बड़ौत : बकाया गन्ना भुगतान न होने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। टीकरी के बाद शनिवार को ढिकाना में एक युवा किसान ने आत्महत्या कर ली। पाई-पाई के लिए मोहताज किसान का मलकपुर शुगर मिल पर करीब दो लाख रुपये बकाया हैं। उधर, स्थानीय प्रशासन बकाया भुगतान को लेकर अंजान बनने का दिखावा कर रहा है। ढिकाना गांव निवासी राहुल (35) पुत्र मांगेराम किसान थे। राहुल के बड़े भाई रूपेश ने बताया कि करीब चार माह से उनकी छोटी बहन पारुल बीमार चल रही है, जो दिल्ली के अस्पताल में भर्ती है। उसके इलाज में करीब 10 लाख रुपये कर्ज हो चुके हैं। उधर, मलकपुर शुगर मिल किसानों का बकाया नहीं दे रही। मिल पर उनका भी करीब दो लाख रुपये बकाया है। भुगतान की मांग को लेकर वह कई बार अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं। एक तरफ बहन की बीमारी और दूसरी तरफ मिल से भुगतान नहीं होने के कारण राहुल पूरी तरह टूट चुका था। यहां तक कि मानसिक तनाव के कारण वह परिवार से भी कटा-कटा सा लगने लगा था। आर्थिक तंगी से जूझ रहे राहुल का धैर्य शनिवार को जवाब दे गया। दोपहर में राहुल ने कमरे में जाकर लाइसेंसी राइफल से खुद की कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर परिवार के लोगों को घटना का पता चला। मौके पर ग्रामीणों का भी जमावड़ा लग गया। सूचना मिलने पर एसडीएम यशवर्धन श्रीवास्तव, सीओ सीपी सिंह और कोतवाल अनिल कपरवान मौके पर पहुंचे। शव उठाने को लेकर पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। अधिकारियों के समझाने पर घंटों बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। राहुल पांच भाइयों में दूसरे नंबर का था। पत्**नी नीशू, दो बेटों हिमांशु और वासु का रो-रो कर बुरा हाल है