आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
सुना है आप 'सितम्बर' में अमेरिका जा रहे है, इसी 'संभावित' यात्रा से सम्बंधित कुछ जिज्ञासायें है..
- क्या आप 'भूल' गए है कि भारत की 'लोकतान्त्रिक व्यवस्था' द्वारा चुने एक 'मुख्यमंत्री' को अमेरिका ने वर्षो तक वीसा देने से इनकार किया था ! वर्षो तक एक 'बेबस' मुख्यमंत्री कभी इन्टरनेट और कभी विडियो कॉल के माध्यम से अमेरिका में रहने वाले भारतीयों से बात करता था, और वो मुख्यमंत्री कोई और नहीं, आप स्वयं ही थे !
- भारत की जनता ने आपको 'बहुमत' से जिताया है और आप भारत के 'प्रधानमंत्री' की हैसियत से अमेरिका जायेंगे ! क्या आपको यह पूर्ण-स्वीकार्य है कि अमेरिका जब चाहे तब भारत के किसी भी चुने हुए मुख्यमंत्री को वीसा न दें, और जब चाहे आवाज़ लगाकर 'एक फ़ोन कॉल' पर भारत के शक्तिशाली 'प्रधानमंत्री' को अपने पास बुला लें ? क्या भारत में अब 'स्वाभिमान' को इसी प्रकार नए रूप में परिभाषित किया जायेगा ?
- यदि एक चुने हुए 'मुख्यमंत्री' को अमेरिका वीसा देने से इनकार कर सकता है, यदि एक फ़ोन कॉल करके भारत के शक्तिशाली 'प्रधानमन्त्री' को अपने पास बुला सकता है, तब कृपया बताये कि किस प्रकार आप अमेरिका से भारत के किसी सामान्य नागरिक के 'सम्मान', 'स्वाभिमान' और अधिकारों की रक्षा करेंगे ?
- अमेरिका ने वर्षो तक भारत एक मुख्यमंत्री को वीसा न देकर, दुनिया भर में भारत का जो 'उपहास' किया है, उसके विरोध में आपने अभी तक ऐसा क्या किया है कि आप सहर्ष अमेरिका की यात्रा पर जा रहे है.. क्या देश की आम जनता को यह जानने का अधिकार नहीं है ? राजीव दीक्षित भारत चेतना मंच 9317505003