को मिलेंगे उनको यहाँ क्रमबद्ध कर रहा हूँ| कृपया इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें और हो सके तो यहाँ इस पर चर्चा भी करें| मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

1) आइये जानिए कि अरविन्द केजरीवाल का शहरों के मुताबिक अभी ताजा-ताजा उछाला गया "मौहल्ला सभा" का फार्मूला पहले कभी कहीं था क्या और था तो कहाँ था?
2) आइये जानिए कि 'पेरिस कम्यून' से भी पहले ऐसी कोई चीज होती थी कि नहीं?
3) आइये जानिए कि विश्व में इंग्लैंड के समाज के बाद दूसरा किसका सविंधान है जो आजतक लिखा नहीं गया?
4) आइये जानिये कि सत्ता विकेंद्रीकरण और लोकतान्त्रिक प्रक्रिया इतिहास में कहाँ से सर्वप्रथम शुरू हुई और किसने शुरू की?
5) आइये जानिए कि मानव सुधार और अधिकार के आंदोलनों की भारत में पहली धरती कौनसी रही है?
6) आइये जानिए कि ऐसी कौनसी धरती है जिसको दबाव में लाने की सोचा जाए तो वो दबाव में लाने वालों को ही दबाव दे देती है?
7) आइये जानिए कि "लोकराज लोकलाज से कैसे चलता है" जैसे स्लोगन का मतलब क्या है?
8.) आइये जानिए कि खापों में राजशाही/परिवारशाही कैसे बनती है?

And know about all other possible kind of questions like about ideology, functioning and hierarchy etc. of this system from this article:

http://www.nidanaheights.com/Panchayat.html

मैंने यह आर्टिकल बिना कुछ जाने खाप-खाप चिल्लाने वालों को एक साक्ष्य हेतु और हम जाटों की इतनी प्राचीन व् गौरवान्वित करने वाली लोकतान्त्रिक व्यवस्था को सही-सही उकेर, सार्वजानिक विचार-पट्टल पर प्रस्तुत किया है| आशा है कि यह प्रयास सार्थक सिद्ध होगा|