मेट्रो हरियाणा में प्रवेश कर चुकी है तो फिर Announcement भी हरियाणवी में होनी चाहिए| जैसे कि:-
1) आगला टेशण "दादा भगवाने पार्क" सै, किवाड ओळे हाथ ने खुल्लेंगे| गाड्डी म्ह तैं सुथरी ढाळ उतरियो, उतरदी हाण एक-दुसरे के ख्स्सण की कोय जरुत नी सै| जुणसा खसदा पाया गया, अच्छी ढाळ ओसण्या जागा|
2) गाड्डी म्ह जो भी माणस होक्का-बीड़ी सुलगांदा ठ्यागा, पकड़ कैं आच्छी ढाळ तोड्या जागा; कदै पाच्छे न्यु कहो अक या के... बणी|
3) खागडां तै निवेदन सै अक बुड्ढे-बडेरयां अर छोरटाँ आळी बीरबानियां ताईं पहलम झटक सीट खाली कर दें|
4) चालती गाड्डी की सूध में पहलडा डयब्बा लुगाईयां ताईं सैं| मलंग अर लंगवाड़े भिरड के छत्ते की ढाळ उडै ना मंडरावैं, ना तैं अच्छी ढाळ पर छांगे जांगे|
5) गाड्डी में चोर-डाकुवां ते चौकस रहियो चाहे ना रहियो, पर अळबादी बूढ्यां तैं जरुर बच कै रहियो; कदै पाच्छे शिकात करो अक म्हारी 'चीचड़ी' तोड ली अक "मोठ पाड़ ली"। कई बुढ्ढे "झोटी खोलण" के भी उस्ताद सैं, तो आपणी-आपणी झोटी बाँध कें चोक्क्स राखियो|
जय हरियाणा, जय भारत!