Results 1 to 6 of 6

Thread: अच्छे दिन कब आने वाले हैं.....

  1. #1

    अच्छे दिन कब आने वाले हैं.....

    आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने ससंद में बजट पर बहस के दौरान एक कविता पढ़ी थी। 'अच्छे दिन कब आने वाले हैं' आप भी पढ़िए...

    पहले किराया बढ़ाया रेल का
    फिर नंबर आया तेल का
    खुद 10 साल करते रहे नुक्ताचीनी
    आते ही दो रुपए किलो महंगी कर दी चीनी
    हर कोई सपने दिखाकर आम आदमी को ठग रहा है
    आम आदमी को अब डर चीन से नहीं, चीनी से लग रहा है
    दुनिया मून पर, सरकार हनीमून पर
    पूछ रहे सारे देश के चायवाले हैं
    महंगाई की वजह से खाली चाय के प्याले हैं
    लोगों को दो वक़्त की रोटी के लाले हैं
    सरकार जी बता दीजिए, अच्छे दिन कब आने वाले हैं
    शायद पता नहीं कि इराक़ है किस इलाक़े में
    भारतीय इराक में फंसे हैं, सुषमा जी गई थीं ढाके में
    हमारे देश के लोग बहुत हिम्मतवाले हैं
    जिन्होंने महंगाई के दौर में बच्चे पाले हैं
    लूटने वाले ज़्यादा, बस गिनती के रखवाले हैं
    सरकार जी प्लीज़, बता दीजिए अच्छे दिन कब आने वाले हैं...

    मेरे सपने में कल रात बुलेट ट्रेन आई
    मैंने कहा, बधाई हो जी बधाई
    सुना है तुम मेरे देश आ रही हो, तरक्की की स्पीड बढ़ा रही हो
    बुलेट ट्रेन बोली, मेरा शिकवा किसी गाय या भैंस से नहीं
    अरे, मैं बिजली से चलती हूं, गोबर गैस से नहीं
    प्रधानमंत्री मोदी जी के भाषण लोगों को खूब जंचे हैं
    विदेश से काला धन आने में 50 दिन बचे हैं
    हम तो आम आदमी पार्टी वाले हैं
    हमने तो हर सरकार से डंडे खा ले हैं
    हमने तो सड़कों पर और पार्ल्यामेंट में
    ये पूछने के लिए मोर्चे संभाले हैं
    अच्छे दिन कब आने वाले हैं?............
    जाट के ठाठ हैं .....

  2. The Following 5 Users Say Thank You to rskankara For This Useful Post:

    amankadian (July 23rd, 2014), desijat (July 24th, 2014), spdeshwal (July 25th, 2014), sukhbirhooda (July 26th, 2014), vk23 (August 3rd, 2014)

  3. #2
    इनके तो अच्छे दिन आ गये

    इस बार देश की टॉप 10 रिक्रूटर कंपनियों ने टॉप 21 बिजनस स्कूलो से 774 एमबीए को हायर किया है।
    पिछले साल टॉप 10 रिक्रूटमेंट कंपनियों ने सिर्फ 567 ग्रेजुएट्स हायर किए थे।
    कई कंपनियों के बड़ी संख्या में रिक्रूटमेंट करने से हायरिंग में 2 साल से चली आ रही सुस्ती प्लेसमेंट सीजन 2014 में दूर हो गई।
    कॉग्निजेंट और आईसीआईसीआई बैंक, दोनों ने 100 से ज्यादा एमबीए हायर किए हैं। 2011 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।

    क्या यह बद्लाब की आहट है....और अन्य सेकटर मे भी होने वाला है ?
    जाट के ठाठ हैं .....

  4. The Following 3 Users Say Thank You to rskankara For This Useful Post:

    deveshdahiya (July 25th, 2014), DrRajpalSingh (July 25th, 2014), Prikshit (July 25th, 2014)

  5. #3
    Quote Originally Posted by rskankara View Post
    इनके तो अच्छे दिन आ गये

    इस बार देश की टॉप 10 रिक्रूटर कंपनियों ने टॉप 21 बिजनस स्कूलो से 774 एमबीए को हायर किया है।
    पिछले साल टॉप 10 रिक्रूटमेंट कंपनियों ने सिर्फ 567 ग्रेजुएट्स हायर किए थे।
    कई कंपनियों के बड़ी संख्या में रिक्रूटमेंट करने से हायरिंग में 2 साल से चली आ रही सुस्ती प्लेसमेंट सीजन 2014 में दूर हो गई।
    कॉग्निजेंट और आईसीआईसीआई बैंक, दोनों ने 100 से ज्यादा एमबीए हायर किए हैं। 2011 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।

    क्या यह बद्लाब की आहट है....और अन्य सेकटर मे भी होने वाला है ?
    Hope that better days are ahead if the Government keeps promise to initiate policy for revival of economy.
    History is best when created, better when re-constructed and worst when invented.

  6. The Following User Says Thank You to DrRajpalSingh For This Useful Post:

    deveshdahiya (July 25th, 2014)

  7. #4
    Have patience, government is on the right track.

    Quote Originally Posted by rskankara View Post
    इनके तो अच्छे दिन आ गये

    इस बार देश की टॉप 10 रिक्रूटर कंपनियों ने टॉप 21 बिजनस स्कूलो से 774 एमबीए को हायर किया है।
    पिछले साल टॉप 10 रिक्रूटमेंट कंपनियों ने सिर्फ 567 ग्रेजुएट्स हायर किए थे।
    कई कंपनियों के बड़ी संख्या में रिक्रूटमेंट करने से हायरिंग में 2 साल से चली आ रही सुस्ती प्लेसमेंट सीजन 2014 में दूर हो गई।
    कॉग्निजेंट और आईसीआईसीआई बैंक, दोनों ने 100 से ज्यादा एमबीए हायर किए हैं। 2011 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।

    क्या यह बद्लाब की आहट है....और अन्य सेकटर मे भी होने वाला है ?
    Yoginder Gulia

  8. The Following 2 Users Say Thank You to ygulia For This Useful Post:

    cooljat (August 3rd, 2014), deveshdahiya (July 25th, 2014)

  9. #5
    Ab raato raat to ache din aa nhi sakte, ye koi rasgulla to hai nhi ki uthaya or khaya. Jo ache decisions ab liye ja rahe hain unka asar aane me saal bhar to minimum lagega hi.

  10. The Following User Says Thank You to deveshdahiya For This Useful Post:

    vikasJAT (July 28th, 2014)

  11. #6

    चार पीड़ियों से बदलाव की वयार
    दादा के जमाने में: दरवाजे के बाहर लिखा करते थे-- "अथिति देवो भव"
    पापा के राज मे : फिर लिखा जाने लगा -- "शुभ -लाभ"
    अपने सल्तनत मे: अब लिखा जाने लगा है--- "कुत्तों से सावधान"
    जरा पूरा कीजिए कि हम किस और जा रहे है.आगे लिखा जाएगा.................

    जाट के ठाठ हैं .....

Posting Permissions

  • You may not post new threads
  • You may not post replies
  • You may not post attachments
  • You may not edit your posts
  •